विश्व के बाजारों में ट्रेड करें

Stock 20-20 : ऐसे 20 स्टॉक्स जिसमें ट्रेड लेकर आप कर सकते हैं अच्छी कमाई
Stock 20-20 : जेफरीज की HOME FIRST FINANCE पर खरीदारी की सलाह दी है और स्टॉक के लिए लक्ष्य 900 रुपये प्रति शेयर तय किया है
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20 Stocks for today in which action will be there: सीएनबीसी-आवाज़ (CNBC-Awaaz) पर सीधा सौदा शो में रोजाना बाजार खुलने से पहले निवेशकों को ट्रेडिंग के लिए 20 दमदार स्टॉक्स सुझाये जाते हैं। इसमें अपनी समझ और विश्लेषण के साथ निवेश करके निवेशक अच्छी कमाई कर सकते हैं। सीधा सौदा (seedha sauda) में दो एक्सपर्ट कैप्टन बनते हैं जिनकी टीम को 10-10 स्टॉक्स या प्लेयर के रूप में बांटा गया है। टीमों के कैप्टन इन स्टॉक्स से संबंधित कंपनियों का अध्ययन, रिसर्च और विश्लेषण करके इस स्टॉक्स में निवेश के लिए ग्रीन या रेड संकेत देते हैं और इस संकेत के पीछे की वजह भी बताते हैं । जानते हैं कप्तानों ने अपनी-अपनी टीमों में आज किन स्टॉक्स को शामिल किया है-
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GOLDMAN SACHS FUNDS ने 17.45 लाख शेयर खरीदे है।
NOMURA INDIA INVESTMENT MF ने 15 लाख शेयर खरीदे है जबकि MOTILAL OSWAL MUTUAL FUND ने 36.30 लाख शेयर खरीदे है।
SMALLCAP WORLD FUND INC ने 30.01 लाख शेयर खरीदे है।
4) ONE 97 COMMUNICATIONS (Red)
Soft Bank कंपनी के $2.15 Cr के शेयर बेचेगा। Soft Bank ब्लॉक डील के जरिए हिस्सा बेच सकती है।
5) AUROBINDO PHARMA (Green)
आंध्र प्रदेश की यूनिट को US FDA से क्लीन चिट मिली है।
6) SUVEN LIFE SCIENCES (Green)
मैसुपरडाइन के फेज-3 का ग्लोबल क्लीनिकल ट्रायल पूरा किया है। पहले मरीज का रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया पूरी की है।
7) HOME FIRST FINANCE (Green)
जेफरीज की खरीदारी की सलाह दी है और स्टॉक के लिए लक्ष्य 900 रुपये प्रति शेयर तय किया है।
8) TATA MOTORS (Red )
जगुआर लैंड रोवर के CEO ने अपन पद से इस्तीफा दिया है। Thierry Bollore ने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है।
9) TATA MOTORS (Red )
जगुआर लैंड रोवर के CEO ने अपन पद से इस्तीफा दिया है। Thierry Bollore ने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है।
विश्व श्रम बाजार में मजदूरों की दयनीय स्थिति
दुनिया भर में लगभग 2 बिलियन श्रमिक (रोजगार में उन में से 61 प्रतिशत) अनौपचारिक रोजगार में हैं, और इसलिए उन पर काम का भी अधिक बोझ रहता है ,और उन्हें उस तरह की सामाजिक सुरक्षा भी नहीं मिलता जिसका वे हकदार हैं । अच्छी नौकरियों की कमी का मतलब है कि 630 मिलियन से अधिक श्रमिक – दुनिया भर में हर पांच में से एक श्रमिक – अत्यधिक गरीबी में रहते हैं (यानी वे प्रति व्यक्ति विश्व के बाजारों में ट्रेड करें विश्व के बाजारों में ट्रेड करें आय वाले घरों में प्रति व्यक्ति $ 1.90 के नीचे क्रय शक्ति समानता (पीपीपी) में रहते हैं। ) या मध्यम गरीबी में (घर में प्रति व्यक्ति आय US $ 1.90 और US $ 3.20 के बीच)। इन निष्कर्षों से यह स्पष्ट है कि, भुगतान किए गए काम तक पहुंच को बढ़ावा देने के अलावा, सभी प्रकार के भुगतान किए गए कार्य भी सभ्य गुणवत्ता के हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल प्रयासों की आवश्यकता है।
सामाजिक संवाद और त्रिपक्षीय वार्ता सामान्य आर्थिक संदर्भ और श्रम बाजार के परिणामों को आकार देने में एक मौलिक भूमिका निभाते हैं। प्रभावी होने के लिए, उन्हें स्वतंत्र सामाजिक भागीदारों (ट्रेड यूनियनों और नियोक्ताओं के संगठनों) की आवश्यकता होती है जो अच्छी तरह से संगठित, हैं। स्व-रोजगार और अनौपचारिकता की उच्च डिग्री, ट्रेड यूनियन सदस्यता की वैश्विक दर में गिरावट, 2000 में 25 प्रतिशत से 2017 में 17 प्रतिशत, और नियोक्ता संगठनों द्वारा अपनी स्वयं की सदस्यता बढ़ाने और अभिनय करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। व्यावसायिक हितों (ग्लोबल डील, ILO और OECD, 2018) की सामूहिक आवाज, सामाजिक अभिनेताओं के लिए सभ्य रोजगार संबंधों को प्राप्त करके आर्थिक स्थिरता में योगदान करना कठिन बना देती है। अवसरों और परिणामों की असमानता को समझने के लिए औसत श्रम बाजार के अवसरों और परिणामों से परे देखना आवश्यक है, जो किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत विशेषताओं पर निर्भर करता है, बल्कि उसके भौगोलिक स्थान और काम के प्रकार पर भी निर्भर करता है।
लैंगिक असमानता एक वैश्विक घटना विश्व के बाजारों में ट्रेड करें है, जो श्रम बाजार और असमान काम करने की स्थिति (ILO, 2019) के लिए असमान पहुंच दोनों में प्रकट होती है। 2019 में महिलाओं के लिए श्रम बल की भागीदारी दर 47 विश्व के बाजारों में ट्रेड करें प्रतिशत थी, जो पुरुषों की तुलना में पूर्ण 27 प्रतिशत नीचे थी (74 प्रतिशत) । इसके अलावा, लैंगिक असमानता कम उम्र में शुरू होती है: महिला एनईईटी दर, 31 प्रतिशत, पुरुष दर से दोगुनी 14 प्रतिशत से अधिक है। दूसरा, उम्र असमानता का एक और महत्वपूर्ण आयाम है। उदाहरण के लिए, युवा लोगों (26 प्रतिशत) के लिए कुल श्रम कम करने की दर वयस्कों (11 प्रतिशत) से दोगुनी से अधिक है। तीसरा, श्रम बाजार के अवसरों में भी काफी अंतर है|
श्रम बाजार में प्रदर्शन की बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है ताकि सभ्य काम घाटे के पूर्ण स्पेक्ट्रम पर कब्जा करने की कोशिश की जा सके। रोजगार और बेरोजगारी दर के अलावा, यह तीन प्रमुख आयामों में प्रमुख वैश्विक निष्कर्षों का सार प्रस्तुत करता है, जिनकी जांच बाद के अनुभागों में विस्तार से की जाती है: (1) श्रम आपूर्ति और मांग के बीच बेमेल के संकेतक जो संकेत देते हैं कि अधिक भुगतान के लिए एक अनिश्चित आवश्यकता है। कामकाजी उम्र की आबादी; (2) रोजगार की गुणवत्ता और पर्याप्त आय देने की क्षमता, कार्यस्थल में सुरक्षा और श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए सामाजिक सुरक्षा; और (3) श्रमिकों के अवसर और उपचार की समानता, लिंग, आयु और भौगोलिक स्थिति के अंतर की परवाह किए बिना। कुल श्रम पराधीनता अकेले बेरोजगारी की तुलना में दोगुनी से अधिक है 2019 में, वैश्विक जनसंख्या 15 वर्ष और उससे अधिक (यानी कामकाजी उम्र की आबादी) अनुमानित 5.7 बिलियन लोगों (यूएन, 2019 ) के बराबर थी। इस कुल में से, 2.3 बिलियन (39 प्रतिशत) श्रम बल का हिस्सा नहीं थे, 3.3 बिलियन (57 प्रतिशत) रोजगार में थे, और अनुमानित 188 मिलियन बेरोजगार थे ।
हालांकि, जब लेबर अंडरटाइजेशन की सीमा का आकलन करना है तो बेरोजगारी से परे देखना और दो अतिरिक्त श्रेणियों को ध्यान में रखना आवश्यक है: काम में लगे लोग जो अधिक भुगतान वाले घंटे (“समय से संबंधित बेरोजगारी”), और रोजगार से बाहर के लोग काम करना चाहेंगे काम करना चाहते हैं, लेकिन जिनकी व्यक्तिगत स्थिति या अन्य कारक उन्हें सक्रिय रूप से नौकरी खोजने और / या काम के लिए उपलब्ध होने से रोकते हैं | विश्व ने 2019 में समय-संबंधित बेरोजगारी का अनुभव किया, जबकि अतिरिक्त 119 मिलियन लोग संभावित श्रम शक्ति में थे।
वयस्कों की तुलना में युवाओं के लिए श्रम कम करने का जोखिम अधिक होता है, जिसमें 141 मिलियन युवा लोग कम से कम प्रभावित होते हैं और बेरोजगारी में 68 मिलियन होते हैं। रोजगार की शर्तों में निर्णय की कमी भी खुद प्रकट होती है ILO का निर्णय कार्य एजेंडा न केवल सौदा है रोजगार के अवसरों तक पहुंच के साथ; इसके लिए यह भी आवश्यक है कि एक रोजगार संबंध एक पर्याप्त न्यूनतम वेतन प्रदान करे और काम पर अधिकार की गारंटी दे और सामाजिक सुरक्षा के लिए उपयोग करे। फिर भी दुनिया भर में श्रमिकों की एक बड़ी संख्या के लिए ऐसी शर्तें पूरी नहीं हो रही हैं।
इसे स्पष्ट करने के विश्व के बाजारों में ट्रेड करें विश्व के बाजारों में ट्रेड करें लिए: कुछ 360 मिलियन कार्यकर्ता, उनमें से कई महिलाएं, परिवार के श्रमिकों का योगदान दे रहे थे, जिसका अर्थ है कि उन्हें अनौपचारिक माना जाता है; उनके पास सामाजिक सुरक्षा और आय सुरक्षा तक प्रभावी पहुंच का अभाव है। इसके अलावा, 1.1 बिलियन स्वयं-खाता श्रमिकों का एक बड़ा अनुपात – जो कार्यरत लोगों में से एक तिहाई का गठन करते हैं – प्राथमिक गतिविधियों में लगे हुए हैं, जो उन्होंने औपचारिक क्षेत्र में नौकरियों की कमी या माध्यम से प्रदान की गई आय की कमी के कारण उठाए हैं। इस तरह की नौकरियों के विशाल बहुमत – 85 प्रतिशत – अनौपचारिक क्षेत्र (ILO, 2018) में हैं।
वेतन और वेतनभोगी रोजगार में होने के नाते, जैसा कि वैश्विक स्तर पर लगभग आधे श्रमिकों के मामले में है, सामाजिक सुरक्षा तक पहुंच होने की संभावना बढ़ जाती है|
भौगोलिक स्थिति के आधार पर श्रम अधिकारों के परिणाम निकलते हैं: उदाहरण के लिए, ग्रामीण श्रमिकों को समय से संबंधित उच्च दर का सामना करना पड़ता है शहरी श्रमिकों की तुलना में| अंत में, श्रम आय दुनिया भर में बहुत ही असमान रूप से वितरित की जाती है: 50 प्रतिशत श्रमिक जिनकी कमाई कुल औसत आय का 6 प्रतिशत के लिए वैश्विक औसत आय से नीचे है, जबकि शीर्ष 10 प्रतिशत सभी श्रम आय का लगभग आधा हिस्सा हैं । अब तक उद्धृत आंकड़ों से, हम पहले से ही देख सकते हैं कि दुनिया भर के श्रम बाजार वर्तमान में सभी श्रमिकों को शामिल करने और अपनी पूरी क्षमता का लाभ उठाने में विफल हो रहे हैं। समावेशी विकास का लक्ष्य मायावी बना हुआ है।
Mutual Funds कंपनियों ने इन 5 शेयरों में जमकर लगाया पैसा, क्या आपने किसी में निवेश किया
दुनियाभर में मंदी की आशंका के बीच भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन शानदार बना हुआ है। इसके चलते विदेशी निवेशक एक बार फिर से यहां पैसा लगा रहे हैं।
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: November 21, 2022 11:13 IST
Photo:विश्व के बाजारों में ट्रेड करें INDIA TV म्यूचुअल फंड
कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन के युद्ध के बाद दुनियाभर में महंगाई चरम पर है। इससे दुनिया के कई देशों में मंदी की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, इस सबसे बेखबर भारतीय शेयर बाजार में निवेशक जमकर पैसा लगा रहे हैं। विदेशी निवेशक भी रिकॉर्ड निवेश कर रहे हैं। म्यूचुअल फंड हाउस भी अच्छी कंपनियों के शेयरों में निवेश करने से हिचक नहीं रहे हैं। इस साल म्यूचुअल फंड कंपनियों ने बहुत सारे स्टॉक्स में निवेश किया है लेकिन कुछ ऐसे स्टॉक्स हैं, जिनपर एक साथ कई म्यूचुअल फंड हाउस ने दांव लगाया है। हम आपको 5 ऐसे शेयर बता रहे हैं, जिनपर म्यूचुअल फंड कंपनियों की ओर से बड़ा रकम निवेश किया गया है।
1. KAJARIA CERAMICS
टाइल्स, बाथवेयर और सैनिटरीवेयर बनाने वाली कंपनी विश्व के बाजारों में ट्रेड करें कजारिया सेरामिक्स को बिल्डिंग मैटेरियल्स स्पेस की मजबूत कंपनी है। रियल एस्टेट मार्केट में लगातार तेजी का फायदा इस कंपनी को मिलने की उम्मीद है। यह भारत में सिरेमिक/विट्रिफाइड टाइल्स का सबसे बड़ा निर्माता है। इसके चलते म्यूचुअल फंड कंपनियां इस कंपनी के शेयर पर जमकर दांव लगा रही है। एक साल में म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इस कंपनी के 1.26 करोड़ शेयर की खरीदारी की है। आज कंपनी के शेयर में 2 फीसदी से अधिक की तेजी है और शेयर 1,048.95 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
2. ICICI LOMBARD
गैर-जीवन बीमा क्षेत्र में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड एक अच्छी कंपनी है। कंपनी टियर-3 और टियर-4 शहरों में डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बढ़ाने पर फोकस कर रही है। कंपनी के रिटर्न में सुधार देखा गया है, जिसके चलते निवेश आय पर मिलने वाला रिटर्न सुधरा है। आगे चलकर कंपनी की ग्रोथ और तेजी होने की उम्मीद है। इसके चलते म्यूचुअल फंड कंपनियां इसमें निवेश बढ़ा रही है। इस साल म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इस कंपनी के 2.57 करोड़ शेयर की खरीदारी की है। कंपनी का शेयर आज 1 फीसदी से कम गिरकर 1,129.40 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
3. CUMMINS INDIA
कमिंस की घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों में मजबूत मांग देखी जा रही है। कमोडिटी की कीमतों में गिरावट और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में भी कंपनी की मार्जिन बढ़ने की उम्मीद है। ऑटोमेशन पर कंपनी का फोकस है जो आगे मार्जिन बढ़ाने का काम करेगा। मार्केट एक्सपर्ट इसके शेयर की कीमत में तेज उछाल की उम्मीद लगा रहे हैं। पिछले एक साल में म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इस कंपनी के 1.17 करोड़ शेयर की खरीदारी की है। आज कंपनी का शेयर 0.63% गिरकर 1,341.30 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
4. KEC INTERNATIONAL
केईसी के पास 1.1 लाख करोड़ रुपये की निविदा है। कंपनी ने अपनी रेवन्यू 2022-23 में 20% (पहले के 15% की तुलना में) तक बढ़ा दिया है, जो की रिकॉर्ड है। केईसी ने रेलवे व्यवसाय में ट्रेन टकराव से बचाव प्रणाली के नए उभरते हुए क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया। सिविल में कंपनी 2,500 करोड़ रुपये की आठ जल परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रही है। डेटा सेंटर के लिए इसका तीसरा ऑर्डर है। आने वाले अक्टूबर-दिसंबर तिमाही से मार्जिन में सुधार की संभावना है। कुल मिलकार कंपनी आगे और बेहतर करेगी यह भरोसा है। इसके चलते म्यूचुअल फंड कंपनियां दांव लगा रही हैं। पिछले साल म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इस कंपनी के 38.78 लाख शेयर खरीदे हैं। आज कंपनी का शेयर 1.33 फीसदी टूटकर 417.75 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
5. LAURUS LABS
लौरस लैब्स जेनेरिक एपीआई (एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रेडिएंट्स) और फॉर्मूलेशन, कस्टम सिंथेसिस और बायोटेक्नोलॉजी के सेगमेंट में काम करती है। कस्टम सिंथेसिस और एपीआई व्यवसायों में मजबूत प्रदर्शन ने जून-सितंबर में एक साल पहले की तुलना में 31% की मजबूत रेवन्यू वृद्धि हासिल करने में मदद की है। हालांकि, एंटी-रेट्रोवायरल ऑफटेक खराब होने के कारण फॉर्मूलेशन बिजनेस में महत्वपूर्ण नुकसान हुआ है। कुल मिलकार कंपनी का फ्यूचर ब्राइट है। इसके चलते म्यूचुअल फंड कंपनियों ने निवेश बढ़ाया है। पिछले एक साल में म्यूचुअल फंड कंपनियों ने लौरस लैब्स के 1.84 करोड़ शेयर की खरीदारी की है। आज 0.078 फीसदी गिरकर 449.70 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
Stock Market: बढ़त के साथ बंद हुआ शेयर बाजार, सेंसेक्स में 107 अंक की हुई उछाल
शेयर बाजार का सेंसेक्स 107 अंक की बढ़त के बाद बंद हो गया था।
by Anzar Hashmi
Stock Market: भारतीय शेयर बाजारों (Stock Market) के लिए बुधवार का सत्र उतार-चढ़ाव हो रहा था। हालांकि, बेंचमार्क सूचकांक बढ़त के साथ बंद हो गया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) 0.17 फीसदी या 107.73 अंक की बढ़त लेकर 61,980.72 पर पहुंचकर बंद हो गया था। कारोबारी सत्र में सेंसेक्स अधिकतम 62,052.57 अंक तक और न्यूनतम 61,708.63 अंक तक पहुंच गया था। बाजार बंद होते समय सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 16 शेयर हरे निशान पर और 14 शेयर लाल निशान पर पहुंच चुका है।
वहीं, निफ्टी बुधवार को 0.03 फीसदी या 6.25 अंक की बेहद मामूली बढ़त करने के साथ 18,409.65 पर बंद हो गया है। कारोबारी सत्र में यह अधिकतम 18,442.15 अंक तक और न्यूनतम 18,344.15 अंक तक हो चुका है। बाजार बंद होते समय निफ्टी के 50 शेयरों में से 21 शेयर हरे निशान पर और 29 शेयर लाल निशान पर ट्रेड हो रहा है।
सेक्टोरल सूचकांकों की बात करें, तो सबसे अधिक बढ़त बैंक निफ्टी में 0.38 फीसदी हो गया है। इसके अलावा निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज में 0.34 फीसदी, निफ्टी आईटी में 0.29 फीसदी, निफ्टी पीएसयू बैंक में 0.29 फीसदी और निफ्टी प्राइवेट बैंक में 0.26 फीसदी बढ़त हो गई है। निफ्टी ऑटो में 0.38 फीसदी, निफ्टी मीडिया में 1.44 फीसदी, निफ्टी मेटल में 1.94 फीसदी, निफ्टी फार्मा में 0.29 फीसदी और निफ्टी रियल्टी में 1.03 फीसदी की गिरावट देखी गई है।
भारतीय रुपया बुधवार को कमजोर होकर बंद हुआ था। रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 20 पैसे कमजोर होकर 81.30 पर पहुंच गया था।
Mustard Price: तेल मिलों की कमजोर मांग से सरसों की कीमतों में आई गिरावट, देखें ताजा भाव रिपोर्ट
नई दिल्ली, 19 नवंबर 2022: तेल मिलों की मांग घटने से शुक्रवार को लगातार चौथे दिन सरसों की कीमतों (Mustard Price) में गिरावट दर्ज की गई। जयपुर में कंडीशन की विश्व के बाजारों में ट्रेड करें सरसों के दाम कल 25 रुपये कम होकर 6,900 रुपये प्रति क्विंटल जबकि सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें भी 100-100 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 14050 रुपये और 13950 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गई। अगर सरसों खल की बात करें तो कल 10 रुपये घटकर 2590 रुपये प्रति क्विंटल का रह गई।
इस दौरान देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक में भी कटौती आई है। शुक्रवार को सरसों की आवक गुरुवार के मुकाबले 40 हजार बोरी घटकर 3.35 लाख बोरियों पर पहुँच गई ।
राज्यवार कल सरसों की आवक इस प्रकार रही :- राजस्थान की मंडियों में 1.15 लाख बोरी, मध्य प्रदेश में 35 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश में 60 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा में 35 हजार बोरी तथा गुजरात में 15 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 75 हजार बोरियों के आसपास दर्ज की गई ।
विदेशी बाज़ारों की ताजा स्थिति
कल सार्वजनिक अवकाश के चलते बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी बंद रहा, जबकि शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर दिसंबर वायदा अनुबंध में सोया तेल की कीमतें 0.67 फीसदी तेजी देखने को मिली।
विदेशी बाजार में कल खाद्य तेलों (Edible Oil) की कीमतों में सुधार देखने को मिला बावजूद इसके घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट बनी रही, जिससे सरसों की कीमतों पर दबाव देखा गया। विश्व बाजार में चीन की मांग को लेकर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है, तथा सप्ताह भर से विदेशी बाजार में खाद्य तेलों के गई। दाम में बड़ी गिरावट आई है। इसलिए घरेलू बाजार में भी तेल मिलें (oil millers) केवल अपनी जरुरत के हिसाब से ही सरसों की खरीद कर रहे हैं।
सरसों का रकबा बढ़ा
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक़ सरसों की बुआई का रकबा चालू रबी सीजन में बढ़कर 63.25 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल इस समय तक केवल 55.13 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी ।
हाजिर मंडियों में सरसों का भाव क्या रहा ?
Mustard Price : राजस्थान एवं हरियाणा प्रदेश की स्थानियों मंडियों में कल सरसों का भाव 5700 से 6300 रुपये प्रति क्विंटल के बिच में कारोबार करता नजर आया. ये रहे मंडी अनुसार सरसों के अधिकतम भाव प्रति क्विंटल में…
- नोहर मंडी में कल सरसों का उच्चतम भाव 6300 रुपए/ क्विंटल
- श्रीगंगानगर मंडी में सरसों 6284 रुपए/ क्विंटल
- घड़साना मंडी में सरसों 6280 रुपए/ क्विंटल
- गोलूवाला मंडी में सरसों 6411 रुपए/ क्विंटल
- रायसिंहनगर मंडी में सरसों 6270 रुपए/ क्विंटल
- संगरिया मंडी में सरसों 6185 रुपए/ क्विंटल
- सूरतगढ़ मंडी में विश्व के बाजारों में ट्रेड करें सरसों 6176 रुपए/ क्विंटल
- रावला मंडी में सरसों 6100 रुपए/ क्विंटल
- पीलीबंगा मंडी में सरसों 6166 रुपए/ क्विंटल
- जैतसर मंडी में सरसों 6200 रुपए/ क्विंटल
- अनूपगढ़ मंडी में सरसों 6380 रुपए/ क्विंटल
- श्री करणपुर मंडी में सरसों 6213 रुपए/ क्विंटल
- केसरीसिंहपुर मंडी में सरसों 6214 रुपए/ क्विंटल
- भरतपुर मंडी में सरसों 6518 रुपए/ क्विंटल
- ऐलनाबाद मंडी में सरसों 6375 रुपए/ क्विंटल
- सिरसा मंडी में सरसों 6170 रुपए/ क्विंटल
- आदमपुर मंडी में सरसों 6396 रुपए/ क्विंटल
- भट्टू मंडी में सरसों 6541 रुपए/ क्विंटल
Web Title: Mustard prices fall due to weak demand from oil mills, see latest price report