बाजार के उतार

Nirmala Sitharaman on Retail Investors: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच FM ने दी गुड न्यूज, निवेशकों के लिए बोली ये बात
Nirmala Sitharaman on Share Market : शेयर बाजार में चल रहे उतार-चढ़ाव के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को गुड न्यूज दी है. उन्होंने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बिकवाली से लगने वाले झटकों से संभालने का काम खुदरा निवेशक (Retail Investors) कर रहे हैं.
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Nirmala Sitharaman on Retail Investors: अगर आप भी भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में म्युचुअल फंड या एसआईपी या इक्विटी के रूप में निवेश करते रहते हैं तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने रिटेल निवेशकों की तारीफ की है.
बिकवाली से लगने वाले झटकों से बचाया
घरेलू शेयर बाजार (Stock Market) चल रहे भारी उतार-चढ़ाव के बीच फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (Foreign Portfolio Investment-FPI) की बिकवाली से लगने वाले झटकों से संभालने का काम खुदरा निवेशक (Retail Investors) कर रहे हैं.
तेजी से बढ़ी रिटेल इनवेस्टर्स की संख्या
वित्त मंत्री आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान रिटेल इनवेस्टर्स की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा, खुदरा निवेशक इतने बड़े पैमाने पर आ गए हैं कि वे झटकों से संभालने का काम कर रहे हैं.
बाजार को ज्यादा उतार-चढ़ाव का सामना नहीं करना पड़ा
उन्होंने यह भी कहा, अगर एफपीआई चले गए तो हमारे बाजारों को बहुत अधिक उतार-चढ़ाव का सामना नहीं करना पड़ा, क्योंकि देश में बड़े पैमाने पर छोटे निवेशक आ गए हैं. सीतारमण कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की प्रभारी भी हैं. सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड ने मार्च में कहा कि उसके पास खोले गए सक्रिय डीमैट खातों की संख्या छह करोड़ के आंकड़े को छू गई है.
आपको बता दें पिछले कुछ कारोबारी से शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव का माहौल चल रहा है. मंगलवार को शेयर बाजार में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट देखी गई. मंगलवार को कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 567.98 अंक की गिरावट के साथ 55,107.34 पर और निफ्टी 153.20 अंक टूटकर 16,416.35 के स्तर पर बंद हुआ.
इन बातों से तय होगी इस हफ्ते शेयर बाजार की स्थिति, पैसा लगाने से पहले जान लें निवेशक
स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस हफ्ते वैश्विक रुख और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के प्रवाह से तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताते हुए कहा कि इस हफ्ते घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा आंकड़ा नहीं आना है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Nov 20, 2022 | 1:45 PM
स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस हफ्ते वैश्विक रुख और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के प्रवाह से तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताते हुए कहा कि इस हफ्ते घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा आंकड़ा नहीं आना है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस हफ्ते फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक का ब्योरा जारी होगा, जिससे बाजार को आगे के लिए संकेतक मिलेंगे.
कच्चे तेल के दाम से भी होगा असर
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा घटनाक्रम नहीं होने की वजह से स्थानीय बाजार की दिशा वैश्विक रुख, कच्चे तेल के दाम और मुद्रा के उतार-चढ़ाव से तय होगी. इसके अलावा नवंबर महीने के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.
बीते हफ्ते बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 131.56 अंक या 0.21 फीसदी के नुकसान में रहा है. वहीं, निफ्टी में 42.05 अंक या 0.22 फीसदी की गिरावट आई है. वैश्विक बाजारों में भी कुछ कमजोरी का रुख देखने को मिला.
उतार-चढ़ाव रहने की भी संभावना
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि संकेतकों के अभाव में बाजार ने सीमित दायरे में कारोबार किया. डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान के बीच अब बाजार को दिशा के लिए संकेतकों का इंतजार रहेगा. इस बात की काफी संभावना है कि बाजार अभी ऊपर की ओर जाए. हालांकि, व्यापक रूप से बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिल रही है.
गौर ने कहा कि वैश्विक मोर्चे की बात की जाए, तो एफओएमसी की बैठक के ब्योरे से कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही संस्थागत निवेशकों का प्रवाह महत्वपूर्ण होगा. पिछले कुछ सत्रों से इसमें कमी आई है. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में बाजार वैश्विक संकेतकों से ही दिशा लेगा. स्टॉक मार्केट में हफ्ते की गिरावट के लिए विदेशी बाजारों के संकेत अहम रहे. विदेशी बाजारों में अनिश्चितता बनी रहने से निवेशकों ने हफ्ते के दौरान सतर्क रुख रखा है.
Nirmala Sitharaman on Retail Investors: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच FM ने दी गुड न्यूज, निवेशकों के लिए बोली ये बात
Nirmala Sitharaman on Share Market : शेयर बाजार में चल रहे उतार-चढ़ाव के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को गुड न्यूज दी है. उन्होंने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बिकवाली से लगने वाले झटकों से संभालने का काम खुदरा निवेशक (Retail Investors) कर रहे हैं.
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Nirmala Sitharaman on Retail Investors: अगर आप भी भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में म्युचुअल फंड या एसआईपी या इक्विटी के रूप में निवेश करते रहते हैं तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने रिटेल निवेशकों की तारीफ की है.
बिकवाली से लगने वाले झटकों से बचाया
घरेलू शेयर बाजार (Stock Market) चल रहे भारी उतार-चढ़ाव के बीच बाजार के उतार फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (Foreign Portfolio Investment-FPI) की बिकवाली से बाजार के उतार लगने वाले झटकों से संभालने का काम खुदरा निवेशक (Retail Investors) कर रहे हैं.
तेजी से बढ़ी रिटेल इनवेस्टर्स की संख्या
वित्त मंत्री आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान रिटेल इनवेस्टर्स की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा, खुदरा निवेशक इतने बड़े पैमाने पर आ गए हैं कि वे झटकों से संभालने का काम कर रहे हैं.
बाजार को ज्यादा उतार-चढ़ाव का सामना नहीं करना पड़ा
उन्होंने यह भी कहा, अगर एफपीआई चले गए तो हमारे बाजारों को बहुत अधिक उतार-चढ़ाव का सामना नहीं करना बाजार के उतार पड़ा, क्योंकि देश में बड़े पैमाने पर छोटे निवेशक आ गए हैं. सीतारमण कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की प्रभारी भी हैं. सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड ने मार्च में कहा कि उसके पास खोले गए सक्रिय डीमैट खातों की संख्या छह करोड़ के आंकड़े को छू गई है.
आपको बता दें पिछले कुछ कारोबारी से शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव का माहौल चल रहा है. मंगलवार को शेयर बाजार में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट देखी गई. मंगलवार को कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 567.98 अंक की गिरावट के साथ 55,107.34 पर और निफ्टी 153.20 अंक टूटकर 16,416.35 के स्तर पर बंद हुआ.
बाजार में उतार-चढ़ाव के असर से बचने के लिए कीजिए म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश
शेयर बाजार (Share Market) को जो ट्रैक करते हैं, वे उसके उतार-चढ़ाव (volatility) से परिचित होंगे ही। कभी शेयर बाजार बहुत ज्यादा चढ़ता है तो कभी कम बढ़ता है। जैसे, इस हफ्ते में एक दिन बीएसई (BSE) के सेंसेक्स (Sensex) में 700 अंकों की गिरावट आई दूसरे दिन 700 अंकों की बढ़त भी हुई। इसी तरह से बाजार में कभी कम उतार चढ़ाव भी होता है।
बाजार में उतार-चढ़ाव के असर से बचने के लिए कीजिए म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश
बाजार में सीधे निवेश खतरे को आमंत्रण?
बाजार या कोई भी चीज कभी भी एक सीधी रेखा में नहीं रहती है। कभी इसमें भारी गिरावट आती है तो कभी कम गिरावट आती है। आपको यदि शेयर बाजार की विशेष जानकारी नहीं है तो कम या ज्यादा उतार-चढ़ाव से बचने के लिए अपने निवेश को सही तरीके से निवेश करना चाहिए। ऐसे निवेशकों के लिए शेयर बाजार में डायरेक्ट निवेश करना हमेशा खतरे को आमंत्रण देने के समान होता है।
कैसे करें निवेश
बाजार के जानकार बताते हैं कि आपको इसके लिए म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश करना चाहिए। म्यूचुअल फंड्स में भी सिस्टमेटिक इंवेस्टवेंट प्लान (SIP) एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए आप मासिक निवेश करते हैं। म्यूचुअल फंड में बैलेंस एडवांटेज कैटिगरी एक ऐसी कैटिगरी है जो आपके निवेश को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाने के लिए अच्छा रास्ता है। लेकिन अब आप कम उतार-चढ़ाव के लिए लो वोलाटिलिटी का भी चयन कर सकते हैं।
उतार चढ़ाव से डर तो लो वोलाटिलिटी इंडेक्स
बहुत से निवेशक शेयर बाजार के तेज उतार-चढ़ाव (High volatility) से डर जाते हैं। ऐसे निवेशकों के लिए लो वोलाटिलिटी इंडेक्स (Low volatility index) भी है। यह इंडेक्स मुख्य रूप से निफ्टी का बेंचमार्क होता है। यह निफ्टी अल्फा लो वोलाटिलिटी 30 इंडेक्स के नाम से है। निफ्टी अल्फा लो वोलाटिलिटी -30 इंडेक्स के लिए 30 स्टॉक्स निफ्टी के 100 और 50 स्टॉक्स निफ्टी मिडकैप से चुने गए हैं।
इसी श्रेणी में नया ईटीएफ
देश की अग्रणी म्यूचुअल फंड कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इसी उतार-चढ़ाव को पीछे छोड़ने के लिए एक ईटीएफ एनएफओ (ETF NFO) लाई है। इसे आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल अल्फा लो वोलाटिलिटी 30 ईटीएफ नाम दिया गया है। यह स्कीम ओपन एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) है। यह निवेशकों को चुने गए शेयरों के पोर्टफोलियो के आधार पर एक्सपोजर देता है। इसका उद्देश्य निफ्टी अल्फा लो-वोलाटिलिटी 30 इंडेक्स द्वारा प्रदान किए गए रिटर्न के आधार पर निवेशकों को लाभ देना है।
निवेशकों को मिलता है डाइवर्सिफिकेशन का फायदा
बताया गया है कि बाजार के उतार इस ईटीएफ के इंडेक्स में विभिन्न सेक्टर के शेयरों (shares of different sectors) के पोर्टफोलियो में निवेश करेगा। यह एक तरह से आपके निवेश को डाइवर्सिफाई (Diversified) करता है। इसका मकसद कम जोखिम और अस्थिरता के साथ निवेशकों की पूंजी को बढ़ाना होगा। इसमें आप कम से कम 5,000 रुपए का निवेश कर सकते हैं। यह एनएसई और बीएसई पर लिस्ट होगा।
बीटा स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के एमडी व सीईओ निमेश शाह ने कहा है कि नई स्कीम में मल्टीफैक्टर स्मार्ट बीटा स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल किया जाएगा। इस ईटीएफ के जरिये निवेशकों को स्मार्ट बीटा स्ट्रेटेजी में निवेश करने का मौका मिलेगा। उल्लेखनीय है कि यह निवेश का किफायती तरीका है। यहां निवेशक कई कारक रणनीतियों के आधार पर ईटीएफ के माध्यम से अधिक डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो प्राप्त कर सकते हैं और रिटर्न ड्राइव करने के लिए किसी एक कारक पर कम निर्भर हो सकते हैं।
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