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Dividend क्या होता है

Dividend क्या होता है

Dividend या लाभांश का अर्थ है एवं इसके प्रकार

अगर हम डिविडेंड (Dividend meaning in hindi) के हिंदी अर्थ की बात करे तो इस का हिंदी अर्थ लाभांश होता है और अगर हम इसके शाब्दिक अर्थ की बात करे तो इसका अर्थ इसके नाम में ही है लाभ+अंस अर्थात लाभ का अंश। हम इस पोस्ट में जानेगे की डिविडेंड (Dividend) क्या होता है? यह कितने प्रकार का होता है? आप को कोई भी कंपनी कब डिविडेंड (Dividend) प्रदान है और कम्पनियो की डिविडेंड की क्या नीतिया होती है।

DIVIDEND क्या होता है – Meaning of DIVIDEND –

किसी व्यापरिक कंपनी में जब कोई व्यक्ति निवेश करता है तो वह व्यक्ति उस कंपनी का निवेशधारक या शेयर होल्डर बन जाता है। और जब वह कंपनी लाभ अर्जित करती है तो वह लाभ का कुछ हिस्सा कंपनी आपने शेयर होल्डर्स के साथ बाटती है।

लाभ के जिस भाग या हिस्से का विभाजन अपने अंशधारियों या शेयर धारको के साथ करती है इसे ही लाभांश या डिविडेंड (DIVIDEND) कहते है। डिविडेंड कम्पनी के शेयर होल्डर को भिन्न भिन्न रूपों में प्रदान किया जाता है ये कम्पनी निर्धारित करती है की उसको अपने शेयर होल्डर को किस रूप में डिविडेंड प्रदान है।

डिविडेंड देना पूरी तरह कंपनी पर निर्भर करता है। कंपनी के संचालक चाहे तभी कंपनी DIVIDEND देने की घोषणा करती है। DIVIDEND देने की घोषणा कंपनी की (ANNUAL GENERAL MEETING) सामन्य बैठक में कम्पनी प्रबंधन के द्वारा किया जाता है पर यह राशि कम्पनी प्रबंधन द्वारा सिफारिश की गयी राशि से अधिक नहीं होना चाहिए।

ज्यादातर कम्पनिया जो मार्किट में नयी होती है वह Dividend क्या होता है लाभ को पुनः कंपनी में लगाकर कंपनी का और विस्तार करती है ऐसे कम्पनिया डिविडेंड (DIVIDEND) बहुत कम देती है या नहीं देती है ।

डिविडेंड (DIVIDEND) आपके पोर्टफोलिओ के जोखिम को कम करता है यदि आपने कंपनी के स्टॉक (share) या म्युचुअल फण्ड Dividend क्या होता है में निवेश किया है तो आप डिविडेंड (DIVIDEND) के भुगतान का विक्लप चुन सकते है । आप सामन्य स्टॉक के साथ- साथ प्रेफर्ड स्टॉक में निवेश कर DIVIDEND प्राप्त कर सकते है।

सामान्य शेयर धारको को दिया जाने वाला डिविडेंड विभिन्न कंपनियों के अनुसार अलग -अलग होता है। प्रेफर्ड स्टॉक में सामान्य स्टॉक की तुलना में लाभांश का भुगतान अधिक किया जाता है

डिविडेंड का भुकतान कैसे किया जाता है

जब कोई कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है तो उसके साथ ही एक निश्चित तिथि की भी घोषणा करती है और इस तिथि को सभी पंजीकृत निवेशक अपने निवेश के आधार पर डिविडेंड प्राप्त करने योग्य हो जाते है इस निश्चित तिथि को देय तिथि के रूप में जाना जाता है लाभांश (डिविडेंड) का मूल्य प्रति शेयर के आधार पर निर्धारित किया जाता है। लाभांश (डिविडेंड) भुगतान आमतौर पर कंपनी के शेयर की कीमत के मुलभुत मूल्य को प्रभावित नहीं करता है ॥

DIVIDEND भुगतान के चरण

  1. जब कोई कंपनी लाभ अर्जित करती तो वह अपने इस लाभ को बचाकर रख लेती है ।
  2. इस अर्जित लाभ का कुछ हिस्सा कंपनी अपने निवेशकों के साथ वितरित करने का निर्णय लेती है।
  3. कंपनी का संचालन मंडल प्राप्त लाभ में से कुछ हिस्सा कंपनी में पुनर्निवेश करके DIVIDEND भुगतान के लिए मंजूरी देता है।
  4. शेयर के मूल्य, रिकार्ड तिथि और Dividend क्या होता है देय तिथि के बारे में घोषणा की जाती है ।
  5. इस निश्चित तिथि पर प्रत्येक शेयर धारक को उसके निवेश के आधार पर लाभांश का भुगतान कर दिया जाता है।

DIVIDEND की गड़ना (Calculation) कैसे की जाती है –

DIVIDEND हमेशा शेयर की फेस वैल्यू पर दिया जाता है और इसकी गढ़ना भी शेयर की फेस वैल्यू पर की जाती है उदाहरण के लिए किसी स्टॉक का करेंट मार्केट प्राइस 1000 रुपए है लेकिन उस स्टॉक की फेस वैल्यू 10 रुपए है और कंपनी 100% लाभांश देने का फैसला करती है तो इसका मतलब यह है की शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपए है और 100% लाभांश मिल रहा है तो प्रति शेयर 10 रुपए का DIVIDEND मिलेगा।

DIVIDEND के प्रकार – Type of DIVIDEND

अगर हम लाभांश या डिविडेंड (DIVIDEND) के प्रकार की बात करे तो ये मुख्यतः 6 प्रकार के होते है जो की इनकी प्रकर्ति के आधार पर निर्धारित किया जाता है। इसके प्रकार निम्न लिखित है –

नकद लाभांश/ Cash DIVIDEND

नकद लाभांश या कॅश डिविडेंड में कंपनी द्वारा सीधे शेयर धारको के खातों में लाभ का पैसे भेज दिया जाता है। ज्यादातर कम्पनिया इसी लाभांश का उपयोग कर भुगतान करना पसंद करती है। इस प्रकार का भुगतान आमतौर पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से किया जाता है लेकिन कभी -कभी इसे चेक के द्वारा भी किया जाता है।

स्टॉक लाभांश (DIVIDEND)

इस प्रकार में लाभांश (DIVIDEND) में कम्पनिया अपने निवेशकों को नए स्टॉक जारी कर लाभांश का भुगतान करती है, स्टॉक डिविडेंड को नकद डिविडेंड से बेहतर माना जाता है क्यूंकि कंपनी अपने निवेशकों की इच्छा अनुसार स्टॉक डिविडेंड को नकद डिविडेंड में परिवर्तित करने का विक्लप प्रदान करती है जो लोग सामन्य शेयर में निवेश करते है, वे स्टॉक लाभांश (डिविडेंड) का विक्लप चुन सकते है।

संपत्ति लाभांश / Asset Dividend

कम्पनिया अपने शेयर धारको को नकद एवं स्टॉक लाभांश के अतिरिक्त सम्पति लाभांश (Asset dividend) का भी विक्लप प्रदान करती है इस प्रकार के लाभांश में कम्पनिया अपने शेयर धारको को प्रतिभूतियों, भौतिक सम्पति,अचल सम्पति आदि के रूप में लाभांश भुगतान जारी करने की सुविधा देती है।

स्क्रिप लाभांश / Scrip Dividend

इस प्रकार के लाभांश (Dividend) में जब कंपनी के पास भविष्य में लाभांश जारी करने के लिए पर्याप्त राशि नहीं हो तब कंपनी स्क्रिप लाभांश का प्रयोग कर भुगतान जारी कर सकती है स्क्रिप लाभांश एक तरह का बिल या वादा किया हुआ पत्र होता है, जो शेयर धारको को भविष्य में एक नियत तिथि पर भुगतान करने की ग्यारन्टी देता है।

लिक्डेंटिंग लाभांश / Liquidating Dividend

जब कम्पनिया अपने व्यवसाय को बंद करने का इरादा रखती है या बंद करना चाहती है तो वह अपने निवेशकों को लिक्वीडेंटिंग लाभांश (Liquidating Dividend) के रूप में भुगतान कर सकती है जब कंपनियों अपने उधार दाताओं का भुगतान कर देती है तब वह इस लाभांश का प्रयोग कर अपने शेयर धारको को लाभांश प्रदान करती है कंपनी बंद होने से पहले कंपनी के द्वारा दिया गया यह आखरी लाभांश होता है और शेयर की संख्या के आधार पर इस DIVIDEND का भुगतान किया जाता है।

विशेष लाभांश / Special dividend

जब कंपनी के द्वारा किसी योजना, प्रोडक्ट या किसी विशेष कार्यक्रम के द्वारा अधिक लाभ कमाया जाता है तो वह इस लाभ को अपने निवेशकों के साथ शेयर करती है इस अतिरिक्त लाभांश (DIVIDEND) को ही विशेष लाभांश कहते है विशेष लाभांश में सामान्य लाभांश की तुलना में अधिक होता है इस लाभांश में नियमित भुगतान निति से अलग लाभांश का भुगतान कंपनी के द्वारा किया जाता है।

DIVIDEND के लाभ

  • किसी कंपनी के मार्केट शेयर का भाव उसके Dividend की कीमत तय नहीं करता dividend की कीमत शेयर के फेस वैल्यू पर निर्धरित होती है।
  • Dividend टैक्स फ्री आय होती है इसलिए जब आपको किसी स्टॉक या शेयर पर dividend प्राप्त होता है तो वह टैक्स फ्री होता है।
  • dividend एक नियमित आय की तरह होती है बड़ी बड़ी कम्पनिया समय -समय पर अपने शेयर धारको को डिविडेंड (dividend) प्रदान करती है।
  • यह आपके पोर्टफोलिओ के जोखिम को भी काम करता है।

लाभांश (Dividend) के सम्बन्ध में ध्यान देने योग्य बाते

  • कंपनी के ऊपर लाभांश (Dividend) देने का कोई क़ानूनी बंधन नहीं होता है कंपनी के संचालको के द्वारा सहमति से लाभांश देने का फैसला किया जाता है
  • अगर कंपनी नियमित रूप से लाभांश (Dividend) दे रही है इसका मतलब कंपनी नियमित लाभ कमा रही है और कंपनी मजबूत स्तिथि में
  • ज्यादातर कंपनियों में लाभांश वार्षिक दिया जाता है और बड़ी कम्पनिया इसे तिमाही रूप से भी देती है
  • Dividend कंपनी के आफ्टर टैक्स प्रॉफिट में से दिया जाता Dividend क्या होता है है

आप ने जाना की डिविडेंड (Dividend) या लाभांश क्या होता है और कम्पनियो कैसे आपने शेयर होल्डर्स को लाभांश स्वति है अगर आप को Dividend के रिलेटेड किसी भी प्रकार की जानकारी पूछना हो तो आप निचे कमेंट सेक्शन में कमेंट कर के जरूर पूछे हम आप के सभी सवालो का जबाब देंगे।

Share Market News: अगले हफ्ते है इन 2 शेयरों की एक्स डिविडेंड डेट, क्या आपके पास हैं ये स्टॉक्स

Dividend Stocks List: सितंबर के आखिरी सप्‍ताह में शेयर मार्केट में 2 स्टॉक्स एक्स डिविडेंड देने जा रहे हैं. इसका मतलब है कि अगर आप डिविडेंड से कमाई के बारे में सोच रहे हैं तो आपके पास इन शेयरों में निवेश का आखिरी मौका है.

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Share Market News: अगले हफ्ते है इन 2 शेयरों की एक्स डिविडेंड डेट, क्या आपके पास हैं ये स्टॉक्स

Upcoming Ex Dividend Date: शेयर मार्केट से केवल शेयरों में उतार चढ़ाव के जरिए ही नहीं बल्कि कुछ दूसरे तरीकों से भी पैसा कमाया जा सकता है. इसमें से एक डिविडेंड है. कंपनी जब अपने शेयरधारकों को शेयर की फेस वैल्यु प्रति शेयर के हिसाब से एक निश्चित रिटर्न देती है तो उसे डिविडेंड कहते हैं. जिन लोगों को शेयरों में घाटा होता है कई बार वे डिविडेंड लेकर भी उसकी क्षतिपूर्ति कर लेते हैं. ऐसे में शेयर होल्‍डर हमेशा डिविडेंड देने वाली कंपनियों की तलाश में रहते हैं. आइए जानते हैं इन कंपनियों के बारे में.

अल्फाविजन ओवर इंडिया लिमिटेड

अल्‍फाविजन ओवर कंपनी की तरफ से बताया गया है कि 5 सितंबर 2022 को हुई निदेशक मंडल की बैठक में 5% के लाभांश की सिफारिश की गई है. ये भुगतान कंपनी की वार्षिक आम बैठक यानी एजीएम (AGM) के 30 दिनों के भीतर कर दिया जाएगा. ये लाभंश 31 मार्च 2022 की समाप्ति के आधार पर किया जाएगा. इस कंपनी के स्‍टॉक की वैल्‍यू 25 मार्च को 12 रुपये 88 पैसे थी, वहीं 23 सितंबर को इसकी वैल्‍यू 33 रुपये 20 पैसे हो गई है. वहीं इस स्‍टॉक के 52 वीक हाई की बात की जाए तो 41 रुपये 60 पैसे है. 52 वीक लो की बात की जाए तो 4 रुपये 38 पैसे था. यानी कि समझा जा सकता है कि लगभग पिछले एक साल में इस शेयर में काफी उतार चढ़ाव देखा गया है.

वेस्‍ट लेजर रिसॉर्ट लिमिटेड

वेस्‍ट लेजर रिसॉर्ट लिमिटेड ने बताया है कि कंपनी अपने शेयरधारकों को 31 मार्च, 2022 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए ₹0.10 पैसे प्रति इक्विटी शेयर का डिविडेंड देने की सिफररिश की है. इसके लिए 28 सितंबर, 2022 की तारीख तय की गई है. इस कंपनी के स्‍टॉक की वैल्‍यू 25 मार्च को 114 रुपये 15 पैसे थी, वहीं 23 सितंबर को इसकी वैल्‍यू 110 रुपये 80 पैसे हो गई है. वहीं इस स्‍टॉक के 52 वीक हाई की बात की जाए तो 264 रुपये 40 पैसे है. 52 वीक लो की बात की जाए तो 97 रुपये था. इस कंपनी के शेयर में भी पिछले एक साल में काफी उतार चढ़ाव देखा गया है. हालांकि पिछले छ: महीनों से ये स्‍टॉक स्थिर बना हुआ है.

डिविडेंड से जुड़ी अहम बातें जान लीजिए

कंपनी के प्रॉफिट के कुछ हिस्से को शेयरहोल्डर्स के साथ शेयर करना डिविडेंड का डिस्ट्रीब्यूशन कहलाता है. डिविडेंड का पेमेंट और अमाउंट कंपनी के बोर्ड डायरेक्टर तय करते हैं. हर शेयर पर मिलने वाले डिविडेंड या लाभांश को डिविडेंड यील्ड कहते हैं. आपको बता दें कि डिविडेंड हर तिमाही के नतीजे के साथ दिया जाता है. जबकि कुछ कंपनियां साल की आखिरी तिमाही में एक बार ही डिविडेंड देती है, जिसे फाइनल डिविडेंड कहा जाता है.

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Dividend क्या है | कौन है सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर?

डिविडेंड क्या होता है | Dividend Meaning in Hindi?

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Dividend Meaning in Hindi – Dividend का Hindi Meaning होता है लाभांश यानी अपने लाभ में से थोड़ा सा अंश या टुकड़ा दे देना।

कोई भी लिस्टेड कंपनी जब अपने लाभ यानी प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अपने शेयरहोल्डर्स को बांटती है तब इस हिस्से को ही डिविडेंड कहा जाता है।

आमतौर पर कंपनियां सालाना डिविडेंड देती हैं पर कुछ कंपनियां ऐसी भी है जो तिमाही और छमाही डिविडेंड्स भी देती हैं।

Dividend हमेशा प्रति शेयर और फेस वैल्यू के आधार पर ही दिया जाता है |

उदहारण के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के एक शेयर की फेस वैल्यू है ₹10 |

अब मार्च 2022 समाप्ति वर्ष के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 80% का इक्विटी लाभांश यानि 10 * 80/100 = 8 रुपये प्रति शेयर घोषित किया |

वैसे यह जरूरी नहीं कि dividend देनें के लिए हर तिमाही/सालाना कंपनी को लाभ ही हो, ऐसी कई कंपनियां हैं जिनके पास काफी कैश रहता है वह भी अक्सर लाभांश देती हैं |

यह कोई जरूरी नहीं कि सभी कंपनियां हर साल डिविडेंड दें ही और ऐसी बहुत सी कंपनियां है जिसनें अभी भी कोई भी डिविडेंड नहीं दिया है।

अगर कोई कंपनी साल के बीच में लाभांश दे रही है तब उसे अंतरिम डिविडेंड (interim dividend) और यदि वह साल के अंत में दे रही है तब फाइनल डिविडेंड (final dividend) कहा जाता है।

जब भी कोई कंपनी प्रॉफिट करती है तब वह अपने पैसे को दो तरीके से उपयोग में ला सकती है।

  1. उसी पैसे को अपने बिजनेस में वापस लगा कर के
  2. शेयर होल्डर को डिविडेंड बांट के

आप हमें कमेंट करके बताएं कि आप इन दोनों में से किस प्रकार की कंपनी को चुनना पसंद करेंगे।

डिविडेंड यील्ड क्या होता है। What is Dividend Yield?

डिविडेंड यील्ड के बारे में आपने अधिकतर जगह देखा या पढ़ा होगा जिसे एक प्रतिशत (%) के रूप में दिखाया जाता है।

Dividend Yield का मतलब है कि एक निवेशक को अपने निवेश पर कितना प्रतिशत डिविडेंड मिलता है ।

Dividend Yield = Dividend Declared / Current Stock Price

जैसे मान लें किसी कंपनी का डिविडेंड यील्ड 3% है |

तो इसका मतलब यह है कि अगर आप इस वक्त उस कंपनी में ₹100,000 निवेश करते हैं तब आपको कंपनी द्वारा सालाना ₹3000 डिविडेंड मिलेंगे आपके बैंक अकाउंट में।

एक बार फिर से इसे एक उदाहरण से समझे।

माना एक कंपनी की स्टॉक प्राइस ₹100 है जो ₹10 प्रति शेयर डिविडेंड डिक्लेअर कर रही है।

तब डिविडेंड यील्ड हो जाएगा 10 / 100 * 100 = 10% ।

उम्मीद करता हूं आपको समझ में आ गया होगा।

सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले 10 शेयर | Top 10 Stocks in India Paying Dividend क्या होता है High Dividends [2022]

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आइये जानते हैं कि पिछले 3 सालों में सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर कौन कौन से हैं |

ऊपर जितने भी नाम मैंने दिए हैं उनमें निवेश करके आप फिक्स डिपाजिट से अधिक रिटर्न्स डिविडेंड के रूप में कमा सकते हैं।

अब जैसे मान लें कि आपने ₹100000 कोल इंडिया में इन्वेस्ट किए हैं तब आपको हर साल 9600 रुपए केवल डिविडेंड के मिल जाएंगे जो एफडी से अधिक है।

डिविडेंड कैसे मिलता है [Important Dividend Dates]

dividend in stock market

अगर आप पूछेंगे कि डिविडेंड कैसे मिलता है Dividend क्या होता है तो इसका सीधा उत्तर है लाभांश देने वाले स्टॉक्स को खरीद के |

यहाँ ध्यान दें कि किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए आप के पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए नहीं तो आप म्यूच्यूअल फण्ड के डिविडेंड आप्शन में निवेश कर सकते हैं |

ऐसा नहीं है कि आपने कभी भी किसी कंपनी के सहरे को खरीद लिया और सोचते रहे कि अब तो आपको डिविडेंड मिल ही जायेगा |

चलिए अब जानते हैं dividend लेने के लिए आपको किन जरूरी तिथियों यानि डेट्स के बारे में जानना आवश्यक है |

डिविडेंड डेक्लरेशन डेट | Dividend Declaration Date

इस दिन कंपनी की वार्षिक आम बैठक (AGM) होती है और इसी में कंपनी का बोर्ड लाभांश देने का निर्णय लेता है |

रिकॉर्ड डेट | Record Date

मैंने आपको बताया था कि ऐसा नहीं है कि डिविडेंड लेने के लिए आप स्टॉक को कभी भी खरीद लें |

यहाँ पर रिकॉर्ड डेट बहुत मायने रखती है जिसका मतलब यह है कि इस दिन कंपनी अपने रिकॉर्ड चेक करती है और उसमें जिनके नाम होते हैं उन्हें ही लाभांश देना तयं किया जाता है।

आमतौर पर देखा गया है कि लाभांश की घोषणा और रिकॉर्ड डेट के बीच कम से कम 30 दिनों का अंतर होता है।

एक्स डिविडेंड डेट | Ex-Date

यह दिन record date के दो कारोबारी दिन पहले आता है और यही सबसे जरूरी तारीख है |

यह जरूरी इसलिए है क्योंकि अगर आपको उस कंपनी का डिविडेंड चाहिए तो आपको वह स्टॉक Ex-Date के पहले खरीदना होगा ।

इसका कारण यह है कि भारत में सौदे के दो दिन बाद ही समझौता Dividend क्या होता है होता है जिसे हम लोग शेयर मार्किट की भाषा में T+2 सेटलमेंट कहते हैं |

डिविडेंड पे आउट डेट | Dividend Payout Date

इस दिन शेयरधारकों को डिविडेंड का पेमेंट कर दिया जाता है।

यहाँ ध्यान दें कि जब भी कोई स्टॉक एक्स डिविडेंड हो जाता है यानि जब डिविडेंड मिल जाता है तब उसकी कीमतें dividend के बराबर ही कम हो जाती हैं |

जैसे मान लें किसी शेयर का मौजूदा भाव है ₹1000 और अगर उसनें 10 रु/शेयर का लाभांश दिया है तब ex-date पर उस स्टॉक की मौजूदा कीमत हो जाएगी ₹990 |

डिविडेंड यील्ड अधिक होने का क्या मतलब है?

ऐसे देखने में तो काफी अच्छा लगेगा कि अगर किसी कंपनी का डिविडेंड यील्ड अधिक है।

पर क्या यहां इसका मतलब यह है कि आपको ऐसे ही कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहिए जिसका डिविडेंड यील्ड अधिक से अधिक हो।

यहाँ Dividend yield अधिक हो जाने के दो मतलब हो सकते हैं।

पहला यह कि कंपनी के शेयर की कीमत बहुत ज्यादा गिर चुकी है इसलिए डिविडेंड यील्ड ज्यादा लग रही है।

अच्छी से अच्छी कंपनियां एक परसेंट से ज्यादा डिविडेंड नहीं देती।

दूसरा कारण यह है कि कंपनी पैसे तो कमा रही है लेकिन व्यापार को और ज्यादा बढ़ाना कैसे हैं इसकी कोई प्लानिंग नहीं है कंपनी के पास।

इसलिए वह कमाए हुए पैसों को शेयर होल्डर्स में बांट रही है।

अगर आप ऐसे कंपनी में निवेश करते हैं जिसका डिविडेंड 4-5% से ज्यादा है तो 90% चांस है कि आपके निवेश किए गए पैसे पर आपको डिविडेंड तो अच्छे मिल जाएंगे लेकिन ग्रोथ कुछ ख़ास नहीं रहेगी।

इसलिए आप देखेंगे कि अधिकतर सरकारी कंपनियां अधिक लाभांश देती हैं पर उनकी शेयर प्राइस अधिक नहीं बढती है |

क्या आपको हाई डिविडेंड यील्ड वाली कंपनियों में निवेश करना चाहिए?

देखें डिविडेंड देने वाले स्टॉक्स हमेशा से इन्वेस्टर्स के फेवरेट रहे हैं क्योंकि ठीक-ठाक बढ़ते हैं और इनमें शानदार डिविडेंड्स भी मिलता है।

पर अगर आप हाई ग्रोथ चाहते हैं तब आपको ऐसी कंपनी में थोड़ा निराश होना पड़ेगा।

जैसे कोल इंडिया या पॉवर ग्रिड कैश रिच कंपनी हैं पर इनके शेयर में उतनी ग्रोथ नहीं दिखती |

अब आपको यह सोचना है कि आपको रेगुलर इनकम चाहिए या फिर अधिक ग्रोथ |

अब जब बात आती है हाई डिविडेंड यील्ड वाली कंपनियों में निवेश करने की तो मैंने कुछ कंपनी जैसे कोल इंडिया और आईओसी में निवेश किया हुआ है |

हालांकि मेरे हिसाब से आपके पोर्टफोलियो में 10-15 % हाई डिविडेंड यील्ड वाले स्टॉक भी होने चाहिए जो आपको समय-समय पर रेगुलर इनकम देते रहें।

IRCTC Dividend: इन्वेस्टर्स को तोहफा देने वाली है आईआरसीटीसी, अब मिलेगा 75 फीसदी डिविडेंड

डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट (IRCTC Dividend Dividend क्या होता है Payment Date) अलग-अलग होती है. रिकॉर्ड डेट का मतलब उस तारीख से है, जिसके आधार पर डिविडेंड के लिए योग्य शेयरहोल्डर्स की छंटनी की जाती है. वहीं डिविडेंड के पेमेंट डेट का निर्धारण एजीएम में मंजूरी मिलने के बाद होता है. रिकॉर्ड डेट से ठीक एक दिन पहले की तारीख को एक्स-डिविडेंड डेट कहा जाता है.

फाइनल डिविडेंड देने वाली है IRCTC

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 अगस्त 2022,
  • (अपडेटेड 16 अगस्त 2022, 11:12 AM IST)
  • कंपनी ने फरवरी में भी दिया था डिविडेंड
  • एजीएम में लगेगी फाइनल डिविडेंड पर मुहर

इंडियन रेलवे (Indian Railways) को कैटरिंग सर्विसेज देने वाली कंपनी आईआरसीटीसी (IRCTC) के शेयरहोल्डर्स को इस सप्ताह शानदार तोहफा मिलने वाला है. कंपनी इस सप्ताह अपने शेयरहोल्डर्स (IRCTC Shareholders) को 75 फीसदी का फाइनल डिविडेंड (IRCTC Final Dividend) देने वाली है. कंपनी ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 (FY22) के लिए फाइनल डिविडेंड का रिकॉर्ड डेट (IRCTC Dividend Record Date) 19 अगस्त तय किया है.

एजीएम के 30 दिनों के भीतर पेमेंट

रिकॉर्ड डेट के हिसाब से जो शेयरहोल्डर्स पात्र पाए जाएंगे, उन्हें फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के लिए 75 फीसदी फाइनल डिविडेंड का लाभ मिलेगा. आईआरसीटीसी ने पिछले महीने शेयर बाजारों को बताया था कि अगर सालाना आम बैठक (IRCTC AGM) में किसी डिविडेंड को मंजूरी मिली तो बैठक के 30 दिनों के भीतर उसका भुगतान कर दिया जाएगा. आईआरसीटीसी के किन शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड वाला तोहफा मिलेगा, यह रिकॉर्ड डेट के हिसाब से तय किया जाएगा.

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रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट में ये फर्क

आपको बता दें कि डिविडेंड का रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट (IRCTC Dividend Payment Date) अलग-अलग होता है. रिकॉर्ड डेट का मतलब उस तारीख से है, जिसके आधार पर डिविडेंड के लिए योग्य शेयरहोल्डर्स की छंटनी की जाती है. वहीं डिविडेंड Dividend क्या होता है के पेमेंट डेट का निर्धारण एजीएम में मंजूरी मिलने के बाद होता है. रिकॉर्ड डेट से ठीक एक दिन पहले की तारीख को एक्स-डिविडेंड डेट कहा जाता है. आम तौर पर डिविडेंड के लिए उन इन्वेस्टर्स को योग्य माना जाता है, जिन्होंने एक्स-डिविडेंड डेट (IRCTC Ex-Dividend Date) से एक-दो दिन पहले तक कंपनी के शेयर खरीदे होते हैं. एक्स-डिविडेंड डेट के बाद शेयर खरीदने वाले इन्वेस्टर्स को उक्त अवधि के लिए डिविडेंड का लाभ नहीं मिलता है.

इसी महीने होने वाली है बैठक

आईआरसीटीसी की 23वीं सालाना आम बैठक 26 अगस्त को होने वाली है. इससे पहले कंपनी के निदेशक मंडल ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के लिए शेयरहोल्डर्स को 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले हर शेयर पर 1.50 रुपये का फाइनल डिविडेंड देने की सिफारिश की थी. यह Dividend क्या होता है डिविडेंड 160 करोड़ रुपये के पेड-अप शेयर कैपिटल का 75 फीसदी है. कंपनी इससे पहले फरवरी 2022 में 2 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश (Interim Dividend) दे चुकी है, जिसका भुगतान भी किया जा चुका है. एजीएम की तारीख के हिसाब से देखें तो आईआरसीटीसी के शेयर होल्डर्स को 26 सितंबर तक फाइनल डिविडेंड का भुगतान भी मिल जाएगा.

जून तिमाही में कंपनी को इतना प्रॉफिट

आज शुरुआती कारोबार में बीएसई (BSE) पर आईआरसीटीसी का शेयर (IRCTC Share Price) करीब 0.50 फीसदी की तेजी के साथ 670 रुपये के पास कारोबार कर रहा था. अभी कंपनी का एमकैप (IRCTC MCap) 53,556 करोड़ रुपये है. कंपनी को जून 2022 तिमाही में 245.52 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट (IRCTC Net Profit) हुआ था, जो ठीक एक साल पहले की तुलना में 198 फीसदी ज्यादा है. इस दौरान कंपनी का राजस्व (IRCTC Revenue) 250.34 फीसदी बढ़कर 852.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था.

Stock Market News: रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्टॉक इस हफ्ते हो जाएगा एक्स-डिविडेंड, जानिए पूरी डिटेल

एक्स-डिविडेंड डेट उस तिथि को कहा जाता है जिस दिन तक शेयर खरीदने वाले को लाभांश मिलता है. अमूमन उसके अगले दिन रिकॉर्ड डेट होती है.

Stock Market News: रिलायंस के शेयर धारकों के लिए गुड न्यूज

Stock Market News: बाजार हिस्सेदारी के मामले में भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने वित्त वर्ष 2012 के लिए अपने शेयरधारकों को 80 फीसदी लाभांश देने की घोषणा की है. मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी ने वार्षिक आम बैठक (AGM) में घोषित और अनुमोदित होने पर एक सप्ताह के भीतर इन लाभांश का भुगतान करने की योजना बनाई है. बता दें कि पिछले हफ्ते आरआईएल के शेयरों में तेजी देखी गई. गौरतलब है कि एक्स-डिविडेंड डेट उस तिथि को कहा जाता है जिस दिन तक शेयर खरीदने वाले को लाभांश मिलता है. अमूमन उसके अगले दिन रिकॉर्ड डेट होती है.

रिलायंस को हुआ जबरदस्त मुनाफा

बताते चलें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज अलग-अलग सेक्टर में काम करती है. कंपनी को ऊर्जा से लेकर रिटेल और टेलीकॉम सभी सेक्टर में जबरदस्त मुनाफा हुआ है. चौथी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 22.5 फीसदी बढ़कर 16,203 करोड़ रुपये रहा है. जबकि, इससे पिछले वित्त वर्ष 2020-21 की इसी जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी को 13,227 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. जनवरी-मार्च तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा सालाना आधार पर बढ़ा है. लेकिन, अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही की तुलना में ये गिरा है. तब कंपनी का मुनाफा 18,549 करोड़ रुपये था. समीक्षा अवधि में कंपनी की ऑपरेशन से इनकम 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रही है. जनवरी-मार्च 2022 में कंपनी की आय 2,11,887 करोड़ रुपये रही. ये पिछले साल की इसी तिमाही में 1,54,896 करोड़ रुपये थी.

10 रुपये के शेयर पर 8 रुपये डिविडेंड

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने चौथी तिमाही के परिणाम के साथ ही शेयर होल्डर्स के लिए सालाना लाभांश (RIL Annual Dividend) का भी ऐलान किया है. कंपनी 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले हर शेयर पर 8 रुपये का डिविडेंड देगी. बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इस फैसले को मंजूरी दे दी है. कंपनी ने कहा है कि यदि एजीएम में लाभांश की घोषणा की जाती है, तो एजीएम के समापन के एक सप्ताह के भीतर भुगतान किया जाएगा. कंपनी 29 अगस्त को अपनी 45वीं वार्षिक आम बैठक आयोजित करेगी.

पिछले हफ्ते आरआईएल के शेयरों में करीब 4 फीसदी की तेजी दर्ज

पिछले हफ्ते शुक्रवार को आरआईएल के शेयर बीएसई पर 42.45 रुपये या 1.64 फीसदी की बढ़त के साथ 2,632.65 रुपये पर बंद हुआ है. बेंचमार्क पर आरआईएल एक हेवी स्टॉक है. यह 18 लाख करोड़ रुपये से अधिक के बाजार मूल्यांकन के साथ सबसे मूल्यवान स्टॉक है. दलाल स्ट्रीट पर पिछले हफ्ते आरआईएल के शेयरों में करीब 4 फीसदी की तेजी आई है. शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, बीएसई पर आरआईएल के 33,06,684 सार्वजनिक शेयरधारक हैं, जिनके पास 3,24,11,15,693 इक्विटी शेयरों के पूर्ण प्रदत्त इक्विटी शेयरों की संख्या है.

क्या होता है डिविडेंड?

शेयर बाजार की दुनिया में कुछ ऐसी कंपनियां हैं जो अपने शेयरधारकों को समय-समय पर अपने मुनाफे में से हिस्सा देती हैं. मुनाफे के रूप में मिलने वाला यही हिस्सा डिविडेंड कहलाता है. ऐसी कंपनियों के शेयरों को डिविडेंड यील्ड Dividend क्या होता है स्टॉक्स कहा जाता है. हालांकि, ये डिविडेंड देना या न देना किसी भी कंपनी का खुद का फैसला होता है. ये अनिवार्य नियम नहीं है. पीएसयू सेक्टर की कंपनियां अधिकतर अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देती हैं.

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