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कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश?

कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश?
Mutual Funds में निवेश की कैसे करें प्‍लानिंग (फोटो-Freepik)

Mutual Fund Tips : निवेश हो तो ऐसा! 10 हजार की SIP से बना 13 करोड़ का फंड, पैसा लगाने वाले हुए मालामाल

अगर आप शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव में ज्यादा जोखिम नहीं उठाना चाहते, तो म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) आपके लिए अच्छा विकल्प है। खास बात यह है कि आप यहां हर महीने एक छोटी राशि निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP) के जरिए निवेश की सुविधा देता है। यह छोटा-छोटा निवेश आपके लिए एक बड़ा फंड तैयार कर सकता है। यहां तक कि आप 10 हजार रुपये की एसआईपी से 13 करोड़ रुपये का फंड भी जमा कर सकते हैं। आपको हो सकता है, इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा हो, लेकिन लंबी अवधि में ऐसा संभव है। दरअसल, ऐसा हुआ है। एक 4 स्टार रेटिंग वाले म्यूचुअल फंड ने 27 साल में 10,000 रुपये की एसआईपी को 13 करोड़ रुपये बना दिया। अगर कोई व्यक्ति अपनी नौकरी की शुरुआत से यह एसआईपी कर रहा होता, तो रिटायरमेंट तक वह एक भारी-भरकम रकम का मालिक होता।

निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड

यह कमाल निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड (Nippon india growth fund) ने किया है। यह एक मिड कैप फंड है, जो मिड कैप स्टॉक्स (Mid Cap Stocks) में निवेश करता है। निवेशकों को लंबी अवधि में शानदार रिटर्न देने के लिए यह फंड उन हाई ग्रोथ कंपनियों में निवेश करता है, जिनमें लार्ज कैप बनने की क्षमता है। फंड को मॉर्निंगस्टार ने 3-स्टार और वैल्यू रिसर्च ने 4-स्टार रेटिंग दी है। इस फंड को 8 अक्टूबर, 1995 को लॉन्च किया गया था। इस फंड ने 27 साल सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। स्थापना के बाद से फंड ने 22.29% का सीएजीआर (CAGR) दिया है।

निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड की परफॉर्मेंस

पिछले साल इस फंड ने 11.89% का एनुअल एसआईपी रिटर्न दिया था। इस फंड ने पिछले तीन वर्षों में 27.53% का एनुअल एसआईपी रिटर्न दिया है। ऐसे में आपकी 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी से आपका कुल निवेश 3.60 लाख रुपये से बढ़कर 5.31 लाख रुपये हो जाता। पिछले पांच वर्षों में इस फंड ने 21.10% का वार्षिक एसआईपी रिटर्न दिया है। इससे आपकी 10,कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? 000 रुपये की मासिक एसआईपी आपके कुल 6 लाख रुपये के निवेश को बढ़ाकर 10.08 लाख रुपये कर देती।

दस वर्षों में 17.37% सालाना रिटर्न

निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड ने पिछले दस वर्षों में 17.37% का एनुअल एसआईपी रिटर्न दिया है। ऐसे में 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी से अब आपका कुल निवेश 12 लाख रुपये से बढ़कर 29.77 लाख रुपये हो जाता। पिछले 15 कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? वर्षों में इसने 15.71% का वार्षिक एसआईपी रिटर्न दिया है। ऐसे में 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी की बदौलत आपका 18 लाख रुपये का निवेश अब बढ़कर 65.35 लाख रुपये हो गया होता। इस फंड ने पिछले 20 वर्षों में 18.99% का वार्षिक एसआईपी रिटर्न प्रदान किया है। इसलिए 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी अब आपके 24 लाख के पूरे निवेश को 2.17 करोड़ रुपये तक बढ़ा देती।

25 वर्षों में 22.12% सालाना रिटर्न

इस फंड ने पिछले 25 वर्षों में 22.12% एनुअल एसआईपी रिटर्न दिया है। ऐसे में 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी अब आपके वास्तविक निवेश को 30 लाख रुपये से बढ़ाकर 8.87 करोड़ रुपये कर देती। यदि आपने फंड की शुरुआत से ही 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी की होती तो आपका 32.40 लाख रुपये का कुल निवेश बढ़कर 13.67 करोड़ रुपये हो गया होता। इस दौरान इस फंड ने 22.29% का वार्षिक रिटर्न दिया है।

बच्चे के नाम से कैसे करें Mutual Funds में निवेश? जानिए क्या कहते हैं नियम

Mutual Funds: जिसकी उम्र 18 साल कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? से कम है, तो वह म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकता है. नाबालिग का एकमात्र खाताधारक होना आवश्यक है.

  • Paurav Joshi
  • Publish Date - June 8, 2021 / 03:15 PM IST

बच्चे के नाम से कैसे करें Mutual Funds में निवेश? जानिए क्या कहते हैं नियम

Mutual Funds: माता-पिता की इच्छा होती है कि बच्चों के नाम से इनवेस्टमेंट करें. जिससे उनका भविष्‍य संवारा जा सके. बच्चों की हायर एजुकेशन, उनके विवाह को ध्यान में रखकर फाइनेंशियल प्लानिंग करें और अगर लंबे वक्त के लिए प्लानिंग करनी है, तो म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) बिलकुल सही है.

बच्चे के नाम से निवेश की क्या है प्रक्रिया ?

अपने माता-पिता या अभिभावक की मदद से कोई भी जिसकी उम्र 18 साल से कम है, तो वह म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकता है. नाबालिग का एकमात्र खाताधारक होना आवश्यक है, जिसका प्रतिनिधित्व उसके माता-पिता या अभिभावक कर रहे हों.

कौन से दस्तावेज जरूरी ?

म्यूचुअल फंड्स में निवेश के लिए बच्चे का उम्र प्रमाणपत्र मुहैया कराना पड़ेगा. यह जन्म प्रमाणपत्र दिया जा सकता है. इसके अलावा पासपोर्ट की कॉपी, स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट भी मान्य होगा.

यह सब तब जरूरी होता है, जब पहली बार निवेश करने जा रहे हैं. बच्चों के नाम से निवेश कर रहे हैं, तो गार्डियन की केवाईसी भी जरूरी है. रेग्युलर स्कीम में आपका डिस्ट्रीब्यूटर ये सारी सुविधाए प्रदान करता है.

अगर आप ऑनलाइन इंवेस्टमेंट करते हैं, तो ज्यादातर एएमसी ऑनलाइन केवाईसी की सुविधा प्रदान करते हैं. उनकी वेबसाइट से आप केवाईसी कर सकते हैं. आप सिप की मदद से महज 500 रुपये महीने के साथ निवेश शुरू कर सकते हैं.

सेबी के नियम

सेबी का कहना है कि नाबालिगों के नाम पर म्यूचुअल फंड में निवेश केवल चेक और डीडी के माध्यम से किया जा सकता है. किसी भी अन्य मोड के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश केवल नाबालिग के बैंक खाते या अभिभावक और नाबालिग के कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? संयुक्त बैंक खाते से स्वीकार किया जाएगा.

यदि SIP के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है, तो नाबालिक की आयु 18 वर्ष होने पर SIP बंद हो जाती है. फिर धारको को सामान्य केवाईसी प्रक्रिया का पालन करना होगा.

क्या टैक्स में फायदा होता है?

बच्चों के नाम से किया गया इंवेस्टमेंट आप बीच में ही रीडिम कर देते हैं, तो जो कैपिटल गेन होगा उस पर टैक्स लगेगा, लेकिन इसकी लिमिट 1500 रुपये हैं.

यानी 1500 रुपये तक कोई टैक्स नहीं लगता, लेकिन उससे अधिक जो भी प्रॉफ‍िट है, वो पेरेंट की हायर अर्निंग इनकम में एड हो जाता है. यानी माता पिता जिसकी भी इनकम ज्यादा है, उसकी इनकम में ये प्रॉफ‍िट एड हो जायेगा और उस पर टैक्स लगेगा.

Mutual Fund में निवेश की प्‍लानिंग? ऐसे उठाएं अधिक ब्‍याज का लाभ, जानें कैसे करें तैयारी

शॉर्ट टर्म इनवेस्टर्स, जिनके पास 6 महीने से लेकर दो साल तक का टाइम है, उन्हें डेट म्यूचुअल फंड्स- लिक्विड, मनी मार्केट और बॉन्ड फंड्स में निवेश करना चाहिए।

Mutual Fund में निवेश की प्‍लानिंग? ऐसे उठाएं अधिक ब्‍याज का लाभ, जानें कैसे करें तैयारी

Mutual Funds में निवेश की कैसे करें प्‍लानिंग (फोटो-Freepik)

म्यूचुअल फंड में अधिक समय के लिए निवेश की सलाह दी जाती है, ताकि आपको एक अच्‍छा फंड मिल सके। अगर आप भी निवेश की प्‍लानिंग कर रहे हैं और म्‍यूच्‍युअल फंड से अच्‍छा पैसा बनाना चाहते हैं तो यह खबर आपकी मदद कर सकती है। आइए विशेषज्ञों से जाने कैसे करें निवेश की प्‍लानिंग और किस तरह आपको अधिक रिटर्न मिल सकता है?

किस तरह के फंड में अधिक रिटर्न
कर और निवेश विशेषज्ञों के अनुसार, दरों में बढ़ोतरी का असर इक्विटी म्यूचुअल फंड्स के रिटर्न पर शॉर्ट टर्म यानी 6 महीने से लेकर दो साल तक हो सकता है। मिंट की एक रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स के हवाले से बताया गया है कि शॉर्ट टर्म इनवेस्टर्स, जिनके पास 6 महीने से लेकर दो साल तक का टाइम है, उन्हें डेट म्यूचुअल फंड्स- लिक्विड, मनी मार्केट और बॉन्ड फंड्स में निवेश करना चाहिए। इस तरह के फंड से उनके मौजूदा वार्षिक औसत रिटर्न से 0.50 से 1 फीसदी अधिक ब्‍याज मिल सकता है।

एक से तीन महीने के लिए इन फंडों में कर सकते हैं निवेश
माईफंडबाजार के सीईओ और संस्थापक विनीत खंडारे ने मिंट से कहा कि प्रत्येक निवेशक पोर्टफोलियो को उन फंडों में निवेश कर सकते हैं, जिनके ब्‍याज दर बढ़ रहे हैं। हालाकि इसमें 2 से कम के लिए निवेशित रहना चाहिए। वहीं अगर एक महीने या उससे कम के निवेश करना चाहते हैं तो अल्ट्रा-शॉर्ट टर्म बॉन्ड फंड ले सकते हैं, जबकि तिमाही महीने के निवेश के लिए मनी मार्केट फंड खरीद सकते हैं।

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लंबे समय तक निवेशित रहने वाले टारगेट फंड का कर सकते हैं चयन
इसके अलावा अगर आप एक साल के लिए निवेश की प्‍लानिंग कर रहे हैं, तो निवेशकों को हाई रिटर्न और बाजार में उसके स्थिति को देखना चाहिए। लंबे समय तक निवेशित रहने वाले निवेशक टर्म निवेश के साथ टारगेट मैच्योरिटी फंड में निवेश कर सकते हैं।

बदल सकते हैं म्‍यूच्‍युल फंड
आरबीआई ब्‍याज दरों में बढ़ोतरी पर म्यूचुअल फंड निवेश में बदलाव पर, मास्टरट्रस्ट की वरिष्ठ उपाध्यक्ष, पालका अरोड़ा चोपड़ा ने कहा कि बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण ब्याज दरों में वृद्धि के साथ, निवेशकों को अपने मौजूदा डेट फंड पोर्टफोलियो को बदलना होगा। साथ ही नए निवेश की योजना भी बनाई चाहिए। बढ़ती ब्याज दरों से लाभ प्राप्त करने के लिए तरल और मुद्रा बाजार फंड में निवेश करना चाहिए। निवेशक लंबे समय तक डायनेमिक बॉन्ड फंड देख सकते हैं।

शॉर्ट टर्म के लिए किस फंड में अधिक ब्‍याज
शॉर्ट टर्म में डेट फंड से उम्‍मीद जैसे रिटर्न पर ट्रस्ट म्यूचुअल फंड के सीईओ संदीप बागला ने कहा कि दो साल तक की मैच्योरिटी वाला कोई भी डेट म्यूचुअल फंड लिक्विड या ओवरनाइट फंड की तुलना में काफी अधिक ब्याज दे सकता है। लिक्विड फंड में कम अस्थिरता के साथ लगभग 4.75 प्रतिशत से 5 प्रतिशत ब्याज आय की पेशकश करने की संभावना है। एक बैंकिंग और पीएसयू डेट फंड जिसमें 6.80 प्रतिशत से 7 प्रतिशत दो साल के लिए बैलेंस फंड हो सकते हैं। इन फंडों के 3-6 महीनों में काफी अच्छा होने की उम्‍मीद है।

ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के पंकज मथपाल के अनुसार, डेट म्यूचुअल फंड के लिए नीचे दिए गए कुछ फंडों में निवेश कर सकते हैं, जिसमें निवेशकों को वार्षिक रिटर्न से 0.50 प्रतिशत से 1.0 प्रतिशत अधिक ब्‍याज मिल सकता है।

आज से लॉन्च हुई भारत बॉन्ड ETF की चौथी किस्त, क्या आपको करना चाहिए निवेश?

भारत बॉन्ड ETF केवल 'AAA' रेटिंग वाले सरकारी कंपनियों के बॉन्ड्स यानी फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज में निवेश करता है.

भारत बॉन्ड ETF की चौथी किस्त आज से निवेश के लिए खुल गई है. ये भारत का पहला कॉर्पोरेट बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है. इस फंड को मैनेज कर रही एडेलवाइस म्यूचुअल फंड ने कहा है कि ये बॉन्ड पैसा लगाने के लिए 8 दिसंबर तक खुला रहेगा.

क्या होता है भारत बॉन्ड कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? ETF

भारत बॉन्ड ETF केवल 'AAA' रेटिंग वाले सरकारी कंपनियों के बॉन्ड्स यानी फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज में निवेश करता है. ये एक तय समय के लिए जारी किया जाता है, मैच्योर होने के बाद निवेशक को उसका पैसा रिटर्न के साथ मिल जाता है. इस स्कीम के जरिए सरकारी कंपनियां अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा जुटाती है. भारत बॉन्ड ETF निवेश के लिहाज से बिल्कुल सुरक्षित है और इसमें तय रिटर्न मिलता है, क्योंकि ये सिर्फ AAA रेटिंग वाले वाले बॉन्ड्स में ही निवेश करता है. इसमें 7-7.कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? 25% तक का रिटर्न मिलने का अनुमान होता है.

ये 2019 में लॉन्च किया गया था. इस ETF का असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 50,000 करोड़ रुपये को पार कर चुका है. अबतक भारत बॉन्ड ETF की पांच मैच्योरिटी वाली स्कीम्स लॉन्च हो चुकी हैं, 2023, 2025, 2030, 2031 और 2032.

किन निवेशकों के लिए है स्कीम

ये नई भारत बॉन्ड ETF और भारत बॉन्ड फंड ऑफ फंड (FOF) कैसे करें म्यूचुअल फंड में निवेश? सीरीज अप्रैल 2033 में मैच्योर होगी. भारत बॉन्ड ETF उन कंजर्वेटिव निवेशकों के लिए है जिन्हें फिक्स्ड इनकम की खातिर कम लागत वाले हाई क्वालिटी डेट इंस्ट्रूमेंट की तलाश है.

1,000 करोड़ जुटाएगी सरकार

इस नई सीरीज के जरिए चौथी किस्त में सरकार 1,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है, इसके साथ 4000 करोड़ रुपये का ग्रीन शू ऑप्शन भी है, यानी इसके ऊपर भी सब्सक्रिप्शन मिला तो वो स्वीकार किया जाएगा.पिछले साल सरकार ने इसकी तीसरी किस्त जारी की थी, जिसका इश्यू साइज 1,000 करोड़ रुपये था. वो इश्यू 6.2 गुना ओवर सब्सक्राइब हुआ था और उसे 6200 करोड़ रुपये की बोलियां मिली थीं.

कैसे करें निवेश

अगर डीमैट अकाउंट है तो भारत बॉन्ड ETF-2033 में निवेश कर सकते हैं

अगर डीमैट अकाउंट नहीं है तो भारत बॉन्ड ETF FOF में निवेश कर सकते हैं

भारत बॉन्ड ETF की वेबसाइट (www.invest.edelweissmf.com) पर जाकर डीमैट की जानकारी डालकर निवेश कर सकते हैं

स्मार्टफोन है तो eInvest मोबाइल ऐप या अपने ब्रोकर के जरिए भी इसमें निवेश कर सकते हैं

ऑफलाइन मोड के जरिए भी निवेश कर सकते हैं, इसके लिए अपने म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर से बात करें

ऑनलाइन निवेश के लिए UPI और नेटबैंकिंग की सुविधा उपलब्ध है, NEFT, RTGS का भी ऑप्शन है

ऑफलाइन निवेश के लिए आपको निवेश फॉर्म के साथ चेक देना होगा

जब बाजार खुला रहे तो अपने डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए आप कभी भी खरीद या बेच सकते हैं

कोई लॉक इन पीरियड नहीं होता, लेकिन FOF के केस में अगर निवेश 30 दिन के अंदर निकाला तो 0.10% का एग्जिट लोड, 30 दिन के बाद कोई एग्जिट लोड नहीं

मिनिमम 1000 रुपये से शुरुआत कर सकते हैं, फिर इसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल का निवेश

भारत बॉन्ड ETF का पहला इश्यू साल 2019 में आया था, जिससे सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेस (CPSEs) को 12,400 करोड़ रुपये जुटाने में मदद मिली थी. दूसरी और तीसरी किस्त में 11,000 करोड़ और 6200 करोड़ रुपये जुटाए गए थे. इन सबको मिला दिया जाए तो तीन किस्तों में अबतक 29600 करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं.

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