डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है?

Dollar Vs Rupee: डॉलर के मुकाबले रुपया में रिकॉर्ड गिरावट, एक डॉलर की कीमत 82.30 रुपये पर पहुंची
डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है. एक डॉलर की कीमत 82.30 रुपये पर पहुंच गयी है. एक साल में रुपया करीब 10% लुढ़का. जानिए पूरी डिटेल्स नेहा आनंद से.
डॉलर हुआ और मजबूत, दबाव में भारतीय करेंसी, 79.60 के नए रिकॉर्ड Low पर बंद हुआ रुपया
डॉलर के मुकाबले रुपया आज 16 पैसे गिरकर 79.60 पर बंद हुआ.
डॉलर के मुकाबले रुपया आज 16 पैसे गिरकर 79.60 पर बंद हुआ. घरेलू शेयर बाजार की कमजोरी, FIIs की लगातार जारी बिकवाली और ग्ल . अधिक पढ़ें
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- Last Updated : July 12, 2022, 16:40 IST
हाइलाइट्स
घरेलू शेयर बाजार की कमजोरी, FIIs की लगातार जारी बिकवाली और विकास की चिंताएं कर रही हैं परेशान.
RBI ने बड़ा फैसला लिया है कि अब पार्टनर कंट्री के साथ इंटरनेशनल ट्रेड में रुपये से पेमेंट सेटलमेंट कर सकते हैं.
दुनिया की रुपये में बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए नया सिस्टम विकसित किया जा रहा है.
नई दिल्ली. डॉलर के मुकाबले रुपया आज फिर गिरा और फिर से एक नया रिकॉर्ड लो बना दिया. डॉलर के मुकाबले रुपया आज 16 पैसे गिरकर 79.डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? 60 पर बंद हुआ. हालांकि आज रुपये की ओपनिंग 7 पैसे कमजोरी के साथ हुई थी, परंतु बाद में इसमें गिरावट बढ़ गई. बाद में निचले स्तरों से हल्की रिकवरी के साथ 79.60 पर क्लोजिंग हुई. दरअसल डॉलर इंडेक्स अक्टूबर 2002 के बाद से अपने उच्चतम स्तर 108 के पार निकल गया है, जिससे भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की करेंसी में उछल-पुथल मचा है.
मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक, मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया अपने नए रिकॉर्ड लो पर जाता नजर आया. घरेलू शेयर बाजार की कमजोरी, FIIs की लगातार जारी बिकवाली और ग्लोबल इकोनॉमी की ग्रोथ से जुड़ी चिंताएं रुपये पर अपना दबाव बना रही हैं.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का बड़ा कदम
इस बीच गिरते रुपए को संभालने के लिए RBI ने एक और कदम उठाया है. अब पार्टनर कंट्री के साथ इंटरनेशनल ट्रेड में रुपए से पेमेंट सेटलमेंट कर सकते हैं. विदेशों में Vostro Accounts के जरिये डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? पेमेंट होगी. समझा जा रहा है कि इससे बाजार में रुपये की कीमत में सुधार होगा.
आरबीआई ने बताया है कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार भी रुपये में करने के लिए नया सिस्टम बनाया जा रहा है. डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा में लगातार आ रही गिरावट और दुनिया की रुपये में बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए नया सिस्टम विकसित किया जा रहा है. इसके बाद भारत अपने आयात-निर्यात का सेटलमेंट रुपये में कर सकेगा और ग्लोबल ट्रेडिंग सिस्टम में डॉलर व अमेरिका का दबाव खत्म हो जाएगा.
आरबीआई ने कहा है कि नया सिस्टम फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के तहत बनाया जा रहा है. इससे विदेश में होने वाले आयात और निर्यात के सभी सेटलमेंट रुपये में किए जा सकेंगे. रुपये की कीमत संबंधित देश की मुद्रा के ग्लोबल फॉरेक्स मार्केट में चल रहे भाव के आधार की तय की जाएगी और सौदे का सेटलमेंट भारतीय मुद्रा में ही किया जाएगा.
FIIs लगातार बने डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? हुए हैं बिकवाल
दूसरी तरफ एफआईआई के आंकड़ों पर नजर डालें तो 11 जुलाई को भारतीय बाजारों में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 170.51 करोड़ रुपए की बिकवाली की. वहीं, इस दिन घरेलू संस्थागत निवेशकों ने भी 296.99 करोड़ रुपए की बिकवाली की. वहीं, F&O में FIIs 1703.05 करोड़ रुपए के नेट बायर रहे. FIIs ने इंडेक्स फ्यूचर्स में 524.88 करोड़ रुपए की बिकवाली की. वहीं, इंडेक्स ऑप्शंस में 2714.20 करोड़ रुपए की खरीदारी की. FIIs ने स्टॉक फ्यूचर्स में 560.18 करोड़ रुपए की बिकवाली की. वहीं, स्टॉक ऑप्शंस में 73.91 करोड़ रुपए की खरीदारी की.
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'डॉलर के मुकाबले दुनिया की बाकी मुद्राओं से रुपया मजबूत,' बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि यदि कोई एक मुद्रा है, जो अन्य मुद्राओं की तुलना में उतार-चढ़ाव या अस्थिरता से बची हुई है तो वह भारतीय रुपया है. हम अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बहुत अच्छी स्थिति में खड़े रहे. अपने प्रतिस्पर्धियों के बीच रुपये डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? ने बहुत अच्छी पकड़ बनाई है.
aajtak.in
- पुणे,
- 24 सितंबर 2022,
- (अपडेटेड 24 सितंबर 2022, 10:50 PM IST)
डॉलर के मुकाबले रुपए में लगातार कमजोर होने पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि दुनिया की बाकी मुद्राओं की तुलना में रुपया अधिक मजबूती से खड़ा रहा है. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया काफी मजबूत देखा जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय स्थिति पर करीब से नजर रख रहे डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि यदि कोई एक मुद्रा है, जो अन्य मुद्राओं डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? की तुलना में उतार-चढ़ाव या अस्थिरता से बची हुई है तो वह भारतीय रुपया है. हम अमेरिकी डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? डॉलर के मुकाबले बहुत अच्छी स्थिति में खड़े रहे. अपने प्रतिस्पर्धियों के बीच रुपये ने बहुत अच्छी पकड़ बनाई है. उन्होंने कहा कि अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपये ने 'बहुत अच्छी तरह से वापसी भी की है.
डॉलर के मुकाबले रुपया 81 रुपए के करीब पहुंचा
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बता दें कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 81 रुपये के करीब पहुंच गया है. पिछले कुछ महीनों में रुपये की कीमत में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. इसे लेकर अलग-अलग तर्क दिए जा रहे हैं. शुक्रवार को 83 पैसे की गिरावट हुई, जिसे पिछले सात महीने में एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट मानी गई है. इससे पहले अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे गिरा था और 80.98 के निचले स्तर पर पहुंच गया था.
हर रोज बन रहा है रुपये के गिरने का रिकॉर्ड
अमेरिका में ब्याज दरें लगातार डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? बढ़ (US Rate Hike) रही हैं. इस सप्ताह अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने लगातार तीसरी बार ब्याज दर में 0.75 फीसदी की भारी-भरकम बढ़ोतरी की. दरें बढ़ने की रफ्तार में सुस्ती नहीं आने का संकेत मिलने से दुनिया भर की करेंसीज डॉलर के मुकाबले तेजी से गिर रही हैं. फेडरल रिजर्व का संकेत मिलने के बाद इन्वेस्टर्स दुनिया भर के बाजरों से पैसे निकाल रहे हैं डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? और सुरक्षा के लिहाज से अमेरिकी डॉलर में अपना इन्वेस्टमेंट झोंक रहे हैं. इस कारण भारतीय मुद्रा 'रुपया (INR)' समेत तमाम अन्य करेंसीज के लिए ये सबसे खराब दौर चल रहा है.
डॉलर हुआ और मजबूत, दबाव में भारतीय करेंसी, 79.60 के नए रिकॉर्ड Low पर बंद हुआ रुपया
डॉलर के मुकाबले रुपया आज 16 पैसे गिरकर 79.60 पर बंद हुआ.
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- Last Updated : July 12, 2022, 16:40 IST
हाइलाइट्स
घरेलू शेयर बाजार की कमजोरी, FIIs की लगातार जारी बिकवाली और विकास की चिंताएं कर रही हैं परेशान.
RBI ने बड़ा फैसला लिया है कि अब पार्टनर कंट्री के साथ इंटरनेशनल ट्रेड में रुपये से पेमेंट सेटलमेंट कर सकते हैं.
दुनिया की रुपये में बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए नया सिस्टम विकसित किया जा रहा है.
नई दिल्ली. डॉलर के मुकाबले रुपया आज फिर गिरा और फिर से एक नया रिकॉर्ड लो बना दिया. डॉलर के मुकाबले रुपया आज 16 पैसे गिरकर 79.60 पर बंद हुआ. हालांकि आज रुपये की ओपनिंग 7 पैसे कमजोरी के साथ हुई थी, परंतु बाद में इसमें गिरावट बढ़ गई. बाद में निचले स्तरों से हल्की रिकवरी के साथ 79.60 पर क्लोजिंग हुई. दरअसल डॉलर इंडेक्स अक्टूबर 2002 के बाद से अपने उच्चतम स्तर 108 के पार निकल गया है, जिससे भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की करेंसी में उछल-पुथल मचा है.
मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक, मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया अपने नए रिकॉर्ड लो पर जाता नजर आया. घरेलू शेयर बाजार की कमजोरी, FIIs की लगातार जारी बिकवाली और ग्लोबल इकोनॉमी की ग्रोथ से जुड़ी चिंताएं रुपये पर अपना दबाव बना रही हैं.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का बड़ा कदम
इस बीच गिरते रुपए को संभालने के लिए RBI ने एक और कदम उठाया है. अब पार्टनर कंट्री के साथ इंटरनेशनल ट्रेड में रुपए से पेमेंट सेटलमेंट कर सकते हैं. विदेशों में Vostro Accounts के जरिये पेमेंट होगी. समझा जा रहा है कि इससे बाजार में रुपये की कीमत में सुधार होगा.
आरबीआई ने बताया है कि अंतरराष्ट्रीय डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? व्यापार भी रुपये में करने के लिए नया सिस्टम बनाया जा रहा है. डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा में लगातार आ रही गिरावट और दुनिया की रुपये में बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए नया सिस्टम विकसित किया जा रहा है. इसके बाद भारत अपने आयात-निर्यात का सेटलमेंट रुपये में कर सकेगा और ग्लोबल ट्रेडिंग सिस्टम में डॉलर व अमेरिका का दबाव खत्म हो जाएगा.
आरबीआई ने कहा है कि नया सिस्टम फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के तहत बनाया जा रहा है. इससे विदेश में होने वाले आयात और निर्यात के सभी सेटलमेंट रुपये में किए जा सकेंगे. रुपये की कीमत संबंधित देश की मुद्रा के ग्लोबल फॉरेक्स मार्केट में चल रहे भाव के आधार की तय की जाएगी और सौदे का सेटलमेंट भारतीय मुद्रा में ही किया जाएगा.
FIIs लगातार बने हुए हैं बिकवाल
दूसरी तरफ एफआईआई के आंकड़ों पर नजर डालें तो 11 जुलाई को भारतीय बाजारों में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 170.51 करोड़ रुपए की बिकवाली की. वहीं, इस दिन घरेलू संस्थागत निवेशकों ने भी 296.99 डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? करोड़ रुपए की बिकवाली की. वहीं, F&O में FIIs 1703.05 करोड़ रुपए के नेट बायर रहे. FIIs ने इंडेक्स फ्यूचर्स में 524.88 करोड़ रुपए की बिकवाली की. वहीं, इंडेक्स ऑप्शंस में 2714.20 करोड़ रुपए की खरीदारी की. FIIs ने स्टॉक फ्यूचर्स में 560.18 करोड़ रुपए की बिकवाली की. वहीं, स्टॉक ऑप्शंस में 73.91 करोड़ रुपए की खरीदारी की.
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