फेसबुक शेयर खरीदने के लिए कदम

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कैसे अडानी ने प्रनॉय रॉय को फेसबुक शेयर खरीदने के लिए कदम बताए बिना खरीद लिए NDTV के शेयर?
देश के सबसे पुराने मीडिया हाउसेस में से एक न्यू डेल्ही टेलीविज़न लिमिटेड के 29.18 फीसदी शेयर अडानी ग्रुप Vishvapradhan Commercial Pvt Ltd के ज़रिए करेगा जो अडानी इंटरप्राईज़ की एमजी मीडिया नेटवर्क लिमिटेड की सबसिडियरी है।
दरअसल यह स्टेक इंडायरेक्टली एक्वायर किए जा रहे हैं, वीसीपीएल आरआरपीआर होल्डिंग प्राईवेट लिमिटेड जो एनडीटीवी (NDTV) की प्रमोटर ग्रुप कंपनी हैं उसके 99.5 फीसदी शेयर खरीद रही है। इस कंपनी के एनडीटीवी में 29.18 फीसदी शेयर हैं। यानी आडानी ग्रुप ने सीधे एनडीटीवी (NDTV) को नहीं बल्कि उसकी प्रमोटर ग्रुप कंपनी को खरीदा है।
सेबी के टेकओवर रेगुलेशन के आधार पर यह एनडीटीवी (NDTV) के 26 फीसदी शेयर खरीदने करने का एक ओपन ऑफर भी ट्रिगर करती है।
क्या कहा एनडीटीवी ने?
एनडीटीवी ने बयान जारी कर कहा कि उन्हें नोटिस दिए बिना और बातचीत किए बगैर अडानी मीडिया ग्रुप ने उनकी प्रमोटर कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग के शेयर्स अक्वायर किए हैं।
वीसीपीएल कंपनी ने एनडीटीवी के प्रमोटर आरआरपीआर होल्डिंग्स के हिस्से के 29 फीसदी शेयर एक्वायर किए हैं। वीसीपीएल ने 2009-10 में एनडीटीवी के फाउंडर्स राधिका रॉय और प्रणॉय रॉय के साथ एक लोन एग्रीमेंट साईन किया था जिसके तहत यह शेयर एक्वायर किए गए हैं।
वीसीपीएल ने शेयर ट्रांस्फर के लिए केवल 2 दिन का समय दिया था।
एनडीटीवी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि आरआरपीआर होल्डिंग के इस कदम से हमारी पत्रकारिता पर असर नहीं होगा। एनडीटीवी पहले की ही तरह अपनी पत्रकारिता जारी रखेगा।
अडानी को NDTV में क्या इंट्रेस्ट है
एएमएनएल के सीईओ संजय पुगालिया ने कहा कि यह एक्वीसीज़श एक माईलस्टोन साबित होगा कंपनी के एक न्यू एज मीडिया डेवलप करने के रास्ते में। एनडीटीवी न्यूज़ का एक सूटेबल ब्रॉडकास्ट और डिजीटल माध्यम है।
एनडीटीवी के पास अभी NDTV 24×7, NDTV India and NDTV Profit ब्राडकास्ट मीडिया चैनल हैं और इस मीडिया ग्रुप की ऑनलाईन प्रसेंस बेहद शानदार है। कंपनी पिछली कई सालों से मुनाफे में है। फाईनेशियल ईयर 2022 में इसने 421 करोड़ का रिवेन्यू हासिल किया था। जिसमें कंपनी का नेट प्रॉफिट 85 करोड़ के आसपास था।
एनडीटीवी को अडानी द्वारा खरीदे जाने से एनडीटीवी का दर्शक वर्ग शॉक में है क्योंकि यह देश का एकमात्र ऐसा न्यूज़ चैनल है जो हर सरकार के प्रति क्रिटीकल रहता है। यह एकमात्र ऐसा न्यूज चैनल है जो आज भी पत्रकारिता के बेसिक सिद्धांतों का पालन करता है और बिना सेनसेशल फैलाए लोगों तक ज़मीनी खबरें पहुंचाता है। अडानी की चैनल में हिस्सेदारी से यह डर पैदा होता है कि शायद अब एनडीटीवी भी बाकि के न्यूज़ चैनलों की तरह गोदी फेसबुक शेयर खरीदने के लिए कदम मीडिया बन जाएगा।
गैस की कीमतों को लेकर सरकार ने लिया बड़ा फैसला-करोड़ों ग्राहकों को दिया झटका
Update: Monday, November 14, फेसबुक शेयर खरीदने के लिए कदम 2022 @ 1:58 PM
गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों के बीच सरकारी तेल कंपनियों (Government Oil Companies) ने एलपीजी सिलेंडर (LPG cylinders) पर मिलने वाली छूट को खत्म कर दिया है। इसका असर देशभर के करोडों फेसबुक शेयर खरीदने के लिए कदम ग्राहकों पर होगा। यानी अब गैस सिलेंडर खरीदने पर किसी को भी पहले से ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। इससे पहले सरकारी तेल कंपनियों द्वारा कमर्शियल गैस सिलेंडर पर 200 से 300 रुपए तक की छूट दी जाती थी, जिसको अब खत्म कर दिया गया है। डिस्ट्रीब्यूटर्स द्वारा कमर्शियल सिलेंडर पर ज्यादा डिस्काउंट दिए जाने की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है।
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देश की तीनों सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation) और एचपीसीएल (HPCL) व बीपीसीएल (BPCL) ने अपने-अपने डिस्ट्रीब्यूटर से कहा है कि किसी भी (Commercial Gas Cylinder) कमर्शियल गैस सिलेंडर वाले ग्राहकों को छूट (Discount) की सुविधा नहीं दी जाएगी। यह फैसला बीती आठ नवंबर से लागू हो चुका है। इंडियन ऑयल के मुताबिक, 19 किलोग्राम और 47.5 किलोग्राम के सिलेंडर बिना डिस्काउंट के बेचे जाएंगे। एचपीसीएल ने कहा है कि 19 किलोग्राम, 35 किलोग्राम, 47.5 किलोग्राम व 425 किलोग्राम वाले सिलेंडरों पर मिलने वाले सभी तरह की छूट को खत्म किया गया है।
Jio-Facebook Deal: डूबते शेयरों के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए आई ये बुरी खबर, फेसबुक डील में कंपनी से हुई बड़ी चूक
Highlights
- सेबी ने रिलायंस इंडस्ट्री पर भारी भरकम जुर्माना लगाया है
- यह कदम जियो और फेसबुक के बीच हुई डील से जुड़ा है
- रिलायंस ने सौदे के बारे में शेयर बाजारों को सीधे जानकारी नहीं दी
Jio-Facebook Deal: रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के धराशाई होते शेयरों के बीच शेयर बाजार से मुकेश अंबानी की इस दिग्गज कंपनी के लिए बुरी खबर आई है। मार्केट रेगुलेटर सेबी ने रिलायंस इंडस्ट्री पर भारी भरकम जुर्माना लगाया है। सेबी ने यह जुर्माना बीते साल हुई रिलायंस फेसबुक डील को लेकर लगाया है। सेबी ने रिलायंस सहित दो अन्य व्यक्तियों पर भी 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
क्या है मामला
सेबी द्वारा रिलायंस इंडस्ट्रीज के खिलाफ उठाया गया यह कदम जियो और फेसबुक के बीच हुई फेसबुक शेयर खरीदने के लिए कदम डील से जुड़ा है। सेबी ने अपनी जांच में पाया है कि रिलायंस ने सौदे के बारे में शेयर बाजारों को सीधे जानकारी नहीं दी थी। सेबी की अधिकारी बर्नाली मुखर्जी ने इस आदेश में कहा कि जियो प्लेटफॉर्म में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने के लिए फेसबुक के 43,574 करोड़ रुपये निवेश करने के सौदे के बारे में समाचार 24-25 मार्च, 2020 को आया था। लेकिन इस बारे में शेयर बाजारों को सूचना 22 अप्रैल, 2020 को दी गई थी। जिसके चलते कुल 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया (सेबी) के प्रावधानों का उल्लंघन के कारण फेसबुक शेयर खरीदने के लिए कदम रिलायंस इंडस्ट्रीज और सावित्री पारेख एवं के सेतुरामन पर संयुक्त रूप से 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाने का फैसला लिया गया है। सेबी के आदेश के मुताबिक, जुर्माने की रकम को 45 दिनों के भीतर जमा करना होगा।