टेक्निकल एनालिसिस

(Hindi Blog)
भविष्य में कीमतों का सटीक पूर्वानुमान लगाना एक मुश्किल काम है | टेक्निकल एनालिसिस इसे सिंपल बना बना देता है | टेक्निकल एनालिसिस एक एनालिसिस है जिससे हम कीमतों की दिशा को प्रिडिक्ट करते हैं | पास्ट पैटर्न को स्टडी करना और और भविष्य को प्रिडिक्ट करने के लिए इन पैटर्न का उपयोग करना ही टेक्निकल एनालिसिस कहलाता है | टेक्निकल एनालिसिस की इस कला को माहिर करना निश्चित रूप से आपके रिटर्नस को बढ़ाता है और आपको सिली इन्वेस्टमेंट मिस्टेक करने से रोकता है | सिंपल शब्दों में टेक्निकल एनालिसिस का अर्थ है कैंडल स्टिक पेटर्न्स,चार्ट, डिमांड और सप्लाई जैसे संकेतों का अध्ययन करना | शेयर बाजार मैं सटीक भविष्यवाणी करना मुश्किल काम है लेकिन टेक्निकल एनालिसिस की मदद से यह भविष्यवाणी करना आसान हो जाता है|
स्कोपऑफ टेक्निकल एनालिसिस
टेक्निकल एनालिसिस आमतौर पर इक्विटी ट्रेडर्स, कॉमेडीटी ट्रेडर्स, फॉरेस्ट ट्रेडर्स द्वारा यूज़ किया जाता है | वह यह एनालिसिस यूज करते हैं शॉर्ट टर्म एंड लोंग टर्म मार्केट को प्रिडिक्ट करने के लिए | टेक्निकल एनालिसिस से ट्रेडर्सऔर इन्वेस्टर्स के मुनाफे में वृद्धि होती है और यही कारण है ज्यादा लाभ कमाने के लिए अधिक से अधिक लोग इसे सीख रहे हैं|
एडवांटेज ऑफ ऑफ टेक्निकल एनालिसिस
1. ट्रेंड एनालिसिस = टेक्निकल एनालिसिस ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स की मदद करता है | मार्केट का फ्यूचर प्रिडिक्ट करने के लिए | टेक्निकल एनालिसिस की मदद से भविष्यवाणी करना आसान हो जाता है |
2. एंट्री एंड एग्जिट = इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग में टाइम बहुत इंपॉर्टेंट रोल प्ले करता है | बाजार में प्रवेश करने या बाहर निकलने का सही समय आसानी से टेक्निकल एनालिसिस की मदद से प्रिडिक्ट किया जा सकता है |जिससे अच्छे रिटर्नस बनाए जा सकता है|
3. अर्ली सिग्नल = टेक्निकल एनालिसिस अर्ली सिग्नल ऑफ रिकवरी बी प्रदान करता है|
4. स्टॉप लॉस एंड टारगेट = टेक्निकल एनालिसिस बाजार में इनवर्टर और ट्रेडर्स द्वारा ली गई पोजीशन पर स्टॉप लॉस और टारगेट का लक्ष्य स्पष्ट रूप से परिभाषित करता है|
अतः टेक्निकल एनालिसिस उन लोगों के लिए पर्याप्त मात्रा में अवसर है जो लोग टेक्निकल एनालिसिस का अभ्यास करते हैं | इसे लगातार सीखते हैं और इससे मुनाफा कमाते हैं|
मोरबी के दर्द का अंत नहीं, ब्रिज हादसे के 5 दिन बाद भी शव तलाश रहीं एजेंसियां
मोरबी ब्रिज हादसे में 134 लोगों की मौत हुई है. पुलिस ने इस मामले में ओरेवा कंपनी पर केस दर्ज किया है. मोरबी पुलिस ने घटनास्थल से सभी सीसीटीवी फुटेज और डीवीआर इकट्ठा किए. फुटेज में आने वाली भीड़ जाने वाले लोगों की संख्या और ब्रिज पर आए लोगों की मोमेंट का फॉरेंसिक एनालिसिस किया जाएगा.
आशुतोष मिश्रा
- मोरबी,
- 03 नवंबर 2022,
- (अपडेटेड 03 नवंबर 2022, 2:44 PM IST)
मोरबी हादसे को 5 दिन बीत गए हैं, लेकिन अभी भी एनडीआरएफ और तमाम एजेंसियां मच्छु नदी में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. बताया जा रहा है कि एक शख्स अभी लापता है, जिसके शव की तलाश में एजेंसियां जुटी हैं. एजेंसियों का कहना है कि जब तक शव बरामद नहीं होता सर्च ऑपरेशन चलता रहेगा. एनडीआरएफ, भारतीय सेना, एसडीआरएफ लगातार मिशन में जुटी हुई हैं.
उधर, मोरबी हादसे में जो घायल अस्पताल में भर्ती थे, उनमें से ज्यादातर डिस्चार्ज हो गए हैं, जबकि कुछ लोगों का इलाज अभी टेक्निकल एनालिसिस भी चल रहा है जो जल्द ही रिकवरी के बाद घर भेज दिए जाएंगे.
कहां तक पहुंची जांच
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मोरबी पुलिस ने इस मामले में ओरेवा कंपनी पर केस दर्ज किया है. पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार टेक्निकल एनालिसिस आरोपियों से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद ओरेवा कंपनी के दफ्तर में भी जांच की. पुलिस ने वहां से कुछ कागज भी बरामद किए हैं. पुलिस ने मालिकों के बारे में भी पूछताछ की है.
मोरबी पुलिस ने घटनास्थल से सभी सीसीटीवी फुटेज और डीवीआर इकट्ठा किए. फुटेज में आने वाली भीड़ जाने वाले लोगों की संख्या और ब्रिज पर आए लोगों की मोमेंट का फॉरेंसिक एनालिसिस किया जाएगा. स्पेशल फॉरेंसिक टीम ब्रिज के सभी केबल का तकनीकी एनालिसिस करेगी. टेक्निकल एनालिसिस में केबल की सही क्षमता और उसकी गुणवत्ता की रिपोर्ट की जांच होगी.
किसी को क्लीन चिट नहीं- पुलिस
पुलिस सूत्रों के मुताबिक हर पहलू और मामले से जुड़े हर संबंधित व्यक्ति की जांच की जाएगी. प्राथमिक तौर पर उनकी गिरफ्तारी की गई है जो घटना से सीधे जुड़े हुए थे क्योंकि उनमें से कुछ लोगों ने मरम्मत का काम किया तो कुछ लोगों ने टिकट बेचे और बड़ी संख्या में लोगों को ब्रिज पर जाने दिया. कंपनी के मालिक या दूसरे बड़े लोगों हर जिम्मेदार लोगों खिलाफ जांच सबूतों के आधार पर चलती रहेगी. किसी को भी क्लीन चिट नहीं दी गई है. जांच सही दिशा में जा रही है. जैसे-जैसे रिपोर्ट और साक्ष्य मिलते रहेंगे जांच आगे बढ़ते रहेंगे.
मोरबी हादसे में 9 लोग गिरफ्तार
अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपी दीपक पारेख (ओरेवा कंपनी के मैनेजर ), दिनेशभाई महासुखराय दवे दिनेशभाई महासुखराय दवे, मनसुख बालजीभाई टोपिया (टिकट क्लर्क), मादेवभाई लाखाभाई सोलंकी (टिकट क्लर्क), कॉन्ट्रैक्टर प्रकाशभाई लालजीभाई परमार , कॉन्ट्रैक्टर देवांगभाई प्रकाशभाई परमार, सिक्योरिटी गार्ड अल्पेशभाई , दिलीपभाई और मुकेश भाई.
Technical Analysis Of Stocks Kya Hai In Hindi
Technical Analysis Of Stocks,नमस्कार दोस्तो आज के आर्टिकल मेे हम बात करेंगे स्टॉक मार्केट के Technical Analysis In Hindi के बारे में.और जानेंगे Technical Analysis kya hai in hindi?,टेक्निकल एनालिसिस करना क्यों जरूरी है? ऐसे कई सारे सवालों के जवाब आपको आज के इस आर्टिकल मेे मिलने वाले है.
Table of Contents
Technical Analysis Of Stock.
स्टॉक मार्केट में Technical Analysis Of Stock को आसान भाषा में समझाने से पहिले आपको कुछ क्रिकेट को बाते बताना चाहता हु.
अपने क्रिक्रेट मेे देखा होगा की,जब भी इंडिया का कोई मैच होता है उस से पहिले भारत टेक्निकल एनालिसिस के लोग मैच के बारे मेे Predict करने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं,जैसे कि आज कोहली सेंचुरी मारेगा,रोहित 200 बनायेगा, बुमराह 5 विकेट लेगा,लेकिन ये बस एक अनुमान होता है, याहा लोगो को मैच देखने से ज्यादा Predict करने का ज्यादा शोक होता है.
उसी तरह स्टॉक मार्केट में भी शेयर का अनुमान लगाया जाता है,और यह अनुमान Technical Analysis और Fundamental Analysis मेथड से लगाया जाता है.
Technical Analysis के बारे में आगे बहुत कुछ बाते जान ने से पहिले कुछ बातों को समझ लो, स्टॉक मार्केट में दो तरह के इन्वेस्टर होते हैं.
- Long Term Investor
- Short Term Investor
Short Term Investor
अब ये जो Short Term Investor होते है,इन्हे Trader कहा जाता है.उनका मकसद स्टॉक मार्केट से कम वक्त(टाइम) में ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना होता है.
Trader कंपनी और उसके Performance के बारे में इतना सोचते नहीं है.ये बस कंपनियों का Technical Analysis करते है,अनुमान लगाते है,और उसी मेे खुश रहते है.
Long Term Investor
जो लोग अपने पैसे को Long Term के लिए Invest करते है,उन्हें Investor कहा जाता है.लेकिन ये जो Long Term Investor होते है.उन्हें अपने पैसे को Invest करना होता है.इसलिए वो कंपनियों का Detail Analysis करते है.और उस प्रोसेस को Fundamental टेक्निकल एनालिसिस Analysis कहते हैं.
स्टॉक मार्केट में जो Trader होते है,उन्हें Technical Analysis of Stock की स्टडी करनी होती है. वहीं जो Investors होते हैं उन्हें Fundamental Analysis of Stock की स्टडी करनी होती.
What Is Technical Analysis In Hindi
टेक्निकल एनालिसिस मतलब किसी शेयर के पास्ट परफॉर्मेंस को देख कर Short Future का अंदाज़ा/अनुमान लगाना.लेकिन दोस्तो एक बात को याद रखो इस मेे काफी Risk होता है.ये तरीका उन्हीं लोगों के लिए बेस्ट है जिनका मकसद सिर्फ प्रॉफिट कमाना और अगर लॉस होता है,तो उसे झेलने की तकाद भी उस के अंदर हो,वहीं लोग इसे फॉलो करते है.
Technical Analysis का उपयोग कब करना चाहिए ?
टेक्निकल एनालिसिस का यूज Intraday Trading,Short Term Trading और Swing Trading के लिए किया जाता है,क्युकी टेक्निकल टेक्निकल एनालिसिस एनालिसिस बना ही उन चीजों के लिए है.आप टेक्निकल एनालिसिस की हेल्प से Long Term Trading नहीं कर सकते उस के लिए फंडामेंटल एनालिसिस है.
इसलिए हमेशा याद रखें जब भी आप Intraday Trading,Short Term Trading या Swing Trading कर रहे हो तो उस स्टॉक का टेक्निकल एनालिसिस जरूर करे.
Technical Analysis Fail Kyu Ho Jata Hai ?
कई बार आप किसी स्टॉक की अच्छी रिसर्च करते हो और उसका टेक्निकल एनालिसिस करके उस के शेयर खरीद लेते हो,लेकिन उस टाइम चीज़े आपके मुताबिक नहीं चलती और शेयर के प्राइस डाउन हो जाते है.ऐसा ज्यादा तर तब होता है,जब उस शेयर के बारे में झूठी अफवाह मार्केट में फैलाई जाए.
दोस्तो याद रखे ये जरूरी नहीं कि टेक्निकल एनालिसिस करके अपको हर बार सही रिजल्ट ही मिले.अगर दस मेे से सात बार अपने टेक्निकल एनालिसिस करके प्रॉफिट कमाया है,तो तीन बार लॉस को भी झेल ने के लिए तैयार रहो.
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आखरी शब्द
होप दोस्तो आपको आज की पोस्ट पढ़के Technical Analysis of Stock ये कंसेप्ट समझ आ गया होगा. यहां हमारा फोकस अपको सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस ऑफ स्टॉक को समझना था.इस टॉपिक के उपर और भी कई सारी चीजें हैं जो हम अगले आने वाले आर्टिकल में समझेंगे.
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टेक्निकल एनालिसिस किस तरह होता है
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श्रद्धा हत्याकांड: जांच भटकाने का प्रयास कर रहा आरोपी, अब होगा नार्को टेस्ट
दिल्ली के सनसनीखेज श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला का नार्को टेस्ट करवाया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान आफताब पुलिस को सही जानकारी नहीं दे रहा और वह पुलिस को जांच को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में पुलिस ने अदालत से आरोपी का नार्को टेस्ट करवाने की अनुमति मांगी थी। अब साकेत जिला अदालत ने आरोपी के नार्को टेस्ट को हरी झंडी दे दी है।
दिल्ली पुलिस को शक है कि आरोपी जांच को भटकाने का प्रयास कर रहा है। वह साफ-साफ नहीं बता रहा कि उसने अपनी गर्लफ्रेंड श्रद्धा वाकर की हत्या करने के बाद उसके फोन और लाश के टुकड़े करने के लिए इस्तेमाल आरी का क्या किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक बार उसने पुलिस को बताया था कि उसने श्रद्धा का फोन महाराष्ट्र में फेंका था तो दूसरी बार बताया कि उसने दिल्ली में फोन नष्ट कर दिया था।
नार्को टेस्ट को अदालत में सबूत की तरह इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, लेकिन यह मेडिकल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट, आफताब और श्रद्धा के दोस्तों के बयानों के साथ डाटा के टेक्निकल एनालिसिस के साथ दिल्ली पुलिस की जांच में मदद कर सकता है। बता दें कि नार्को टेस्ट के दौरान व्यक्ति को एक खास इंजेक्शन दिया जाता है, जिससे वह अर्ध-बेहोशी की स्थिति में चला जाता है और उससे पहले से तय सवालों के जवाब पूछे जाते हैं।
पेशे से शेफ आफताब ने अपनी गर्लफ्रेंड श्रद्धा की हत्या के बाद उसकी लाश के 35 टुकड़े कर दिए थे। उसने इन टुकड़ों को एक फ्रीज में जमा किया और बाद में एक-एक टुकड़े को अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया। मंगलवार को पुलिस आरोपी को लेकर उन स्थानों पर गई थी, जहां वह लाश के टुकड़े फेंका करता था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस अभी तक श्रद्धा का सिर बरामद नहीं कर पाई है।
बताया जा रहा है कि श्रद्धा आफताब पर शादी करने के लिए दबाव डाल रही थी, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं था। उसने हत्या से एक बार पहले भी श्रद्धा को मारने का प्रयास किया था, लेकिन श्रद्धा के रोने पर उसे छोड़ दिया। शादी की बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा बढ़ने लगा और 18 मई को आफताब ने श्रद्धा का कत्ल कर दिया। उसने 18 दिनों में शव के 35 टुकड़े अलग-अलग जगहों पर फेंके थे।
आफताब ने पुलिस को बताया कि वह रोजाना तड़के 2 बजे एक बैग में शव के टुकड़े लेकर घर से निकलता और उन्हें महरौली के जंगलों में अलग-अलग जगहों पर फेंकता था, ताकि उन्हें जानवर खा जाएं और उस पर किसी को शक न हो। उसने बताया कि वह शवों के टुकड़ों से आने वाली दुर्गन्ध को अगरबत्ती जलाकर भगाता था। उसने फ्रिज में श्रद्धा का सिर सुरक्षित रखा था और वह उसे रोजाना देखने का आदि हो गया था।