वायदा कारोबार

वायदा व्यापार लाभदायक हो सकता है, लेकिन जोखिम के जोखिम को सीमित करने और रिटर्न को अधिकतम करने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके अलावा, वायदा में व्यापार करने के लिए बहुत सारे ज्ञान और अनुभव की आवश्यकता होती है, इसलिए शुरुआत करने वाले को सावधानी से चलना चाहिए।
ग्वार गम वायदा - दिसम्बर 22 (NGGc1)
ग्वार गम वायदा के लिए हिस्टोरिकल डेटा एक्सेस करें। आपको चुनी हुई तिथि की रेंज के लिए क्लोज़िंग मूल्य, ओपन, हाई, लो, बदलाव एवं प्रतिशत बदलाव मिलेंगे। यह डेटा रोज़ाना, साप्ताहिक एवं मासिक अंतराल पर दिखती है। टेबल के नीचे आपको चुनी हुई तिथियों की रेंज के लिए डेटा सारांश प्राप्त होगा।
उच्चतम : 13,248.00 | निम्नतम : 9,365.00 | अंतर : 3,883.00 | औसत : 11,575.85 | बदलें % : 37.05 |
वायदा बाजार: फ़्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे करें?
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वायदा अनुबंध खरीदना अनिवार्य रूप वायदा कारोबार से नकदी बाजार से स्टॉक की कई इकाइयों की खरीद के समान है। मौलिक अंतर यह है कि भविष्य खरीदने के मामले में , आप तत्काल वितरण नहीं लेते हैं।
आइए भविष्य की ट्रेडिंग मूल बातें और वायदा व्यापार के बारे में जाने वायदा कारोबार के तरीके देखें।
भविष्य की परिभाषा को समझना महत्वपूर्ण है। वायदा कुछ भी नहीं है , लेकिन एक वित्तीय अनुबंध जो खरीदार को एक संपत्ति या विक्रेता खरीदने के लिए बाध्य करता है एक पूर्व निर्धारित भविष्य की तारीख और एक पूर्व निर्धारित मूल्य पर एक संपत्ति बेचने के लिए।
वायदा कारोबार कैसे करें
भारत में निवेशक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर वायदा में व्यापार कर सकते हैं। आइए देखें कि भारत में वायदा में कारोबार कैसे करें।
1। अच्छी तरह से समझें कि वायदा और विकल्प कैसे काम करते वायदा कारोबार हैं: वायदा जटिल वित्तीय साधन हैं और स्टॉक और म्यूचुअल फंड जैसे अन्य उपकरणों से अलग हैं। वायदा में व्यापार एक व्यक्ति के लिए पहली बार शेयरों में निवेश के लिए एक चुनौती साबित हो सकता है। यदि आप वायदा में व्यापार शुरू करना चाहते हैं, तो आपको यह जानना होगा कि वायदा कैसे काम करता है, साथ ही जोखिम और लागत इसके साथ जुड़े।
2। अपने जोखिम लेने की क्षमता का पता लगाएं
: जबकि हम सभी बाजारों में मुनाफा बनाना चाहते हैं, कोई भी वायदा व्यापार में पैसा खो सकता है। वायदा में निवेश करने से पहले, अपने जोखिम भूख को जानना जरूरी है। आपको पता होना चाहिए कि आप कितना पैसा खो सकते हैं और यदि राशि खोने से आपकी जीवनशैली प्रभावित होगी।
वायदा कारोबार के नफा-नुकसान
वायदा कारोबार का भारतीय अर्थव्यवस्था में प्रवेश एक बिलकुल नए तरह का आर्थिक उपक्रम है जिसने कृषि जिंसों के मूल्यों पर गहरा असर डाला और किसानों को बेहाल करने में अनोखी भूमिका निभाई है. भारतीय किसान वायदा कारोबार से होने वाले लाभ से वंचित रहा और सारा फायदा सटोरिए ले गए.
वायदा कारोबार का सबसे बुरा प्रभाव कीमतों के तेजी से उतार-चढ़ाव में देखने को मिला. अब कृषिगत उपज की कीमतें बाजार के आधार पर तय होने लगीं और बिचौलिए इसका गलत फायदा उठा रहे हैं. अतः आवश्यकता है एक सही और संतुलित दृष्टिकोण की ताकि कृषिगत उपजों के मूल्य अनावश्यक रूप से ऊंचाई पर ना पहुंचें और देश की खाद्य सुरक्षा ना प्रभावित हो.
क्या है वायदा कारोबार
किसी आगामी तारीख के लिए किया जाने वाला कारोबारी सौदा, जिसमें शेष भुगतान और डिलीवरी उसी आगामी तारीख को ही होती है वायदा कारोबार के नाम से जाना जाता है. उत्पादक भविष्य में कीमतों की गिरावट की संभावना को देखते हुए वायदा कारोबार को सुरक्षा कवच के रूप में अपनाते हैं. दूसरी ओर खरीदार सौदे की तारीख तक कीमतों के बढ़ने से मिलने वाले मुनाफे को ध्यान में रखता है. इस प्रकार वायदा कारोबार उत्पादक और निवेशक दोनों की ही जरूरत पूरी करता है, लेकिन 2003 में कृषि उपजों के वायदा कारोबार को अनुमति मिलने से जिस ढंग से महंगाई की रफ्तार में तेजी आई है उससे वायदा कारोबार को संदेह की नजर से देखा जाने लगा है. इसे देखते हुए प्रधानमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की थी. समिति ने प्रधानमंत्री को सौंपी अपनी रिपोर्ट में वायदा कारोबार और महंगाई के बीच सकारात्मीक संबंध पाया है. समिति ने महंगाई रोकने के लिए जो 20 सिफारिशें की हैं उनमें सबसे प्रमुख है कुछ समय के लिए सभी आवश्यक खाद्य वस्तुओं के वायदा कारोबार पर प्रतिबंध लगाना.
'वायदा कारोबार'
मजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया, जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को कच्चा तेल की कीमत 99 रुपये की तेजी के साथ 7,815 रुपये प्रति बैरल हो गई.
4 मार्च 2022 को परिपक्व होने वाला चांदी वायदा एमसीएक्स पर ₹ 61,920 प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रहा है. इसमें 143 रुपए या 0.23 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल रही है.
Petrol, Diesel Price on 30th November, 2021 : पिछले कई दिनों से क्रूड ऑयल गिरावट देख रहा था. लेकिन सोमवार के कारोबार में वैश्विक तेल मानक ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 4.29 प्रतिशत बढ़कर 75.84 डॉलर प्रति बैरल हो गया. वहीं, आज लगातार 26वें दिन देश में पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बदले हैं.
Gold Silver Price, 12th July 2021: आज सोने-चांदी गिरावट के साथ खुले हैं और शुरुआती कारोबार में गिरावट में ही नजर आ रहे हैं. आज भी सोने के इंटरनेशनल स्पॉट कीमतों में गिरावट दिखी है, जिसका असर घरेलू बाजार में है.
वायदा बाजार : जोखिम कम मुनाफा ज्यादा, लेकिन पहले रखें ये ध्यान
कमोडिटी यानी वायदा बाजार ग्लोबल बाजार सिस्टम की नींव में से एक है. शेयर मार्केट की तरह कमोडिटी बाजार में भी खरीद-फरोख्त की जाती है, लेकिन कुछ अलग तरीके से.
वायदा कारोबार में हैं कई मौके पर जानकारी होना जरूरी (फाइल फोटो)
कमोडिटी यानी वायदा बाजार ग्लोबल बाजार सिस्टम की नींव में से एक है. शेयर मार्केट की तरह कमोडिटी बाजार में भी खरीद-फरोख्त की जाती है, लेकिन कुछ अलग तरीके से. शेयर बाजार में हम किसी कंपनी के अंश खरीदकर उसके नफा-नुकसान में हिस्सेदार बनते हैं, लेकिन कमोडिटी बाजार में कच्चे माल की खरीद-फरोख्त की जाती है. जिन चीजों की इस्तेमाल एक इंसान रोजमर्रा के जीवन में करता है, कमोडिटी में वे सभी चीजें आती हैं, जैसे दाल, चावल, मसाले, रुई, सोना, चांदी, लोहा आदि. इस बाजार में ज्यादातर कृषि उत्पादों को शामिल किया गया है.