बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है?

बाइनरी विकल्पों का इतिहास क्या है?
यदि विकल्प लाभदायक है, तो यह व्यापारी के निवेश पर लगभग 80% रिटर्न उत्पन्न करता है। यदि विकल्प लाभदायक नहीं है, तो व्यापारी विकल्प के लिए जो भी पैसा चुकाता है, उसे खो देता है। द्विआधारी विकल्प व्यापार के लिए बहुत सरल हैं, यहां तक कि अनुभवहीन निवेशकों के लिए भी, और बाइनरी विकल्प ट्रेडिंग के लिए बहुत कम शुरुआती पूंजी की आवश्यकता होती है – आमतौर पर कुछ सौ डॉलर से अधिक नहीं।
औसत खुदरा व्यापारी के लिए द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग अनिवार्य रूप से 2008 में इन विकल्पों के विनिमय व्यापार के लिए अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग की मंजूरी के साथ शुरू हुआ। तब से, यह बहुत तेजी से विस्तारित और फैल गया है।
बाइनरी विकल्प थे, वास्तव में, 2008 से पहले कई वर्षों के लिए ही अस्तित्व में है, लेकिन वे केवल के माध्यम से बड़ी, संस्थागत व्यापारियों या उच्च निवल मूल्य व्यक्तियों को पहले उपलब्ध थे पर्ची के बिना बाजार ।
2007 में, ऑप्शन क्लियरिंग कमीशन ने बाइनरी ऑप्शन ट्रेडिंग में बदलावों की सिफारिश की जो उन्हें खुदरा व्यापारियों के लिए स्वतंत्र रूप से उपलब्ध कराएगी, और 2008 में, एसईसी ने बाइनरी ऑप्शंस को एक पारंपरिक निवेश साधन के रूप में पेश करने की मंजूरी दी।1 इसके तुरंत बाद, शिकागो बोर्ड विकल्प एक्सचेंज (CBOE) और अमेरिकन स्टॉक एक्सचेंज ने सार्वजनिक व्यापार के लिए द्विआधारी विकल्प पेश करना शुरू किया।
शुरुआती समय में, द्विआधारी विकल्प व्यापार अभी भी जटिल था और खुदरा व्यापारियों के लिए चुनौतीपूर्ण था। प्रारंभ में, केवल कॉल विकल्प CBOE पर उपलब्ध थे। बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग के विस्फोट के दो कारण थे: पहला, उपलब्ध विकल्पों के प्रकार का व्यापक होना, साथ ही ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म सॉफ़्टवेयर में महत्वपूर्ण सुधार जिसने बाइनरी ऑप्शंस की ट्रेडिंग को बहुत सरल बनाया। एक अन्य कारक विदेशी मुद्रा व्यापार में द्विआधारी विकल्प की शुरूआत थी, जहां उन्होंने स्टॉक और वायदा कारोबार में जितनी तेजी से लोकप्रियता हासिल की, उससे कहीं अधिक तेजी से हुआ।
आज, द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग में बढ़ता लचीलापन है। व्यापारी न केवल उस राशि को निर्दिष्ट कर सकते हैं जिसे वे किसी विकल्प पर जोखिम करना चाहते हैं, बल्कि इसकी स्ट्राइक मूल्य और समाप्ति अवधि। कम भुगतान प्रतिशत के लिए चुनकर एक द्विआधारी विकल्प व्यापार पर बीमा खरीदना संभव है, जिसके बदले में व्यापारी केवल अपने सभी विकल्प निवेश के बजाय केवल भाग खो देगा – यदि विकल्प समाप्ति पर लाभदायक नहीं है।
बाइनरी ऑप्शंस लगभग सभी ट्रेडेबल फाइनेंशियल एसेट्स में उपलब्ध हैं, जिनमें कई तरह के कॉन्ट्रैक्ट टाइप्स और एक्सपायरी पीरियड्स एक मिनट से लेकर एक साल तक होते हैं। कर रहे हैं बचाव धन है कि मुख्य रूप से बाइनरी विकल्पों व्यापार पर ध्यान केंद्रित। विदेशी मुद्रा बाजारों में, द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग शुरू में केवल विशेष दलालों के माध्यम से उपलब्ध थी। हाल ही में, नियमित विदेशी मुद्रा दलालों ने अपने ग्राहकों के लिए द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को जोड़ा है। निकट भविष्य में बाइनरी ऑप्शन ट्रेडिंग की लोकप्रियता में वृद्धि जारी रहेगी।
बाइनरी ऑप्शंस: लूट का खुला खेल, जानिए कैसे बचें ऐसे झांसों से
बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग में आपको अनुमान लगाना होता है कि किसी खास समय में किसी खास चीज का भाव ऊपर जाएगा या नीचे।
शिकारी आएगा जाल बिछाएगा, दाना डालेगा, लालच में आकर फंसना मत। मगर जब सामने घर बैठे करोड़ों कमाने का लालच हो तो आदमी फंस सकता है। यही सूत्र पकड़कर अब देश में बाइनरी ऑप्शंस ट्रेड की घुसपैठ हो रही है। मोबाइल ऐप्स के जरिए होने वाले इस गोरखधंधे में सपना तो दिखाया जाता है करोड़पति बनाने का, लेकिन इसमें फंसने वाला कभी फायदे में नहीं रह पाता।
घर बैठे मौज करिए और बीच-बीच में मोबाइल ऐप पर एक दो बटन प्रेस करते रहिए। और इस तरीके से घंटे दो घंटे में बना लीजिए 4-5 सौ डॉलर। अभी खाता खोलें, पाएं 1000 डॉलर का बोनस। ऐसी कुछ ललचाने वाली लाइनों के साथ शुरू होता है बाइनरी ऑप्शन का खेल कर रहे ऐप्स का विज्ञापन जैसे बाइनरी ऑप्शन्स कोई नोट छापने की मशीन हो।
बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग में आपको अनुमान लगाना होता है कि किसी खास समय में किसी खास चीज का भाव ऊपर जाएगा या नीचे। ये समय 30 सेकंड से लेकर कुछ घंटे या साल भी हो सकते हैं। आप सोना, चांदी, क्रूड, बिटकॉइन, करेंसी कोई भी ट्रेड चुन सकते हैं। बेट लगाने के लिए पहले आपको वर्चुअल खाता और उसमें कुछ डॉलर फ्री में दिए जाते हैं और आपका मन लग गया तो फिर आपको असली खाता बनाकर उसमें पैसे डालने को कहा जाता है।
OptionsCall - Binary Option Tr
व्यापारियों के लिए द्विआधारी विकल्प एक अंतिम वित्तीय उत्पाद है। हमारे ऐप का उपयोग करके, एक नौसिखिया निवेशक भी सीख सकता है कि बाइनरी विकल्पों का व्यापार कैसे करें। यह संभव है भले ही आप छोटी पूंजी से शुरू करें!
हमारा ऐप नौसिखिए व्यापारियों और पेशेवरों के लिए उपयोगी उपकरण और ट्यूटोरियल प्रदान करता है। आप ऑप्शंस ट्रेडिंग और स्टॉक्स की मूल बातें निःशुल्क सीखेंगे। इसके अलावा, प्रत्येक लेख में एक मनोरंजक निवेश प्रश्नोत्तरी है। जो कुछ आपने सीखा है उसे चंचल तरीके से मजबूत करने के लिए इसका उपयोग करें। यह अविश्वसनीय रूप से मजेदार और उपयोगी है। इसके अतिरिक्त, ऐप फॉरेक्स और पॉकेट ऑप्शन ट्रेडिंग बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? टिप्स और ट्रिक्स के साथ आता है।
ऐप किसी भी स्मार्टफोन पर उपलब्ध है और इसका उपयोग करने के लिए आपको पंजीकरण करने की भी आवश्यकता नहीं है। बस ऐप प्राप्त करें और तुरंत अपनी निवेश प्रशिक्षण यात्रा शुरू करें!
नीचे इस द्विआधारी विकल्प ऐप के प्रमुख लाभों की जाँच करें:
यह उपयोग करने के लिए 100% मुफ़्त है;
अन्य निवेश करने वाले ऐप्स के विपरीत आप अपने वास्तविक धन को जोखिम में डाले बिना सीख सकेंगे;
यह सर्वोत्तम विशेषज्ञों से उपयोगी मार्गदर्शिका के साथ आता है;
बिल्ट-इन ट्रेडिंग कोट्स बिना पंजीकरण के उपलब्ध हैं;
ऐप का इस्तेमाल किसी भी स्मार्टफोन और टैबलेट पर किया जा सकता है।
Olymp trade, Binomo जैसे बाइनरी ट्रेडिंग एप से रहिए सावधान, कमाने के बजाय डूब जाएगा पैसा
आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।
करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा
कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।
क्यों है खतरनाक
बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।
इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।
ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में
बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।
शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।
कम से कम 3000 डॉलर का निवेश
अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।
हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।
केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता
लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।
फिलहाल भारत में यह एप हो रहे हैं पॉपुलर
आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।
करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा
कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।
क्यों है खतरनाक
बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।
इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।
ऐसे काम होता बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? है बाइनरी ट्रेडिंग में
बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।
शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।
कम से कम 3000 डॉलर का निवेश
अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।
हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।
केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता
लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।
Olymp trade, Binomo जैसे बाइनरी ट्रेडिंग एप से रहिए सावधान, कमाने के बजाय डूब जाएगा पैसा
आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।
करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा
कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? 700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।
क्यों है खतरनाक
बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।
इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।
ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में
बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।
शुरुआत बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।
कम से कम 3000 डॉलर का निवेश
अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।
हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।
केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता
लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।
फिलहाल भारत में यह एप हो रहे हैं पॉपुलर
आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।
करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा
कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।
क्यों है खतरनाक
बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।
इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।
ऐसे काम होता है बाइनरी बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? ट्रेडिंग में
बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।
शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।
कम से कम 3000 डॉलर का निवेश
अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।
हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? की बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।
केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता
लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।