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Rsi indicator कैसे काम करता है

Rsi indicator कैसे काम करता है

RSI INDICATOR KYA HAI

RSI indicator एक ऐसा टूल जिसे सिख कर आप market के मोमेंटम(Momentum) को आसानी से समझ सकते है और इसे सिख कर अच्छा खासा मुनाफा भी कमा सकते है। आज इस पोस्ट में हम जानेंगे RSI indicator kya hai। RSI एक इंडिकेटर है जो किसी स्टॉक में आने वाली तेजी या मन्दी को आसानी से भांप सकता है ।

आज के इस पोस्ट में हम RSI इंडिकेटर को हिंदी में यानि हमारे राष्ट्र भाषा में समझेंगे। जैसा की हम देख रहे है निफ़्टी आज के समय में अपने जीवन के सबसे ऊपर के स्तर पे आ गयी है। निफ़्टी ने 17 हजार पार करके और ऊपर उड़ रही है। निफ़्टी हो या कोई स्टॉक हर एक instrument में RSI काम करता है। RSI इंडिकेटर हमें हमारे ब्रोकर दिला देते है। अगर आप स्टॉक मार्किट में नए है तो निचे के पोस्ट को आप पढ़ कर बेसिक बातें स्टॉक मार्किट की जान ले , इससे आपको ब्रोकर,दमत,Squareoff जैसे सब्द नए नहीं लगेंगे।

Post रिलेटेड तो बेसिक ऑफ़ स्टॉक market

RSI Meaning

RSI एक ऐसा इंडिकेटर या टूल है जिसकी मदद से हम एक स्टॉक या पुरे इंडेक्स की मोमेंटम को समझ सकते है। RSI का full form होता है Relative Strength index. RSI indicator एक ऐसा technical इंडिकेटर है जिसकी मदद से मार्किट की मोमेंटम पता करते है। इस टूल को हम टेक्निकल एनालिसिस के लिए इस्तेमाल करते है। RSI recent price change को मापने के लिए oversold या overbought जानने में मदद करता है। ये इंडिकेटर दो लाइन के बिच में ऊपर निचे करता है।

ऊपर के लाइन को जब cross करेगा तो overbought कहते है और अगर निचे के लाइन को cross करे तो oversold कहते है । एक लाइन ग्राफ बनता है इन दोनों लाइन के बिच में लाइन ग्राफ बनता है और उसमे एक divergence होता है, जिसे RSI divergence कहते है। पहले के समय में 70 और 30 के दो लाइन होते थे। 70 का लाइन ऊपर होता है जिसके ऊपर लाइन ग्राफ जाने से overbought कहा जाता है।

RSI Signal:

जे वेल्स वाइल्डर द्वारा विकसित रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई), एक प्राइस के गति को मापने के काम आता है। जो मूल्य आंदोलनों की गति और परिवर्तन को मापता है। परंपरागत रूप से आरएसआई को 70 से ऊपर और 30 से नीचे होने पर ओवरसोल्ड माना जाता है। विचलन और विफलता स्विंग की तलाश करके सिग्नल उत्पन्न किए जा सकते हैं।

RSI of Nifty:

Nifty में भी RSI का इस्तेमाल करके हम लोग इस्तेमाल करके आसानी से निफ़्टी के मोमेंटम को जान कर पुरे मार्किट की आने वाली समय में कैसा परफॉर्म करेगा पता कर सकते है। निफ़्टी एक इंडेक्स है जिसमे भारत की 50 टॉप कंपनी की सूचि होती है। मैंने Nifty 50 कंपनी की लिस्ट और निफ़्टी के बारे में पहले से लिखा है , आप उसे एक बार पढ़ ले। निफ़्टी के chart को dekhne से jitna समझ ni aaega तो RSI indic

RSI full form:

RSI का फुल फॉर्म है Relative Strength इंडेक्स। इसकी मदद से हम लोग मार्किट में प्राइस के strength यानि ताकत को समझते है। RSI हमें स्टॉक मार्किट में किसी भी स्टॉक की सही वैल्यू क्या चल रही है वो बताता है।

RSI in share market:

शेयर मार्किट में RSI नाम के इंडिकेटर को हम किसी भी सेगमेंट में उसे कर सकते है । NIFTY 50 इंडेक्स हो या कोई भी कंपनी का स्टॉक । रसी हमें बताने में सक्छम है की उस तत्कालीन समय में उस इंस्ट्रूमेंट की कीमत क्या है।

RSI मार्किट को तीन भाग में बाँट कर बताता है, सबसे पहले ये जान ले की RSI इंडिकेटर में दो लेवल बनते है और जब भी इनदोनो लेवल में से कोई भी एक लेवल को प्राइस काट कर ऊपर या निचे निकलता है तब हम उस स्टॉक को OVERbought या OverSOLD कहते है। निचे इन दोनों का मतलब समझने के लिए पढ़े।

overbought का मतलब है जब भी किसी एक स्टॉक को ज्यादा ख़रीदा गया है जिसके वजह से उस स्टॉक की कीमत बढ़ गयी है, लेकिन एक निश्चित दुरी पे जाके अब उसकी बिकवाली शुरू हो सकती है।

Oversold यानि की किसी भी एक स्टॉक की बिकवाली बहुत अधिक हो गयी है जिसकी वजह से उस स्टॉक की कीमत बहुत गीत चुकी है और इससे से ज्यादा नहीं गिर सकती , इसे हम ओवरसोल्ड कहते है।

RSI indicator tool:

हर broker जैसे की Zerodha Upstox GROWW ALICEBLUE आदि आपको जब दमत अकाउंट ओपन करके देते है तब आपके ट्रेडिंग डैशबोर्ड में ये इंडीकेटर्स मुफ्त में दिए जाते है।

आपको करना इतना है की आप इंडीकेटर्स के मेनू से इसको Rsi indicator कैसे काम करता है अपने चार्ट में जोड़ लेना है। मैंने ज़ेरोढा प्लेटफार्म पे कैसे RSI को अपने चार्ट में ऐड करना है निचे दिए वीडियो में बताया है । पुरे वीडियो को देखिये कैसे RSI का उसे करके और उसमे कुछ परिवर्तन करके हम इसको बेहतरीन तरीके से उसे कर सकते है।

जैसे मैंने बताया एक free RSI इंडिकेटर है जिसके लिए हमें कोई पैसेँदेनेकी जरुरत नहीं है , अगर आपके पास demat अकाउंट नहीं है to आप निचे दिए गए लिंक से खोल सकते है। अगर आप दूसरे वेबसाइट पे भी जाकर RSI उसे करना chahte है तो मेरे पास उसका भी उपाय है rsi indicator website की लिंकक निचे दी है आप वह जाके भी RSI इंडिकेटर को अपने चार्ट में उसे कर सकते है ।

ध्यान रहे ऊपर के वीडियो में मैंने RSI में जरुरी चेंज और लेवल जो मई इस्तेमाल करता हु बताया है तो वीडियो जरूर पूरी देखे।

RSI indicator meaning

RSI इंडिकेटर दो लेवल में बाट कर बनाया गया है , हम इसको बनाने नहीं जा रहे इसलिए हम लोग ज्यादा इसके अंदर घुसने के बजाये इसको कैसे इस्तेमाल करे वो समझेंगे। इस इंडिकेटर को 0 से लेकर 100 Rsi indicator कैसे काम करता है के बिच में रखा गया है । आम तौर पे अगर देखे तो 30 के निचे जब लाइन जाता है तो oversold खा जाता है। और जब 70 के ऊपर जाता है तो overbought लेकिन समय के साथ जैसे बदलाव जरुरी है वैसे ही इस system में भी हमें परिवर्तन की जरुरत है । मैंने अपने यूट्यूब वीडियो में लाइव दिखाया है कैसे इन लेवल को चेंज करना है और कितने पे इसलिए एक बार आप ऊपर के वीडियो को देख ले ।

How to use RSI indicator

RSI इंडिकेटर को हम इस्तेमाल बड़े ही होसियारी से करेंगे। जब भी इंडिकेटर के लाइन मेरे बताये गए लेवल के ऊपर जाएगा हम लोग BUY करेंगे शेयर को और जब भी निचे जाएगा तो हम लोग SELL करेंगे। मार्किट में हम ट्रेड तब लेते है है एक ट्रेंड फॉलो कर रहा हो मार्किट । मार्किट में जैसा मैंने पहले बताया है की दो ट्रेंड है जो इस प्रकार है :

हम लोग अपट्रेंड और downtrend में ट्रेड करते है बस सिडेवेस में मार्किट अटका रहता है इसलिए हम ट्रेड नहीं करते । इतना समझ लीजिए की अगर रसी में 30-70 के बिच में लाइन है तो हम ट्रेड नहीं करेंगे।

RSI indicator in zerodha

ज़ेरोढा हो या कोई दूसरी ब्रोकर की प्लेटफार्म सबमे RSI को एक ही तरीका से देखना है, सबसे पहले अकाउंट में लॉगिन करना है और अगर अकाउंट नहीं है तो ओपन करा ले बस 15 मिनट में अकाउंट ओपन हो जाता है। उसके बाद किसी भी शेयर की चार्ट को खोले और ऊपर मेनू में इंडिकेटर पे क्लिक करके RSI सर्च करे और उसे add कर ले अपने चार्ट में।

OPEN ACCOUNT IN ZERODHA

RSI trading Strategy

RSI ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को और अच्छे से समझने के लिए आप वीडियो को देखे और फिर एक स्टॉक buy या Sell करके RSI ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को देखे कितना काम कर रहा है । कभी भी नयी स्ट्रेटेजी सीखे तो अपना पूरा कैपिटल लगा कर ट्रेड नहीं करे। स्ट्रेटेजी बहुत होती है आपको जो समझ आये और आसान लगे उसका इस्तेमाल किया करे और उसमे पारंगत हो जाए।

RSI kya hai- rsi-image

Summary

हमने सीखा की कैसे हम स्विंग ट्रेडिंग करके हफ्ते का अच्छा पैसा कमा सकते है। RSI indiactor Kya Hai के इस पोस्ट में हमने सीखा की हमारी RSI की मदद से हमारी ट्रेडिंग की स्ट्रेटेजी क्या होगी और हम स्विंग ट्रेडिंग के rules को बिना भूले ट्रेडिंग करना है। आपको इस पोस्ट से जुडी को डाउट हो तो हमें निचे कमेंट में लिख कर पूछ सकते है। आपको ये पोस्ट कैसा लगा हमें कमेंट करके बताये। अआप अपने सगे सम्बन्धियों , दोस्तों को ये पोस्ट भेज कर जागरूक बनने में सहायता करे।

rsi indicator hindi-rsi indicator buy and sell signals

इस वाक्या को यदि हम इसके के साथ जोड़ दे तो कोई परेशानी नहीं होने चाहिए क्योंकि rsi technical analysis भी स्टॉक के पीछे पीछे चलता है ।जब कोई स्टॉक अचानक से निचे गिरता है या ऊपर जाता है तब rsi वहां पर रुक जाता हैं

उस कार के तरह और अपने पिछले वाले दिन के स्टॉक प्राइस को average out करता हैं फिर आगे बढ़ता हैं चाहे वो निचे के तरफ हो या ऊपर ।

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rsi overbought zone and oversold zone

technical analysis indicator में जब ग्राफ रेड लाइन (70) को क्रॉस करती हैं तब कोई भी स्टॉक overbought zone में आ जाता है । कोई Rsi indicator कैसे काम करता है स्टॉक ब्रेकआउट दे तो ऊपर जा सकता हैं । buy भी कर सकते है नहीं तो इस जोन से स्टॉक के निचे गिरने की संभावना ज्यादा होती हैं इसलिए कभी भी इस जोन में किसी स्टॉक की खरीदारी नहीं करे ।

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rsi technical analysis में जब ग्राफ में rsi indicator green लाइन(30) के निचे आ जाये तो हमे उसे OVERSOLD ZONE कहेंगे । इसमें निवेशक दवारा स्टॉक को पूरी तरह से सेल्ल कर दिया जाता है

इसलिए इस जोन से हमे कोई भी स्टॉक को खरीदना अच्छा माना जाता हैं और ट्रेंड भी ऊपर जाने के चांस ज्यादा रहता है। ध्यान रहे की दूसरा इंडिकेटर के साथ ही किसी शेयर को खरीदें ।

आप निचे फोटो में rsi technical analysis वाले सेक्शन सकते हैं की लाल और हरे लाइन को OVER BOUGHT ZONE and OVER SOLD ZONE ke रूप में दर्शाया गया हैं ।

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rsi of nifty 50-rsi technical analysis (rsi indicator hindi-rsi indicator buy and sell signals)

rsi of nifty 50 में हम चार्ट को analysis करेंगे और जानेंगे की rsi nifty के rsi technical analysis पर कैसे काम करता हैं तो चलिए निचे दिए फोटो से हम समझने का प्रयास करते हैं।

यह अभी केसमय का निफ़्टी 50 का one day का chart हैं जिसको देख कर हम आसानी से समझ सकते हैं की अपने overbought zone को छूकर अब ये निचे की तरफ जा रहा है।

अगर ऐसा ही जाता रहा तो निश्चित है की ये बहुत जल्द ही oversold ZONE में पहुंच जाए यदि कहीं कोई share marke t से सम्बंधित कोई गुड न्यूज़ आये तो ये वापस अपना ट्रेंड बदल देगा ।

rsi technical analysis ठीक इसके पीछे वाले लाइन पर गौर करे तो नजर आएगा की बिना 30 वाले line को छुए अपना ट्रेंड चेंज कर दिया ।

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इस तरह हम बड़े ही अच्छे तरीके से rsi का प्रयोग कर किसी भी स्टॉक में उसका analysis कर सकते हैं और स्टॉक के momentum को catch कर सकते हैं धन्यवाद।

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rsi indicator in hindi – RSI से पता करे स्टॉक उपर जायेगा या निचे।

नमस्ते दोस्तों। आज हम समझने वाले है की rsi indicator in hindi में क्या होता है। और इसका ट्रेडिंग में का महत्त्व है। क्या हम rsi इंडिकेटर का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग में अच्छे खासे पैसे कमा सकते है। और आखिर rsi इंडिकेटर का इस्तेमाल करते कैसे है। इन सब के बारे में हम आज विस्तार में जानने वाले है।

rsi indicator एक leading indicator है। जो की स्टॉक के ट्रेंड चेंज होने के पहले ही सिग्नल दे देता है। की स्टॉक ऊपर जानेवाला है या फिर निचे। इसीलिए इसे लीडिंग इंडिकेटर भी बोलते है। अगर आपको leading indicators के बारे में नहीं पता तो आप हमारी पिछली पोस्ट पढ़ सकते है। उसमे हमने leading indicators के बारे में विस्तार में बताया है।

rsi indicator in hindi / rsi indicator kya hota hai

rsi का full फॉर्म होता है relative strength index .यानि की ये इंडिकेटर स्टॉक की strength यानि की ताकद बताता है। की स्टॉक ऊपर जा सकता है की निचे। अगर interday trading में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला इंडिकेटर हे तो वो rsi indicator है।

rsi indicator स्टॉक्स के चार्ट में होने वाले मोमेंटम का ट्रेंड को दर्शाता है। और इसे oscillator भी कहा जाता है। क्युकी ये इंडिकेटर ० ते १०० के बिच में घूमता रहता है। और स्टॉक overbought हे या फिर oversold है। ये दर्शाने का काम rsi indicator करता है।

स्टॉक में उसके टाइम फ्रेम के हिसाब से मार्केट में strength हे या weakness है। ये rsi indicator दर्शाता है। उसेही rsi indicator कहा जाता है ,अभी हमने जाना की rsi indicator क्या होता है (rsi indicator in hindi).अभी हम जानेंगे की rsi indicator काम कैसे करता है।

rsi indicator कैसे काम करता है

rsi indicator ० ते १०० के बिच में ट्रेंड दिखने के कारन ये कभी ० के निचे और १०० के ऊपर नही जाता। इसके में तीन स्तर होते है। जैसे की ३०,५०,और ७० ये इसके महत्वपूर्ण स्तर है। इनका मतलब होता है की। अगर rsi अगर ५० से १०० के बिच है मतलब स्टॉक का मोमेंटम अभी पॉजिटिव यानि की बुलिश है। और अगर rsi का स्तर ० से लेकर ५० के बिच होता है तो इसका मतलब स्टॉक का मोमेंटम नेगेटिव यानि की बेयरिश है।

rsi indicaor १४ दिनों का average निकाल के आपको स्टॉक की strength बताता है। हलाकि हम उसका average चेंज भी कर सकते है। जाइए की हम 20 दिनों का भी average निकल सकते है। या आप अपने हिसाब से इसका average निकल सकते है। लेकिन डिफ़ॉल्ट १४ दिनों का average निकलने ये सही होता है। ये इंडिकेटर ज्यादातर technical analysis में इस्तेमाल किया जाता है।

अगर rsi ५० के ऊपर जा रहा है इसका मतलब शेयर में तेजी आने की संभवना होती है। या स्टॉक की प्राइज भी ऊपर जाने लगाती है। लेकिन अगर rsi ५०के निचे अपना ट्रेंड बना रहा होता है ,यानि की शेयर में बिकवाली होना शुरू हुआ है ,यानि स्टॉक निचे जाने की संभावना होती है।

RSI indicator के फायदे

ये एक मोमेंटम indicator होने के कारन ये आपको स्टॉक के चार्ट का मोमेंटम बताता है। और अगर मार्केटover bought (औसत से ज्यादा खरीद ) हे तो ये आपको outbought का सिग्नल पहले ही दे देता है। इससे आप पहल की स्टॉक का रिवर्सल पता करके के स्टॉक में short selling भी कर सकते है। आपको अच्छ मुनाफा कमाने का मौका ये इंडिकेटर देता है।

और अगर मार्केट over sold यानि की औसत से ज्यादा बिकवाली स्टॉक में है तो ये इंडिकेटर आपको over sold का सिग्नल पहले ही दे देता है। और ऐसा मन जाता है की स्टॉक जब भी over bought होता है। या फिर over sold होता है। तो मार्केट में रिवर्सल जरूर आता है। तो इसी रिवर्सल को पहलेही पहनके आप इसमें अच्छा मुनाफा काम सकते है।

निष्कर्ष

rsi indicator एक ऐसा इंडिकेटर हे जो आपको मार्किट की ताकत बुलिश है या फिर बेयरिश है ये दर्शाता है। फिर उसके हिसाब से आप अपना ट्रेड ले सकते है। लेकिन इसे समझने के लिए आपको इसे candle stick chart पर लगाना जरुरी है। उससे ही आपको इसका अंदाजा हो जायेगा की ये काम कैसे करता है।

ऐसा नहीं हे की rsi indicator हमेशा ही आपको सही सिग्नल दिखायेगा। आपको सिर्फ एक ही इंडिकेटर पर डिपेंड नहीं रहना आपको rsi indicatorके साथ साथ prize action और candle stick chart pattern ,ये भी देखना होता है।

टिप ; किसीभी इंडीकेटर्स को समझने के लिए आपको उन्हें अच्छे से समझना होगा। और ये मुमकिन हे आपके अनुभव से। कोई भी इंडीकेटर्स एक्यूरेट सिग्नल नहीं दिखता। ये आपको आपके अनुभव से पता चलेगा की कोनसा इंडीकेटर्स किस तरीके से काम करता है।

आज हमने क्या सीखा

आज हमने सीखा की rsi indicator in hindi में क्या होता है। rsi indicator कैसे काम करता है। rsi indicator in hindi के फायदे क्या है। इन सब के बारे में हमने आज जाना। और rsi indicator का सही से इस्तेमाल हम ट्रेडिंग में करेंगे।

यकीं है की आपको rsi indicator in hindi में क्या होता है। समझ आगया होगा। और साथ ही आपके ये हमरा आर्टिकल काफी फायदेमंद भी साबित रहा होगा। और अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आये तो कृपया इसे अपने फॅमिली और दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजियेगा।

और अगर आपको ऐसेही शेयर बाजार के विषय में कोई जानकारी चाहिए हो तो आप हमें कमेंट बोस में क्यूमेंट करके पूछ सकते है। और Rsi indicator कैसे काम करता है अगर आपको इस आर्टिकल के सम्भंधि कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट में भेज सकते है। हम जरूर आपको सावल का जवाब देने की कोशिश करेंगे। धन्यवाद !

१. इंडिकेटर क्या है?

इंडिकेटर का मतलब होता है शेयर मार्किट के चार्ट पर लगाया जाने वाला एक सिग्नल होता है। जैसे की RSI (rsi indicator in hindi)ये किसी भी स्टॉक के चार्ट पर लगा कर आप उसके ट्रेंड का पता कर सकते है। उसेही इंडिकेटर कहा जाता है।

२. शेयर मार्केट में आर एस आई क्या होता है?

RSI (rsi indicator in hindi)ये एक शेयर मार्किट का लीडिंग इंडिकेटर होता है। इससे आप किसी भी स्टॉक का ट्रेंड पता कर सकते है। और आप इस इंडिकेटर की सहायता से ट्रेडिंग कर सकते है। जो आप स्टॉक में आ रही गिरावट या तेजी के बारे में पूर्व सूचना देता है।

३.Rsi indicator कैसे काम करता है RSI सूचक का उपयोग कैसे करे ?

RSI (rsi indicator in hindi) इंडिकेटर में अगर rsi ३० के निचे हे इसका मतलब मार्किट में मंडी कहल रही है ऐसा होता है।और अगर rsi ७० के ऊपर कहल रहा होता है तो मार्किट में तेजी चल रही है ऐसा कहा जाता है। और अगर rsi ५० चला रहा है तो मार्किट sideways चला रहा होता है।

What is RSI Technical indicator? - RSI क्या है? ( Relative Strength Index )

दोस्तों अभी कुछ दिन पहले मुझसे क्वोरा पर और मेरे टेलीग्राम चेंनल पर कुछ लोगों ने मुझसे Rsi indicator कैसे काम करता है पूछा था कि What is RSI technical indicator? - ( Relative Strength Index ) और उन्होंने मुझसे आग्रह भी किया था कि आप You Tube पर विडिओ भी बनायें किन्तु मै क्षमा चाहती हूँ कि वक़्त की कमी की वजह से मै वीडियो तो नहीं बना सकती

किन्तु आपको अपने ब्लॉग के जरिये इसको अच्छे से समझा अवश्य सकती हूँ अगर आपको कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत हो या समझने में परेशानी हो तो कमेंट करके पूछ सकते हैं तो चलिए शुरू करते हैं जानना कि RSI इंडिकेटर क्या है

RSI इंडेक्स का फुल फॉर्म है Relative Strength Index और स्टॉक मार्किट में चार्ट में सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है इसको विकसित करने वाले व्यक्ति का नाम जे. वेल्स वाइल्डर है RSI एक ऐसा इंडिकेटर है जो ट्रेड के रिवर्सल की पहचान करता है और हमें मार्किट में सही एंट्री और एग्जिट को बताता है

RSI इंडिकेटर जीरो से सौ ( ० से १०० ) के बीच में ही रहता है और इसके द्वारा बाजार की दिशा का अनुमान लगाया जाता है ये ट्रेडर के बीच काफी लोकप्रिय है क्योंकि ये साइड वेज मार्किट में भी और बिना ट्रेड वाली मार्किट में भी बहुत मजबूत संकेत देता है

RSI की गणना कैसे करें

RSI की गणना को आप निम्न प्रकार से कर सकते हैं

शायद आपको समझने में कुछ दिक्कत हो रही हो तो आपको मै थोड़ी सरल भाषा में और चार्ट के द्वारा समझाने कि कोशिश करती हूँ नीचे जो मैंने एक चार्ट दिखाया है उसमे GAIN और LOSS अपने पिछले दिन के क्लोज प्राइस में गेन और लोस्स को दिखा रहा है मै कुछ भाषा में इसको एक उदाहरण से समझाती हूँ

मानलीजिए कि आज का क्लोज ११८ और कल का क्लोज ११४ था तो बढ़त ४ पॉइंट की होगी और नुक्सान जीरो क्योंकि मार्किट कल के बंद से आज ऊपर बंद हुआ और इसी प्रकार अगर आज का क्लोज ११४ और कल का क्लोज ११८ था तो अब ४ पॉइंट गिरावट यानि की नुक्सान होगा और बढ़त जीरो होगी इसमें ध्यान दें कि हार की गणना सकारात्मक मान के रूप में करते हैं

आप देख सकते हैं कि हमने यहाँ गणना के लिए १४ डाटा बिंदुओं को लिया है जो कि चार्ट के सॉफ्टवेयर में डिफ़ॉल्ट सेटिंग है और प्रति घंटा वाले चार्ट में डिफ़ॉल्ट अवधि १४ घंटे और दिन के एक दिन के चार्ट में ये अवधि १४ दिन की होती है पहला कदम जो होता है वो है RS की गणना करना जिसको RSI फेक्टर भी कहते हैं जैसा कि आप ऊपर दिए गए फार्मूला में भी देख सकते हैं कि RS Rsi indicator कैसे काम करता है का मतलब औसत नुक्सान और औसत बढ़त होती है

POINT में औसत नुक्सान = १० / १४ = ०.८१४

POINT में औसत बढ़त = २९ / १४ = २.०७

RS = २.०७ / ०.७१४ = २.८९९१

अगर इस फार्मूला में RS को डाला जाये तो

१०० - ( १०० / ३.८९९१ )

१०० - २५.६४६९ = ७४.३५३१ ( RSI )

RSI को हम ट्रेड रिवर्सल का सिग्नल इसलिए कहते हैं क्योंकि ये मुख्य रूप से ओवर बॉट और ओवर सोल्ड का दर्शाता है और ये हमारे लिए इसीलिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसके द्वारा हमें पता चल जाता है किस समय मार्किट ओवर बॉट है और कब ये ओवर सोल्ड तो हमें कब खरीदारी करनी चाहिए और कब बिकवाली करनी चाहिए

हालांकि ये कभी कभी काफी समय तक ओवर बॉट या ओवर सोल्ड रह सकता है किन्तु ऐसे समय पर भी स्टॉक में ट्रेड किया जा सकता है इसको एक उदाहरण से समझते हैं मानलीजिए किसी शेयर की कीमत ५०० थी और वो पिछले एक महीने से बढ़ते - बढ़ते ६५० तक पहुँच गया है और RSI हमें सिग्नल दे रहा है कि स्टॉक अब ओवर बॉट है

तब हमें इसमें कुछ पैरामीटर जैसे मैंने पहले भी आपको बताया था मूविंग एवरेज और एक्सपोनेंसिअल मूविंग एवरेज के बारे में भी और अगर ऐसे में स्टॉक थोड़ा और ऊपर भी जाता है तो आपका नुक्सान भी सीमित ही होगा क्योंकि जैसा कि आप जानते ही होंगे कि स्टॉक सीधे एक ही तरफ नहीं जाता है और ये पहले ही ५०० से ६५० तक हो चूका है वो भी एक महीने में तो और कितना भागेगा

ओवर बॉट बताता है कि खरीद का मोमेंटम इतना अधिक है कि ये अब लम्बे समय तक टिक नहीं सकता और कभी भी करेक्शन आ सकता है और ओवर सोल्ड में भी इसके विपरीत कि बिकवाली का मोमेंटम इतना अधिक है कि किसी भी समय खरीदार आ सकते हैं

वैसे मेरी सलाह ये रहेगी कि जब स्टॉक ओवर सोल्ड हो और वो क़्वालिटी स्टॉक हो तो ऐसे में Rsi indicator कैसे काम करता है आप खरीदारी करके चलें तो ज्यादा बढ़िया रहेगा और आपका नुक्सान न के बराबर होगा

क्योंकि बढ़िया स्टॉक और वो भी ओवर सोल्ड जब वो बढ़िया ही है तो उसकी बिकवाली कभी भी रुक सकती है और खरीदारों का प्रवेश कभी भी हो सकता है क्योंकि लम्बे समय में मार्किट हमेशा ऊपर ही जाता है हो सकता है कि अच्छा स्टॉक कुछ समय तक साइड वेज रहे किन्तु उसमे रैली कभी भी आ सकती है

कुछ और ध्यान रखने योग्य बातें :-

१. एक स्टॉक जो निरंतर ऊपर जा रहा है ( याद रहे कि ये ट्रेंड कुछ हफ़्तों तक या महीनो तक भी चल सकता है ) ऐसे में ये ओवर बॉट काफी लम्बे समय तक ओवर बॉट में फंस सकता है मै इसको एक चित्र में दिखाती हूँ

उसका कारण ये है की RSI ओवर बॉट को १०० के ऊपर ले कर नहीं जा सकता इसलिए ये १०० पर ही फंसा रहेगा इसीलिए मैंने बताया कि किसी भी एक पैरामीटर का प्रयोग ना करें स्टॉक जितने अधिक पैरामीटर पर खरा उतरे उतना बढ़िया होता है

२. एक स्टॉक जो लगातार नीचे जा रहा है ऐसे में ये ओवर सोल्ड काफी लम्बे समय तक ओवर सोल्ड में अटक सकता है उसका कारण ये है की RSI ओवर सोल्ड को ० ( जीरो ) के नीचे ले कर नहीं जा सकता इसलिए ये जीरो पर ही फंसा रहेगा और ये कुछ समय तक बना रह सकता है

दोस्तों RSI एक ऐसा पैरामीटर है जिसका उपयोग लगभग सभी करते हैं वो चाहे शार्ट टर्म ट्रेडर्स हों या इन्वेस्टर लेकिन इसका प्रयोग इंट्राडे में नहीं करना चाहिए

तो मेरे हिसाब से अब आपको RSI का मतलब समझ में आ गया होगा अगर आपको कहीं भी कोई डॉउट हो या आपका कोई सवाल हो तो आप मुझसे पूछ सकते हैं आप चाहें तो मुझे क्वोरा पर भी फॉलो कर सकते हैं और यहां भी ताकि मेरी नयी आने वाली पोस्ट का आपको नोटिफिकेशन मिल जाये मै आपको शेयर मार्किट की नयी - नयी जानकारी देती रहूंगी - धन्यवाद

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स Rsi indicator कैसे काम करता है एस्प्लेनेड - क्या RSI है

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स इस अं इंडिकेटर वर्तमान कीमत आंदोलनों की कमजोरी या ताकत का आकलन करने के लिए और एक निश्चित अवधि से अधिक मूल्य वृद्धि अपने घाटे के साथ तुलना करके मूल्य परिवर्तनों के वेग को मापने के लिए Welles वाइल्डर द्वारा विकसित की है .

कैसे उपयोग करें मार्किट फैसिलिटेशन इंडेक्स व्यापार मंच में

RSI सूचक का उपयोग कैसे करें

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स संभव और क्षेत्रों की पहचान करने के लिए अनुमति देता है, लेकिन प्रवृत्ति विश्लेषण के भीतर माना जाता होना चाहिए :

  • गेनेराल्ल्य इफ थे रसी इंडिकेटर क्लिम्बस अबोवे 70, आम तौर पर परिसंपत्ति जा सकता ;
  • अगर RSI इंडिकेटर के नीचे 30 बूँदें, परिसंपत्ति हो सकते हैं .

चरम क्षेत्रों संकेतक छोड़ने संभव सुधार या यहां तक कि प्रवृत्ति में परिवर्तन का सुझाव कर सकते हैं :

  • से ऊपर सीमा रेखा पार करने, RSI संकेतों को एक संभव बेचने का अवसर ;
  • सीमा रेखा को नीचे से पार, RSI एक संभव खरीदने का अवसर संकेतों .

कन्वर्जेन्स/डिवेर्जेंस पैटर्न संभव प्रवृत्ति कमजोरी संकेत हो सकता है :

  • अगर कीमत एक नई उच्च करने के लिए चढ़ते हैं, लेकिन संकेतक नहीं करता है, कि कमजोरी का संकेत हो सकता है ;
  • अगर कीमत करने के लिए एक नया कम पड़ता है, लेकिन संकेतक नहीं करता है, कि कमजोरी का संकेत हो सकता है .

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स(RSI) इंडिकेटर

RSI ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी

ट्रेडिंग रणनीति RSI उत्पन्न खरीदें और क्षैतिज लाइनों है कि 70 और 30 मूल्यों पर चार्ट पर प्रकट द्वारा संकेतों को बेचने के लिए करना है। के रूप में हम पहले से ही ऊपर उल्लेख किया है, एक कदम है 30 के अंतर्गत एक हालत इंगित करता है और 70 से ऊपर एक कदम एक हालत का संकेत है .

इस प्रकार, यदि एक व्यापारी के लिए एक खरीदने का अवसर की तलाश में है, वह सूचक डुबकी तहत 30 देखता है। एक पार वापस 30 से ऊपर कई व्यापारियों द्वारा रुझान बदल गया एक पुष्टिकरण के रूप में माना जाता है। इसके विपरीत, वह सूचक 70 रेखा से ऊपर को पार देखता है अगर एक व्यापारी एक बेचने का अवसर के लिए करना चाहता है, .

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स फार्मूला (RSI कैलकुलेशन)

RSI = 100 – 100/(1 + RS)
RS (14) = Σ(Upward movements)/Σ(|Downward movements|)

फोरेक्स संकेतकFAQ

क्या विदेशी मुद्रा संकेतक है?

फोरेक्स तकनीकी विश्लेषण संकेतकों का उपयोग नियमित रूप से व्यापारियों द्वारा विदेशी मुद्रा बाजार में मूल्य आंदोलनों की भविष्यवाणी करने के लिए किया जाता है और इस प्रकार विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा बनाने की संभावना बढ़ जाती है। विदेशी मुद्रा संकेतक वास्तव में आगे बाजार पूर्वानुमान Rsi indicator कैसे काम करता है के लिए एक विशेष ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट की कीमत और मात्रा को ध्यान में रखते हैं.

जठी तकनीकी संकेतक क्या हैं?

टेक्निकल विश्लेषण, जो अक्सर विभिन्न व्यापारिक रणनीतियों में शामिल होता है, को तकनीकी संकेतकों से अलग नहीं माना जा सकता है। कुछ संकेतकों का उपयोग शायद ही कभी किया जाता है, जबकि अन्य कई व्यापारियों के लिए लगभग अपूरणीय हैं। हमने 5 सबसे लोकप्रिय तकनीकी विश्लेषण संकेतकों पर प्रकाश डाला: मूविंग एवरेज (MA), एक्सपोनेंटियल मूविंग एवरेज (EMA), स्टोचस्टिक ऑसिलेटर, बोलिंगर बैंड, मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस फर्क (MACD).

तकनीकी संकेतकों का उपयोग कैसे करें?

ट्रेडिंग रणनीतियों को आमतौर पर पूर्वानुमान सटीकता बढ़ाने के लिए कई तकनीकी विश्लेषण संकेतकों की आवश्यकता होती है। तकनीकी संकेतकों में पिछड़ने से पिछले रुझान दिखाई देते हैं, जबकि प्रमुख संकेतक आगामी चालों की भविष्यवाणी करते हैं। ट्रेडिंग संकेतकों का चयन करते समय, विभिन्न प्रकार के चार्टिंग टूल्स जैसे वॉल्यूम, गति, अस्थिरता और ट्रेंड इंडिकेटर पर भी विचार करें.

दो संकेतक विदेशी मुद्रा में काम करते हैं?

2 प्रकार के संकेतक हैं: पिछड़ और अग्रणी। पिछले आंदोलनों और बाजार उलटफेर पर आधार संकेतकों का आधार है, और अधिक प्रभावी होते हैं जब बाजार दृढ़ता से रुझान कर रहे होते हैं। प्रमुख संकेतक भविष्य में मूल्य चालों और रिवर्सल की भविष्यवाणी करने की कोशिश करते हैं, उनका उपयोग आमतौर पर रेंज ट्रेडिंग में किया जाता है, और चूंकि वे कई झूठे संकेतों का उत्पादन करते हैं, इसलिए वे ट्रेंड ट्रेडिंग के लिए उपयुक्त नहीं हैं

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