स्टॉक एक्सचेंज की पसंद

Difference between NSE and BSE in Hindi 2022 (With Table) | NSE और BSE में अंतर | NSE aur BSE me antar – जैसा की आपमें से बहुत से लोग जानते होंगे की भारत के दो मुख्य स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) हैं। ये दोनों एशिया के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज की पसंद स्टॉक एक्सचेंजों में से हैं, जो केवल जापान और चीन के स्टॉक एक्सचेंजों से स्टॉक एक्सचेंज की पसंद आगे हैं। जल्दी से हम ये समझ लेते है कि आखिर स्टॉक एक्सचेंज होता क्या है?
टॉप स्टॉक गेनर और हारने
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Elon Musk का ट्विटर खरीदना Tesla के निवेशकों को नहीं आया पसंद, शुरुआती कारोबार में 9% से अधिक गिर गए शेयर
दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला (Tesla) के शेयरों में मंगलवार 26 अप्रैल को शुरुआती कारोबार के दौरान 9 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गई। इसे टेस्ला के सीईओ एलॉन मस्क (Elon Musk) और ट्विटर (Twitter) के बीच अधिग्रहण को लेकर हुई डील का उल्टा असर बताया जा रहा है।
खबर लिखे जाने के समय तक, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर टेस्ला के शेयर 905.95 डॉलर के भाव पर कारोबार कर रहे थे और इनमें पिछले दिन के भाव के मुकाबले 92 डॉलर या करीब 9.2 फीसदी की गिरावट आई थी।
यह गिरावट ऐसे समय में आई है, जब ट्विटर ने 44 अरब डॉलर में एलॉन मस्क को कंपनी बेचने के समझौते का ऐलान किया है। एलॉन मस्क टेस्ला के मालिक हैं और वह ट्विटर को खरीदने के लिए टेस्ला के शेयरों को गिरवी रखकर करीब 12.5 अरब डॉलर का लोन ले रहे हैं।
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टेस्ला के शेयरों में यह गिरावट बताती हैं कंपनी के निवेशक ट्विटर के साथ हुई डील को लेकर खुश नहीं है। खासतौर से टेस्ला के शेयरों को गिरवी रखकर पैसा जुटाने का फैसला उन्हें आशंकित कर रहा है। एलॉन मस्क बाकी पैसों के लिए बैंकों से 13 अरब डॉलर का फाइनेंस लेगा। इसके अलावा वह 21 अरब डॉलर के अपने व्यकितगत शेयर गिरवी रखेंगे।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि मस्क की बोली का समर्थन करने वाले बैंकों ने इससे अधिक कर्ज देने में हिचक दिखाई। उनका कहना था कि ट्विटर का कैश फ्लो इतना नहीं है, कि उसके आधार पर इतने बड़े कर्ज को सही ठहराया जा सके। कई बैंक इस बात से भी चिंतित थे कि अगर उन्होंने मस्क को अधिक जोखिम उठाते हुए कर्ज की राशि बढ़ाई तो उन्हें रेगुलेटर्स की तरफ से फटकार मिल सकती है।
ट्रेडिंग खाते: संचालन की प्रणाली और होने स्टॉक एक्सचेंज की पसंद के फायदे
ट्रेडिंग खातों ने लोगों के शेयर बाजार में काम करने के तरीके में क्रांति ला दी है। शेयरों को बनाए रखने का यह नया तरीका ओपन आउटरी की पुरानी प्रणालियों की तुलना में अधिक सुविधाजनक और तेज साबित हुआ है। ट्रेडिंग खातों की सहायता से, भौतिक संपर्क और उपस्थिति की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे दोनों पक्षों के लिए समय की बचत होती है।
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एनएसई क्या है? (What is NSE?)
एनएसई या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1992 में हुई थी और अगर देखा जाये तो ये भारत का सबसे युवा स्टॉक एक्सचेंज है। इसे 1993 में स्टॉक एक्सचेंज के रूप में अपनी पहचान मिली। एनएसई ने ही सबसे पहले भारत में पूरी तरह से आटोमेटिक, इलेक्ट्रॉनिक और स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग की शुरुआत की थी। एनएसई ने ही साल 1995 से इलेक्ट्रॉनिक रूप से शेयरों और बांडों के ट्रेडिंग के लिए एक सुरक्षित प्लेटफार्म निवेशको को प्रदान किया। इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम ने ट्रेडिंग से कागज-आधारित निपटान प्रणाली (paper-based settlement) को हटाने में मदद की।
एनएसई ने 1995-96 के दौरान अपना बेंचमार्क इंडेक्स-निफ्टी 50 लॉन्च किया था। निफ्टी को अप्रैल 1996 में पेश किया गया था, जो एनएसई पर सूचीबद्ध 50 सबसे अधिक लिक्विड और निरंतर ट्रेडिंग भारतीय कंपनियों को ट्रैक करता है। यदि आप निफ्टी 50 को ट्रैक करते हैं तो आपको शेयर बाजार और आर्थिक रुझानों का स्पष्ट अंदाजा लग जाएगा। एनएसई पूंजी जुटाने के लिए कंपनियों को सहायता भी प्रदान करते हैं ।
बीएसई क्या है? (What is BSE?)
बीएसई या बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज न केवल भारत में बल्कि एशिया में सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसे वर्ष 1875 में बनाया गया था और तब से ये इक्विटी, डेट इंस्ट्रूमेंट्स, म्यूचुअल फंड, करेंसी और डेरिवेटिव जैसे हाई-स्पीड ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट्स की पेशकश कर रहे हैं। संस्था की स्थापना प्रेमचंद रॉयचंद ने की थी और इसे तब द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन (Native Share & Stock Brokers Association) कहा जाता था, जो बाद में बीएसई बन गया।
BSE को 1957 में भारत की केंद्र सरकार से एक प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के रूप में मान्यता मिली। सेंसेक्स या सेंसिटिव इंडेक्स बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स है और यह देश का पहला इक्विटी इंडेक्स है।
बीएसई का इंडेक्स सेंसेक्स बीएसई में सूचीबद्ध शीर्ष 30 बड़ी और अग्रणी कंपनियों को ट्रैक करता है। ये कंपनियां 10 से अधिक क्षेत्रों से संबंधित हैं और ये भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार में समग्र रूप से रुझानों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
एनएसई और बीएसई के बीच मुख्य अंतर (Key Difference Between NSE and BSE)
- एनएसई भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, जबकि बीएसई भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है।
- बीएसई की स्थापना सन 1875 में हुई थी, जबकि एनएसई की स्थापना 1992 में हुई थी।
- एनएसई के लिए बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी है, जबकि बीएसई के लिए यह सेंसेक्स है।
- बीएसई की ग्लोबल रैंक 11वीं और वही एनएसई की10वीं है।
- बीएसई इक्विटी, डेट इंस्ट्रूमेंट्स, म्यूचुअल फंड, करेंसी, डेरिवेटिव्स में ट्रेडिंग को बढ़ावा देता है, जबकि एनएसई ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव्स, डेट और करेंसी डेरिवेटिव सेगमेंट को बढ़ावा देता है।
- बीएसई के सेंसेक्स में 30 कंपनियां शामिल हैं, जबकि एनएसई के निफ्टी में 50 कंपनियां शामिल हैं।
- बीएसई के लिए वेबसाइट संदर्भ www.bseindia.com है और एनएसई के लिए यह www.nseindia.com है
- बीएसई के लिए इंडेक्स वैल्यू (14 मई 2022) 52,793 और एनएसई के लिए 15,782 है।
- बीएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री आशीष कुमार चौहान हैं और एनएसई के लिए यह श्री विक्रम लिमये हैं।
- एनएसई के लिए सूचीबद्ध कंपनियों की संख्या 2012 और बीएसई के लिए 5250 है। यह कंपनियों की संख्या 31 मार्च 2022 तक की है।
Diwali Muhurat Trading: दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग में कौन-कौन से शेयर खरीदें? इन स्टॉक्स पर लगा सकते हैं दांव
नवभारत टाइम्स 19-10-2022
नई दिल्ली:
शेयर बाजार के लिए ये साल काफी उतार चढ़ाव वाला रहा है। बीते दिनों बाजार में बड़ी गिरावट भी देखने को मिली थी। हालांकि इस साल की बात करें तो भारतीय बाजारों में गिरावट ग्लोबल पियर्स की तुलना में कम रही है और यह उनकी तुलना में कुछ स्टेबल होता भी दिखा है। बाजार में वोलेटिलिटी के बीच ग्लोबल फैक्टर हावी रहे हैं। हालांकि अब दिवाली का त्योहार आने वाला है। ऐसे में बड़ी संख्या में ऐसे निवेशक हैं जो स्टॉक एक्सचेंज की पसंद इस खास दिन निवेश करना पसंद करते हैं। दरअसल भारत में कारोबारी अपने कारोबार का नया साल दिवाली से ही शुरू करते हैं। यही वजह है कि देश के दो प्रमुख शेयर बाजार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) भी उस दिन खुलते हैं और ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ होती है। दिवाली के दिन मार्केट कुछ घंटों के लिए खुलता है। लेकिन किस स्टॉक पर दांव लगाया जाए यह एक बड़ा सवाल है। लेकिन निवेशकों के इस टेंशन को एसबीआई सिक्योरिटीज ने दूर किया है। आइए जानते हैं कि वो कौन-कौन से शेयर हैं जो दिवाली पर खरीदे जाएं।