फॉरेक्स ट्रेडिंग टूल्स

निवेश से जुड़े कुछ टिप्स

निवेश से जुड़े कुछ टिप्स
3. कर्ज लेकर निवेश करने से बचें (Avoid Investing by Taking loan or Debt)

gold buying

पर्सनल फाइनेंस के लिए महत्वपूर्ण टिप्स

हम आमतौर पर अपने पर्सनल फाइनेंस की योजना अपने भविष्य के लिए अपने 30 के दशक के अंत से 40 के दशक की शुरुआत में शुरू करते हैं जब हमें पता चलता है, कि यह हमारे परिवार की जिम्मेदारी लेने और साथ ही सेवानिवृत्ति के लिए पैसे बचाने का समय भी है। प्रत्येक व्यक्ति को रिटायरमेंट के समय आर्थिक रूप से स्थिर होने के लिए रिटायरमेंट के समय बचत, बच्चे की शिक्षा और विवाह, आपातकालीन निधि आदि जैसे अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने की उम्मीद होती है। कभी-कभी लोग अपनी गलतियों को कम करने के लिए निवेश करने और गवाही देने के लिए चुनने के दौरान वित्तीय गलतियां करते हैं। इस तरह की गलतियों से बचने के लिए, हमेशा निवेश प्रकार में रिसर्च के बाद बचत विकल्प का चयन करना चाहिए। जैसा कि हमने देखा है, पूर्वनिर्धारित धारणाओं और वित्तीय साक्षरता की कमी के कारण, अधिकांश भारतीय जीवन बीमा, फिक्स्ड डिपोसिट, पोस्ट-ऑफिस डिपॉजिट, पेंशन स्कीम आदि के माध्यम से बचत करते हैं, जिससे जुड़े धन के जोखिम और समय के मूल्य का आकलन किए बिना। योजना में बहुत सारे पर्सनल फाइनेंस सुझाव हैं, जो आपको अपने निवेशों पर उच्च लाभ अर्जित करके अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करते हैं। सर्वोत्तम प्रबंधन निर्णय लेने के लिए व्यक्तिगत वित्त ज्ञान होना बहुत आवश्यक है|

जीवन बीमा

जीवन बीमा एक वार्षिकी योजना है, जो रिटायरमेंट के मामले में एक स्थिर आय या संचित लम्प-सम पॉलिसी सुनिश्चित करती है। बीमा कंपनी को भुगतान दो प्रकार से किया जा सकता है: लम्प-सम भुगतान या किस्त 5, 10, 15 और 20 वर्षों के लिए देय अवधि के साथ 3% प्रति वर्ष की एक साधारण ब्याज दर पर जीवन भर की पेशकश की जाती है। जीवन बीमा पॉलिसियों से जुड़ा एक जोखिम कवरेज भी है, जो आपकी पॉलिसी पर कम रिटर्न दे सकता है। कम रिटर्न, कंपाउंड ब्याज दरों और इस योजना से जुड़े जोखिम कारक का कोई लाभ निवेशकों के लिए अनाकर्षक बनाता है।

यह उपकरण जोखिम-ग्रस्त निवेशकों के लिए बनाया गया है, यह आपको एक निश्चित समयावधि में अपनी फिक्स्ड डिपोसिट पर ब्याज अर्जित करने देता है। यह आपकी जमा राशि के कार्यकाल के आधार पर 4.5% से 8% तक ब्याज प्रदान करता है, जो अधिकतम 10 साल तक हो सकता है। फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने पर निवेशक इन्फ्लेशन कारक पर विचार करने निवेश से जुड़े कुछ टिप्स में विफल रहते हैं। जैसा कि इन्फ्लेशन आपके निवेश पर अर्जित ब्याज को मिटा देती है। एक उदाहरण लेते हैं, मान लीजिए कि आप फिक्स्ड डिपॉजिट में 1 साल के लिए 10 लाख रुपये में 7% रिटर्न की पेशकश करता हैं। वर्ष के अंत में, आपके निवेश का मूल्य 10,70,000 रुपये होगा। वर्तमान में जो इन्फ्लेशन 6% है, उसे देखते हुए, यह आपके पैसे के मूल्य को 10,10,000 रुपये तक कम कर देता है। इसलिए, आपने अपने निवेश पर ब्याज का केवल 1% कमाया, जो पैसे के समय मूल्य पर विचार करता है।

Dhanteras-Diwali पर कहां करें निवेश, जिससे मिलेगा ज्यादा रिटर्न? 5 टिप्स

Dhanteras-Diwali पर कहां करें निवेश, जिससे मिलेगा ज्यादा रिटर्न? 5 टिप्स

धनतेरस (Dhanteras) से शुरू हो रहा दिवाली (Diwali) का पर्व लोगों को निवेश का मौका भी देता है, सोने-चांदी (Gold Investment) में निवेश, प्रॉपर्टी (Property) में या कहीं और. इस दिन को शुभ मानते हुए निवेश की योजना कई लोग मना रहे होंगे. साथ ही पहली बार निवेश करने वाले भी इस त्योहार का इंतजार कर रहे होंगे.

तो धनतेरस और दिवाली के अवसर पर कहां कर सकते हैं निवेश, कैसी हो सकती है निवेश की रणनीति? पहली बार निवेश कर रहे हैं तो कैसे और कहां से करें शुरुआत?

Dhanteras-Diwali पर कहां करें निवेश, जिससे मिलेगा ज्यादा रिटर्न? 5 टिप्स

धनतेरस पर सोने में निवेश करने का विकल्प अच्छा है. जब शेयर मार्केट में बहुत उतार चढ़ाव हो और गिरावट बनी हुई हो तो ऐसे में सोना कभी निराश नहीं करता है, लॉन्ग टर्म में ही सही लेकिन सोना अच्छा रिटर्न देता है. इस समय सोना खरीदने का मौका अच्छा है, क्योंकि दाम पिछले साल के मुकाबले कम है. इस समय एमसीएक्स पर सोने की कीमत 50 हजार रुपये के आसपास चल रही है. ऐसे में तीन तरीकों से सोने में निवेश किया जा सकता है.

गोल्ड ईटीएफ (ETF): निवेशकों के पास स्टॉक एक्सचेंज पर गोल्ड ईटीएफ की यूनिट खरीदने और बेचने का विकल्प होता है. गोल्ड ईटीएफ सालभर में ही अच्छा रिटर्न देते हैं. इसके लिए आपको डीमैट अकाउंट चाहिए होगा.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड: सोने में सुरक्षित निवेश सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को माना जाता है क्योंकि यह भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए जाते हैं, इसमें सोने की गुणवत्ता की चिंता भी नहीं होती है. SGB पर सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज भी मिलता है. बॉन्ड की मैच्योरिटी पूरी होने पर निवेशकों को 1 ग्राम सोना की मौजूदा कीमत के हिसाब से भुगतान किया जाता है.

किन सेक्टर्स में कर सकते हैं निवेश?

मिंट से बातचीत में अपसाइड एआई के को-फाउंडर धनतेरस, दिवाली के त्योहार के साथ अतनु अग्रवाल ने कहा निवेश से जुड़े कुछ टिप्स कि हम मशीन के जरिए इंवेस्ट करते हैं जो कि निवेश करने से पहले मार्केट को समझता है, इसका फायदा है कि ये लोगों की तरह किसी भावना में निवेश नहीं करता. अतनु अग्रवाल ने बताया कि निवेशक फार्मा सेक्टर्स, बैंकिग, फाइनेंशियल और इंश्यॉरेंस सेक्टर्स, सीमेंट, इंडस्ट्रीयल सेक्टर्स या केमिक्ल में निवेश कर सकते हैं.

इसके अलावा यह भी ध्यान रखना चाहिए कि धनतेरस, दिवाली के त्योहार के अलावा मार महंगाई की भी है और खतरा मंदी का है. इसलिए कुछ ऐसे सेक्टर्स में भी निवेश करना चाहिए जो महंगाई/मंदी से दूर हो या उनपर इसका असर नहीं पड़ता हो. एक्सपर्ट इसके लिए खासकर दो सेक्टर्स का सुझाव देते हैं. एक है, एफएमसीजी- फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड यानी की खाने पीने का आइटम, जैसे दूध, मैगी या फ्रिज, टीवी, आदी और दूसरा है पावर एनर्जी के सेक्टर्स.

कैसा हो पोर्टफोलियो?

इस दिवाली आप अपने पोर्टफोलियो को भी ठीक कर ले. सबसे जरूरी बात जब शेयर बाजार में बड़ा उतार चढ़ाव हो, महंगाई और मंदी का खतरा हो तो ऐसे में अर्थशास्त्री शरद कोहली कहते हैं आपको अपने पोर्टफोलियो का 10 से 15 फीसदी निवेश गोल्ड में रखना चाहिए. इसके अलावा- एक ही फंड हाउस के सभी फंड न लें, फाइनेंशियल एक्सपर्ट निवेश से जुड़े कुछ टिप्स से सलाह से और खराब फंड की पहचान कर उससे बाहर निकले. पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाय करना तो जरूरी है लेकिन कई बार बहुत ज्यादा डाइवर्सिफिकेशन भी नुकसानदायक होता है.

इसके अलावा एक्सपर्ट सुझाते हैं जो बिल्कुल रिस्क नहीं लेना चाहते हैं वे एफडी में निवेश करें जिसपर आजकल ठीक-ठीक रिटर्न मिल रहा है, इसके अलावा प्रोविडेंट फंड, सरकारी बॉन्ड में निवेश की सलाह भी जाती है. गोल्ड में निवेश करना है तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में ही निवेश करें और अपने पोर्टफोलियो को बेहतर बनाएं.

Stock Market में पहली बार Invest करने वाले लोगों के लिए 5 महत्वपूर्ण टिप्स

Stock Market में पहली बार Invest करने वाले लोगों के लिए 5 महत्वपूर्ण टिप्स

स्टॉक मार्केट को अनिश्चित्ताओं का बाजार कहा जाता है. यहाँ एक पल में शेयर के दाम जमीन पर तो दूसरे ही पल शेयर सातवे आसमान पर छलांग लगा रहा होता है. लेकिन बावजूद इसके शेयर बाजार में निवेशकों की कमी नहीं है. हर दिन शेयर बाजार को करोड़ों की संख्या में इनवेस्टर्स मिलते हैं. हो सकता है आप भी स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट करने का मन बना चुके हों. अगर वाकई आपने भी शेयर बाजार में अपनी कमाई को इनवेस्ट करने का विचार कर लिया है तो आपको निवेश करने से पहले इनवेस्टिंग (Stock Market Tips) के कुछ खास टिप्स के बारे में जरूर जान लेना चाहिए.

ज्वेलरी खरीदना और गोल्ड में निवेश करने में अंतर-

बहुत से लोगों को ये लगता है कि सोने की चूड़ियां या गले का हार खरीद लिया तो उन्होंने सोने में निवेश कर दिया, लेकिन ऐसा नहीं है। इसका सीधा-सीधा कारण ये है कि ज्वेलरी खरीदते समय उसमें मेकिंग चार्जेस भी लगते हैं और ये ग्राहकों के लिए नुकसानदेह साबित होता है। गोल्ड बॉन्ड्स, गोल्ड ब्रिक्स, गोल्ड के शेयर्स आदि उसमें निवेश का सही तरीका हो सकता है।

शादियों के सीजन में खरीदारी की शुरुआत ज्वेलरी से होती है। दिवाली पर भी कई लोग ज्वेलरी खरीदते हैं। ऐसे में क्या है सही तरीका इसे खरीदने का वो जानना भी जरूरी है।

expert tips on gold buying

दरअसल, अगर कुछ लोग ज्वेलरी खरीदने के लिए किसी ऐसी स्कीम को ले रहे हैं जहां आप 11-12 किश्त दें और फिर कुछ पैसा ज्वेलर लगाए और उससे आप ज्वेलरी खरीदें तो ऐसी स्कीम्स में देखकर ही निवेश करना चाहिए। मुंबई का एक ज्वेलर ऐसी ही स्कीम्स चलाता था और उसके दिवालिया होने पर ग्राहकों का पैसा डूब गया। इसलिए जब तक ज्वेलर पर पूरा भरोसा न हो ऐसी स्कीम्स न चलाएं।

Recommended Video

सोने की कीमतें बढ़ने पर शादियों की खरीदारी पर भी असर पड़ रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कोविड 19 पैंडमिक के कारण अब शादियों का खर्च कम हो गया है और ऐसे में गहने खरीदने के लिए लोग मुहूर्त का इंतज़ार नहीं कर रहे हैं और सोने में निवेश के तरीके भी तलाश रहे हैं।

क्योंकि लोग अब गोल्ड में निवेश के बारे में सोच रहे हैं इसलिए इसके बढ़ते दामों की वजह से लोग ज्वेलरी खरीदने से ज्यादा एक मुश्त रकम देने या गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने के बारे में भी सोच सकते हैं। कुछ ज्वेलर्स से बात करने पर उनका कहना था कि लोग अब धीरे-धीरे ज्वेलरी की ओर से अपना रुझान कम कर रहे हैं।

ऐसे में अगर सोने की कीमतें श्राद्ध पितृ पक्ष के बाद भी बढ़ती रहीं और शादियों का सीजन आ गया तो ऐसा देखा जा सकता है कि सोने की खरीदारी पहले जैसी न हो। लोग अपनी बेटी को सोने के हार की जगह अन्य तरह की सेविंग्स गिफ्ट करें। अगर आप ज्वेलरी खरीदने के बारे में ही सोच रही हैं तो ध्यान रखें कि इस वक्त सोने के दामों में उछाल और गिरावट दोनों ही देखी जा सकती है। अगर मुहूर्त की चिंता नहीं है तो श्राद्धों में भी सोना खरीदा जा सकता है क्योंकि इस वक्त ये थोड़ा सस्ता हो रहा है।

बेहतर है कि मार्जिन सुविधा का उपयोग न करें

शुरुआत में लोगों के पास पूंजी कम होती है और उस दौरान, अक्सर वे मार्जिन सुविधा के लिए जाते हैं। लेकिन जिन लोगों को बाजार की तकनीकी का मजबूत ज्ञान न हो उनके लिए मुसीबत बन सकती है। मार्जिन में आपको ब्रोकरेज फर्म अपनी तरफ से बड़ी राशि निवेश करने का मौका देती है। ये जोखिम भरा है। इसलिए केवल उतना ही निवेश करें, जितना आपके पास पैसा है।

समय मायने रखता है

समय मायने रखता है

कुछ महीनों के हिसाब से निवेश करें। जल्दबाजी न करें। जल्दबाजी से आपको नुकसान हो सकता है। जितना अधिक आप समय देंगे, उतना अधिक आप मुनाफा कमाएंगे।

जोखिम का रखें ध्यान
शेयर बाजार निवेश से जुड़े कुछ टिप्स जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए सावधानी के साथ निवेश करना चाहिए। आपको पहले से यह तय करने की आवश्यकता होती है कि आप कितनी पूंजी पर जोखिम के लिए तैयार हैं। हर शेयर में निश्चित समय देना चाहिए ताकि जोखिम कम रहे।

अलग-अलग निवेश करें

अलग-अलग निवेश करें

अपने सारे फंड को कभी भी एक स्टॉक में न लगाएं, बल्कि अपने फंड में विविधता लाएं। इसके अलावा साल या तिमाही में एक बार तुलनात्मक रूप से बड़ा निवेश करना और फिर छोटे शेयरों, इक्विटी और आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक पेशकश) में छोटे फंड का निवेश करना बेहतर है।

ट्रेडिंग और निवेश

रेटिंग: 4.96
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 744
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *