मुद्रा और साख

साख मुद्रा (Cradit Money)
Question: What is meant by credit money? Explain the main forms of credit money.
उत्तर :
साख मुद्रा : साख मुद्रा वह मुद्रा होती है जिसका मौद्रिक मूल्य उसके वस्तु मूल्य से अधिक होता है।
Answer :
Credit Money: Credit money is money whose monetary value is more than its commodity value.
अर्थात् “साख मुद्रा उस मुद्रा को कहते हैं जिसमें मुद्रा का वस्तु मूल्य मुद्रा के मौद्रिक मूल्य से कम होता है।”
That is, “credit money is said to be that currency in which the commodity value of money is less than the monetary value of money.”
साख मुद्रा के निम्नलिखित रुप है-
Credit money has the following forms-
1) सांकेतिक सिक्के : भारत में 50 पैसे, 25 पैसे, एक रुपए आदि के सिक्के सांकेतिक सिक्के हैं जो साख मुद्रा ही है, क्योंकि इनका अंकित या मौद्रिक मूल्य उसमें लगी वस्तु मूल्य से अधिक है। यही कारण है कि इनमें से कुछ सिक्कों को बनाना बंद कर दिया गया।
1) Symbolic Coins: In India, coins of 50 paise, 25 paise, one rupee etc. are symbolic coins which are credit currency only, because their face or monetary value is more than the commodity value in it. This is the reason why some of these coins were discontinued.
2) प्रतिनिधि सांकेतिक मुद्रा : यह वह मुद्रा होती है जो सांकेतिक सिक्कों का प्रतिनिधित्व करती है। इसमें कागजी नोट शामिल होते हैं। यह साख मुद्रा के रूप मुद्रा और साख है क्योंकि कागज की नोट पर छपी मूल्य उसमें लगे कागज के मूल्य से कहीं अधिक होते हैं।
2) Representative Symbolic Currency: It is the currency मुद्रा और साख which represents the symbolic coins. This includes paper notes. This credit is a form of currency because the value printed on a paper note मुद्रा और साख is much higher than the value of the paper in it.
3) चेक व ड्राफ्ट : चेक और ड्राफ्ट भी साख मुद्रा का रूप है क्योंकि इनमें अंकित मूल्य इनके वस्तु मूल्य से अधिक होता है।
3) Checks and Drafts: Checks and drafts are also a form of credit currency as their face value is more than their commodity value.
4) बैंकों की मांग जमाएं : यह भी साथ मुद्रा का ही रूप होती है। इन्हें चेक द्वारा निकाला जाता है जिसका वस्तु मूल्य मौद्रिक मूल्य से कम होता है।
4) Demand deposits of banks: This is also a form of money as well. These are drawn by check whose commodity value is less than the monetary value.
5) केंद्रीय बैंक के परिचालन में ग्राम प्रोमिसरी नोट : यह वह मुद्रा है जो केंद्रीय बैंक द्वारा जारी की जाती है। ₹2000 अथवा अन्य नोटों पर आप यह वाक्य पाएंगे, “मैं धारक को ₹2000 अदा करने का वचन देता हूं।” इस नोट के बदले आप कोई भी वस्तु इसके मूल्य अनुसार खरीद सकते हैं अथवा इसके बदले बैंक से छोटे नोट प्राप्त कर सकते हैं। यह भी साख मुद्रा का ही रूप है क्योंकि प्रमिसरी मुद्रा और साख नोट का वस्तु मूल्य उसके मौद्रिक मूल्य से कम होता है।
5) Village Promissory Note in operation of the central bank: It is the currency which is issued by the central bank. On ₹2000 or other notes you will find the sentence, “I promise to pay ₹2000 to the holder.” In exchange for this note, you can buy any item according to its value or you can get small notes from the bank instead. This मुद्रा और साख is also a form of credit money because the commodity value of a promissory note is less than its monetary value.
By ➪
Manish Kapoor
Lecturer in Economics
अर्थशास्त्र : – मुद्रा, बचत और शाख ( लघु उत्तरीय प्रश्न) | 10th Bihar Board Economics VVI Subjective QnA
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अर्थशास्त्र : मुद्रा, बचत और शाख ( लघु उत्तरीय प्रश्न) | 10th Bihar Board Economics VVI Objective QnA
Q मुद्रा, बचत और शाख को परिभाषित करें।
Ans– मुद्रा — मुद्रा वह माध्यम है जिसके द्वारा हम किसी वस्तुओं के मूल्य चुकाते हैं तथा अन्य व्यवसायिक दायित्व को निभाते हैं। मुद्रा वैधानिक रूप से सरकार द्वारा मान्यता पूर्वक जारी की जाती है। इसका मान संपूर्ण राष्ट्र में एक समान होता है।
बचत — प्राप्त आय में से उपभोग को घटाने के बाद जो शेष धन प्राप्त होता है, उसे बचत कहते हैं। बचत को दो भागों में बांटा जाता है– नगद बचत और वस्तु संचय
शाख — शाख का अर्थ होता है भरोसा या विश्वास करना। जब हम किसी व्यक्ति या संस्था की साख की बात करते हैं तो इससे उस व्यक्ति या संस्था की इमानदारी का पता चलता है कि वे ऋण लौटाने में कितने सक्षम है।
Q ATM क्या है?
Ans– ATM एक प्लास्टिक मुद्रा है। इसका विस्तारित रूप automatic tailor machine है। इसके द्वारा 24 घंटे रूपये निकालें तथा जमा करने की सुविधा प्रदान की जाती है। एटीएम इस्तेमाल करते समय चार अंको की गुप्त पीन का मुद्रा और साख प्रयोग करना पड़ता है इस इनके बगैर एटीएम का संचालन असंभव है।
Q शाख मुद्रा किसे कहते हैं?
Ans– शाख मुद्रा वह मुद्रा का साधन है, मुद्रा और साख जिसमें साख पत्र के आधार पर मुद्रा का विनिमय किया जाता है। जैसे– चेक, ड्राफ्ट इत्यादि
Q मौद्रिक प्रणाली क्या है?
Ans– मौद्रिक प्रणाली में मुद्रा विनिमय के माध्यम से कार्य होता है। इस प्रणाली में पहले कोई व्यक्ति किसी वस्तु या सेवा को बेचकर मुद्रा प्राप्त करते है और फिर उस मुद्रा से अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं। इस प्रणाली में मुद्रा का होना आवश्यक है। इसीलिए इसे मध्य प्रणाली भी कहते हैं।
Q मौद्रिक प्रणाली क्या है?
Ans– वस्तु विनिमय एक माध्यम है जिसके द्वारा वस्तु के बदले वस्तु प्राप्त किए जाते हैं। जब मुद्रा नहीं थी तो उस समय मुख्य साधन वस्तु विनिमय ही था।
अभी भी चावल, धान, गेहूं इत्यादि के बदले सब्जी तथा घर में प्रयोग होने वाले वस्तुएं हम खरीदते हैं। वस्तु विनिमय प्रणाली अभी भी देहाती क्षेत्रों में मौजूद है।
Q क्रेडिट कार्ड क्या है?
Ans– क्रेडिट कार्ड प्लास्टिक मुद्रा का ही रूप है । इस कार्ड के द्वारा कार्ड धारक कम समय में कुछ शर्त पर मुद्रा का निष्कासन कर सकता है । जैसे- वीजा कार्ड, मास्टर कार्ड इत्यादि
Q बैंक ड्राफ्ट क्या है?
Ans–बैंक ड्राफ्ट एक पत्र है, जो बैंक अपने साख या किसी अन्य बैंक को आदेश देती है कि पत्र में अंकित राशि उस व्यक्तियों को प्रदान किया जाए। इस माध्यम से आसानी से कम खर्च में मुद्रा एक स्थान से दूसरे स्थान भेजे जा सकते हैं।
Q शिकारी युग में कौन सी मुद्रा का प्रचलन था?
Ans– शिकारी युग में किसी मुद्रा का प्रचलन नहीं था। उस समय लोग वस्तु विनिमय प्रणाली के माध्यम से अपना कार्य करते थे। इसीलिए वस्तु मुद्रा की संज्ञा दी गई है। शिकारी युग में मानव जानवरों की खाल तथा मांस को मुद्रा के रूप में प्रयोग करते थे।
Q प्लास्टिक मुद्रा क्या है?
Ans–प्लास्टिक मुद्रा, मुद्रा का आधुनिकतम रूप है जिसके माध्यम से महानगरों में खरीददारी की जाती है। एटीएम प्लास्टिक मुद्रा का ही उदाहरण है। प्लास्टिक मुद्रा से ढेर सारी कागजी मुद्रा देने से बचा जा सकता है । अब छोटे- छोटे शहरों में भी इसका प्रचलन बढ़ता जा रहा है।
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मुद्रा का महत्व | Importantance of Money
मुद्रा मनुष्य के समस्त आविष्कारों में एक आधारभूत अविष्कार हैं। ज्ञान की प्रत्येक शाखा के अपने मूल अविष्कार हैं। मशीनों में यह अविष्कार पहिया हैं, विज्ञान में आग है और राजनीति विज्ञान में वोट (Vote) है उसी प्रकार अर्थशास्त्र तथा मनुष्य के समस्त व्यापारिक जीवन में मुद्रा एक ऐसा मूलभूत अविष्कार है जिस पर अन्य सभी बातें आधारित होते हैं।
आधुनिक अर्थव्यवस्था में मुद्रा का महत्व
आज के समय में इस समय में अर्थव्यवस्था में मुद्रा का महत्व निम्नलिखित रूपों में है
साख का निर्माण
साख अर्थात् भरोसा । मुद्रा के लोगों के बीच, लोगों में साख बन जाता है जिससे कोई भी कार्य के लिए विनिमय में कोई परेशानी नहीं होता हैं। आज के समय में संपूर्ण व्यवसाय साठ पर ही आधारित है जितने भी बैंकिंग संस्थाएं हैं उद्योग एवं व्यापार को पैसे उधार देकर उनको आगे की ओर बढ़ने में सहायता करते हैं। साख की वर्तमान तथा भविष्य की मात्रा की श्रेष्ठतम माप मुद्रा में ही हो सकती हैं। मुद्रा के बिना साख-व्यवस्था का अंत हो जाएगा। अतः मुद्रा वर्तमान अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक तेल तथा ईंधन का कार्य करते हैं।
सामाजिक क्षेत्र में क्रांति
आधुनिक अर्थव्यवस्था में मुद्रा का यह दूसरा सबसे बड़ा महत्व हैं इसके माध्यम से ही संपत्ति का विनियोग (Investment) किया जाता हैं। अनेक स्कूल, कालेज, होटल, लाइब्रेरी इत्यादि पैसे से ही चलाए जा रहे हैं।
आधुनिक बाजार व्यवस्था का आधार
यह (Money) ही एक ऐसा माध्यम है जिसके कारण बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्था स्थापित हुई है क्योंकि बड़े कारखानों में जितने माल का उत्पादन होता हैं, वह सभी मुद्रा के बदले तत्काल बिक जाता हैं और प्राप्त हुए मुद्रा से दोबारा कच्चा माल खरीदा जाता हैं।
उससे नया माल बनाया जाता हैं। इस प्रकार मुद्रा के माध्यम से पूंजी का कई बार आवर्तन (Turnover) किया जा सकता है और अधिक लाभ कमाया जा सकता हैं।
राजनीतिक क्षेत्र में क्रांति
समय जैसे-जैसे बदलता गया, वैसे-वैसे विनिमय का माध्यम भी बदलता गया । Money ने पूरा काया ही पलट दिया । इसने राजनीतिक क्षेत्र में क्रांति ही ला दी। जनता सरकार को टैक्स चुकाता हैं,Tax पहले भी देता था अपनी इच्छा मुद्रा और साख के बिना लेकिन आज जनता अपनी इच्छा से सरकार को Tax Pay करता है और इसके बदले में उसे कुछ अधिकार भी प्राप्त होते हैं।
सामाजिक कल्याण की सूचक
मुद्रा के माध्यम से ही किसी देश की राष्ट्रीय आय तथा प्रति व्यक्ति आय का माप होता हैं। यदि प्रत्येक व्यक्ति की वास्तिवक आय बढ़ती रहती है तो देश आर्थिक कल्याण की ओर आगे बढ़ता हैं, अन्यथा नहीं बढ़ता है।
अर्थशास्त्र के विभिन्न क्षेत्रों में मुद्रा का महत्व
उत्पादन क्षेत्र
आधुनिक युग में उत्पादन अनेक तत्वों के सहयोग का परिणाम है जिनमें भूमि, श्रम, पूंजी, संगठन एवं साहस का समावेश होता हैं। इन सभी तत्वों के मूल्य का सामूहिक योग लागत होती है जो मुद्रा में निर्धारित की जाती हैं।
विनिमय क्षेत्र
जब किसी भी माल को तैयार कर लिया जाता है तो उसे बेचने की बारी आती है। मुद्रा प्रत्येक वस्तु की लागत का अनुमान लगाने में सहायक होती हैं और लागत के आधार पर ही वस्तु का मूल्य निर्धारित किया जाता हैं। मूल्य निश्चित किए बिना किसी भी वस्तु की बिक्री संभव नहीं हैं।
वास्तव में, संपूर्ण विक्रय-व्यवस्था मुद्रा पर ही आधारित हैं। मुद्रा विनिमय का माध्यम और मूल्यमापक का कार्य करती हैं। इस प्रकार मुद्रा ने वस्तु विनिमय की कठिनाइयों को दूर कर दिया हैं।
उपभोग क्षेत्र
आर्थिक क्रियाओं में उपभोग का सबसे पहला स्थान हैं। मनुष्य जिस वस्तु का उपभोग करना चाहता हैं, उसकी खरीद की मात्रा वस्तु की कीमत पर निर्भर करती हैं और कीमत के निर्धारण में मुद्रा की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। उपभोग का उद्देश्य अधिकतम संतोष प्राप्त करना होता हैं। प्रत्येक व्यक्ति अपनी सीमित आय को इस प्रकार व्यय करना चाहता है कि उसे अधिकतम संतोष प्राप्त हो सके ।
यह मुद्रा द्वारा ही संभव है क्योंकि मुद्रा द्वारा ही यह जाना जा सकता है कि किस वस्तु के उपभोग से कितना संतोष प्राप्त हो सकेगा।
Class 10अर्थशास्त्र “मुद्रा बचत एवं साख” all objective Questions
10th ka Economics objective
Class 10अर्थशास्त्र “मुद्रा बचत एवं साख”
10th ka Economics objective अर्थशास्त्र “मुद्रा बचत एवं साख” all objective V V I Economics ka objective Matric exam 2021 Bihar Board
10th ka Economics objective
[ 1 ] ‘बैंक’ एक उदाहरण है :
[A] प्राथमिक क्षेत्र का
[B] द्वित्तीयक क्षेत्र का
[C] तृतीय क्षेत्र का
[D] उपयुक्त तीनों क्षेत्र का
[ 2 ] आर्थिक एवं मौद्रिक विकास एक-दूसरे के हैं :
[ 3 ] योजना आयोग के अध्यक्ष होते हैं :
[ 4 ] योजना आयोग के सदस्यों की संख्या होती है :
[ 5 ] भारत एक राष्ट्र है :
[ 6 ] आए एक परिश्रमिक है जिसे कोई अपने कार्य के बदले पाता है :
[ 7 ] ‘नरेगा’ एक कार्यक्रम है :
[B] राष्ट्रीय स्तर का
[C] प्रांतीय स्तर का
[ 8 ] प्लास्टिक मुद्रा है :
[ 9 ] पूंजी का पारिश्रमिक है :
[ 10 ] भूमि का पारिश्रमिक मुद्रा और साख है :
[ 11 ] “गरीबी गरीबी को जन्म देती है” या कथन है :
[C] रैगनर नकर्स का
[ 12 ] राष्ट्रीय आय के अंतर्गत शामिल हैं :
[A] वस्तुओं का मूल्य
[B] वस्तुओं एवं सेवाओं का मूल्य
[C] सेवाओं का मूल्य
[D] उपयुक्त में से कोई नहीं
[ 13 ] र्सवप्रथम राष्ट्रीय आय के अनुमान का वर्ष था :
[ 14 ] कुल उत्पादन एवं उत्पादन में किए गए खर्च का अंतर कहलाता है :
[A] प्रति व्यक्ति आय
[B] सकल घरेलू उत्पाद
[C] कुल घरेलू उत्पाद
[D] शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद
[ 15 ] विनिमय के रूप हैं:
[ 16 ] नेपाल की मुद्रा है :
[ 17 ] चेक एक प्रकार की मुद्रा है :
[ 18 ] मुद्रा और साख ए. टी. एम. का विस्तारित रूप है :
[A] auto transfer machine
[B] auto ticket machine
[C] automatic teller machine
[D] auto transit machine
[ 19 ] साख का क्या अर्थ है ?
[B] ऋण लौटाने की क्षमता
[D] इनमें से कोई नहीं
[ 20 ] तत्काल उपभोग में आने वाली वस्तुएं होती है :
[ 21 ] मुद्रा एक अच्छा :
[ 22 ] ए .टी .एम. के द्वारा पैसे निकालने एंव जमा के लिए जा सकते हैं :
[ 23 ] चेक एक प्रकार की मुद्रा है :
[ 24 ] आधुनिक युग में उद्योग मुद्रा रूपी वस्त्र धारण किए हुए हैं कहा है :
[ 25 ] विश्व विकास रिपोर्ट (2005) में भारत की राष्ट्रीय आय थी :