मूल्य क्षय

रक्तदाता ने शराब अथवा कोई नशीलीदवा न ली हो।
मूल्य मूल्य क्षय क्षय
खून चढाने की जरूरत:-
जीवन बचाने के लिए खून चढाने की जरूरत पडती है। दुर्घटना, रक्तस्त्राव, प्रसवकाल और ऑपरेशन आदि अवसरों में शामिल है, जिनके कारण अत्यधिक खून बह सकता है और इस अवसर पर उन लोगों को खून की आवश्यकता पडती है। थेलेसिमिया, ल्यूकिमिया, हीमोफिलिया जैसे अनेंक रोगों से पीडित व्यक्तियों के शरीर को भी बार-बार रक्त की आवश्यकता रहती है अन्यथा उनका जीवन खतरे में रहता है। जिसके कारण उनको खून चढाना अनिवार्य हो जाता है।
रक्तदान की आवश्यकता:-
इस जीवनदायी रक्त को एकत्रित करने का एकमात्र् उपाय है रक्तदान। स्वस्थ लोगों द्वारा किये गये रक्तदान का मूल्य क्षय उपयोग जरूरतमंद लोगों को खून चढानें के लिये किया जाता है। अनेक कारणों से जैसे उन्नत सर्जरी के बढतें मामलों तथा फैलती जा रही जनसंख्या में बढती जा रही बीमारियों आदि से खून चढाने की जरूरत में कई गुना वृद्वि हुई है। लेकिन रक्तदाताओं की कमी वैसी ही बनी हुई है। लोगों की यह धारणा है कि रक्तदान से कमजोरी व नपूसंकता आती है, पूरी तरह बेबूनियाद है। आजकल चिकित्सा क्षेत्र में कॅम्पोनेन्ट थैरेपी विकसित हो रही है, इसके अन्तर्गत रक्त की इकाई से रक्त के विभिन्न घटकों को पृथक कर जिस रोगी को जिस रक्त की आवश्यकता है दिया जा सकता है इस प्रकार रक्त की एक इकाई कई मरीजों के उपयोग में आ सकती है।
मूल्य क्षय
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Jee Main Test 81
एक रेडियोएक्टिव नमूने में दो भ .
एक रेडियोएक्टिव नमूने में दो भिन्न-भिन्न प्रकार के रेडियोएक्टिव नाभिक हैं, जिनमें A की अर्ध-आयु 5. 0 दिन तथा B की अर्ध-आयु 30. 0 दिन है। प्रारंभ में, A प्रकार के नाभिक की क्षय दर, B प्रकार के नाभिक की क्षय दर की 64 गुनी है। जब समय 9n होता है तो उनकी क्षय दर बराबर होगी। n का मान ज्ञात कीजिये।
Solution : `lambda_A = (ln (2))/(5) "दिन"^(-1)` तथा `lambda_B = (ln (2))/(30) "दिन"^(-1)`
दिया है, `((dB_(OA))/(dt)) = 64 ((dN_(OS))/(dt))`
`therefore lambda_AN_(OA) = 64 lambda_B N_(OB)`
t समय पर, `(dN_A)/(dt) = (dN_B)/(dt)`
`therefore lambda_A N_A = lambda_B N_B`
समीकरण (1) तथा (2) को भाग करने पर `(N_(OA))/(N_A) = 64 ((N_(OB))/(NB))`
लेकिन `N_A = N_(OA)e^(-lambda_A t)` तथा `N_B`
`= N_(OB) e^(-lambda_B t)` मूल्य क्षय
`therefore` समीकरण (3), इस प्रकार प्राप्त होता है, `e^(lambda)A^(t)`
`= 64 e^(lambda_B t)`
`therefore e(lambda_A - lambda_B) t = 64`
`therefore (lambda_A - lambda_B) t = ln (64)`
`therefore t = (ln (64))/((ln(2))/(5) - (ln(2))/(30)) = 36` दिनस्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा स्वास्थ्य संबंधी वार्षिक रिपोर्ट का विवरण दिया गया है। उपयोगकर्ता मंत्रालय, इसके उद्देश्य, उपलब्धियों, स्वास्थ्य की स्थिति में प्रवृत्तियों, स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के डिजाइन, चिकित्सा शिक्षा आदि से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन का प्रतिषेध) अधिनियम, 1994 को कन्या भ्रूण हत्या और लिंग चयन को रोकने के लिए लागू किया गया है। उपयोगकर्ता मूल्य क्षय लिंग निर्धारण के मामलों के खिलाफ कैसे, कहाँ, कब शिकायत करें के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अधिनियम और लिंग चयन मूल्य क्षय के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न प्रावधानों पर विस्तृत मूल्य क्षय जानकारी उपलब्ध कराई गई है। कार्य योजना, निर्णय और प्रकाशनों आदि के बारे में जानकारी प्रदान की गई.
एच1एन1 के बारे में जानकारी प्राप्त करें
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा महामारी इन्फ्लूएंजा-ए (एच1एन1) के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई गई है। एच1एन1 विषाणु के बारे में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचार(अद्यतित) भी यहाँ दिए गए हैं। इससे संबंधित योजनाओं, अस्पतालों, प्रयोगशालाओं, टीकों इत्यादि के बारे में जानकारी प्रदान की गई है।
आप उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य संबंधी प्रोफाइल, स्वास्थ्य मिशन, स्वास्थ्य संबंधी संकेतक, राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों से संबंधित जानकारी प्रदान की गई है।
विभिन्न औद्योगिक संयंत्रों के संचालन के लिए स्थापना और सहमति के मूल्य क्षय लिए शुल्क
विभिन्न औद्योगिक संयंत्रों के संचालन के लिए स्थापना और सहमति के लिए शुल्क
उच्च न्यायालय के कानून अधिकारी द्वारा अदालत की कार्यवाही की अवमानना के अभियोग में घिरे राज्य सरकार के अधिकारियों और कर्मचारियों की रक्षा के संबंध में दस्तावेज
उड़ीसा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट
प्रयोक्ता उड़ीसा की सरकार के बारे में विस्तृत जानकारी का उपयोग कर सकते हैं। जन प्रतिनिधि, विधानसभा, मंत्रियों की परिषद और मुख्य मंत्री आदि पर सूचना दी गई है। राज्य की प्रतिक्रिया के विवरण भी प्रदान किए गए हैं। उड़ीसा में निवेश के विवरण भी उपलब्ध हैं। विभाग, नागरिक सेवाएं और पर्यटन पर भी प्रयोक्ता के लिए सूचना दी गई है।
ओडिशा विद्युत विनियामक आयोग नियम (खातों की वार्षिक विवरण का फार्म), 2006
ओडिशा के नयागढ़ जिले की वेबसाइट
नयागढ़ जिले को 1995 में तत्कालीन पुरी जिले को तीन अलग जिलों में विभाजित कर बनाया गया था। नयागढ़ जिला ओडिशा के सबसे पुराने जिलों में से एक है। उपयोगकर्ता जिले के इतिहास, भूगोल, जलवायु, पर्यटन, संस्कृति और सरकारी विभागों आदि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। जिले से संबंधित दस्तावेजों की एक सूची भी उपलब्ध कराई गई है। सरकारी कार्यालय की संपर्क निर्देशिका भी प्रदान की गई है। ई-अनुप्रयोगों और अन्य संबंधित वेबसाइटों के लिंक भी उपलब्ध कराए.
ओडिशा प्रशासनिक अधिकरण को राज्य सरकार कर्मचारियों के सेवा मामलों से संबंधित शिकायतों के त्वरित निपटारे के लिए स्थापित किया गया था। अधिकरण, उसके अधिकार क्षेत्र, कार्यों, सदस्यों, संगठनात्मक ढांचे आदि की जानकारी प्रदान की गई है। उपयोगकर्ता वाद सूचियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। संबंधित अधिनियम और नियम भी उपलब्ध कराए गए हैं।
मूल्य क्षय
खून चढाने की जरूरत:-
जीवन बचाने के लिए खून चढाने की जरूरत पडती है। दुर्घटना, रक्तस्त्राव, प्रसवकाल और ऑपरेशन आदि अवसरों में शामिल है, जिनके कारण अत्यधिक खून बह सकता है और इस अवसर पर उन लोगों को खून की आवश्यकता पडती है। थेलेसिमिया, ल्यूकिमिया, हीमोफिलिया जैसे अनेंक रोगों से पीडित व्यक्तियों के शरीर को भी बार-बार रक्त की आवश्यकता रहती है अन्यथा उनका जीवन खतरे में रहता है। जिसके कारण उनको खून चढाना अनिवार्य हो जाता है।
रक्तदान की आवश्यकता:-
इस जीवनदायी रक्त को एकत्रित करने का एकमात्र् उपाय है रक्तदान। स्वस्थ लोगों द्वारा किये गये रक्तदान का उपयोग जरूरतमंद लोगों को खून चढानें के लिये किया जाता है। अनेक कारणों से जैसे उन्नत सर्जरी के बढतें मामलों तथा फैलती जा रही जनसंख्या में बढती जा रही बीमारियों आदि से खून चढाने की जरूरत में कई गुना वृद्वि हुई है। लेकिन रक्तदाताओं की कमी वैसी ही बनी हुई है। लोगों की यह धारणा है कि रक्तदान से कमजोरी व नपूसंकता आती है, पूरी तरह बेबूनियाद है। आजकल चिकित्सा क्षेत्र में कॅम्पोनेन्ट थैरेपी विकसित हो रही है, इसके अन्तर्गत रक्त की इकाई से रक्त के विभिन्न घटकों को पृथक कर जिस मूल्य क्षय रोगी को जिस रक्त की आवश्यकता है दिया जा सकता है इस प्रकार रक्त की एक इकाई कई मरीजों के उपयोग में आ सकती है।