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क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं

क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं
चित्रकार जो बहुत ठंडे मौसम में रहते हैं या उनके स्टूडियो में तापमान को नियंत्रित करने में समस्या है, वे तेल पर स्विच करने पर विचार कर सकते हैं। यह अत्यधिक तापमान से जुड़े कई सिरदर्द को कम करेगा।

पानी में गिर गया है मोबाइल तो खराब होने से कैसे बचा सकते हैं?

क्या ऐक्रेलिक पेंट्स ठंड के तापमान से बच सकते हैं?

यदि आप. के साथ काम करते हैं एक्रिलिक पेंट , आपको उन तापमानों पर ध्यान देना होगा जिनमें वे संग्रहीत हैं। कई एक्रिलिक्स अनुपयोगी हो जाएंगे यदि वे कई बार जम जाते हैं और पिघल जाते हैं। उन्हें ऐसे स्थान पर स्टोर करना सबसे अच्छा है जहां आप आराम से रह सकें।

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ऐक्रेलिक पेंट पानी आधारित रंगद्रव्य होते हैं, जिससे उन्हें जमने का खतरा होता है। यह समय के साथ पेंट की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचा सकता है।

कई ऐक्रेलिक निर्माता इस बात का ध्यान रखते हैं कि शिपिंग के दौरान उनके पेंट जम सकते हैं और पिघल सकते हैं। कुछ लोग अपने पेंट फ़ार्मुलों में 10 फ़्रीज़-पिघलना सत्रों को फ़ैक्टर करना भी स्वीकार करते हैं। हालांकि, अंतिम उपयोगकर्ता के रूप में, आप यह नहीं जानते हैं कि आपके द्वारा इसे खरीदने से पहले कितनी बार ऐक्रेलिक की एक ट्यूब जमी हुई है।

ऐक्रेलिक का क्या होता है जब वे जमे हुए होते हैं?

यदि आपके ऐक्रेलिक पेंट जम जाते हैं, तो हो सकता है कि आपको पहली बार में कोई अंतर नज़र न आए। फिर भी, आप अपनी किस्मत को आगे बढ़ा रहे हैं और देख सकते हैं कि रंग बदलना शुरू हो गया है। यदि यह पहली बार नहीं बदलता है, तो यह दूसरी बार या तीसरी बार हो सकता है।

सबसे अच्छी स्थिति में, पेंट में पानी और रंगद्रव्य अलग होना शुरू हो सकता है। इसे अक्सर अतिरिक्त मिश्रण के साथ तय किया जा सकता है: इसे पैलेट चाकू से हिलाएं, हिलाएं, या तब तक काम करें जब तक कि तत्व फिर से एक न हो जाएं।

यदि पेंट को बहुत लंबे समय तक ठंडे तापमान के संपर्क में रखा गया है या जमे हुए और कई बार पिघलाया गया है, तो यह पनीर की स्थिरता तक पहुंच सकता है। इस ढेलेदार, बहने वाली गड़बड़ी पर भी काम किया जा सकता है, लेकिन यह आवेदन के दौरान या रंग संतृप्ति और तैयार पेंटिंग की लंबी उम्र के साथ समस्याएं पैदा कर सकता है।

एक्रिलिक्स के लिए बिल्कुल सही भंडारण तापमान

इन सभी समस्याओं को थोड़ी सी योजना बनाकर रोका जा सकता है उचित भंडारण . यदि आप इस बात पर ध्यान देते हैं कि आप अपने पेंट्स को कहाँ स्टोर करते क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं हैं, तो आपको कोई समस्या नहीं होनी चाहिए, और आपके एक्रेलिक की शेल्फ लाइफ बहुत लंबी होगी।

सलाह का एक अच्छा टुकड़ा है कि आप अपने एक्रिलिक्स को ऐसे तापमान पर स्टोर करें जिसमें आप सहज हों। यह आमतौर पर पहले उल्लेखित 60-75 F (15-24 सेल्सियस) रेंज में होता है।

यह आकर्षक है, खासकर यदि आप एक वर्ष या उससे अधिक के लिए पेंटिंग से ब्रेक लेते हैं, तो बेसमेंट या गैरेज में पेंट स्टोर करने के लिए। जब तक आप समशीतोष्ण जलवायु में नहीं रहते हैं, यह उचित नहीं है क्योंकि घर के इन हिस्सों में तापमान में चरम सीमा आम है।

इसके बजाय, अप्रयुक्त पेंट को जूता बॉक्स या कॉम्पैक्ट कंटेनर में पैक करने और उन्हें अपने घर के तापमान नियंत्रित हिस्से के अंदर एक कोठरी या शेल्फ पर रखने पर विचार करें। वे वास्तव में ज्यादा जगह नहीं लेंगे, और आप बेसमेंट या गैरेज में ब्रश, खाली कैनवास और बोर्ड जैसी अन्य सामग्रियों को स्टोर कर सकते हैं; बस अपने पेंट की रक्षा करें!

Jaya Bachchan ने शादी और बच्चों के लिए बनाई थी फिल्मों से दूरी! दिग्गज एक्ट्रेस ने शेयर की मन की बात

डीएनए हिंदी: हिंदी सिनेमा की दिग्गज एक्ट्रेस जया बच्चन (Jaya Bachchan) आए दिन सुर्खियों में छाई रहती हैं. वो अपनी प्रोफेशनल लाइफ को लेकर नहीं बल्कि पर्सनल लाइफ को लेकर इस बार चर्चा में बनी हुई हैं. एक्ट्रेस अपनी नातिन नव्या नवेली नंदा (Navya Naveli Nanda) के पॉडकास्ट व्हाट द हेल नव्या (What The Hell Navya) पर अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर खुलकर बात करती आई हैं. हाल ही में फिनाले एपिसोड में एक्ट्रेस ने अपनी पर्सनल लाइफ के लिए प्रोफेशनल लाइफ से ब्रेक लेने की बात कही है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने पर्सनल लाइफ के लिए अपने करियर का बिल्कुल भी बलिदान नहीं दिया है.

जया बच्चन ने साल 1971 में फिल्म गुड्डी के साथ फिल्मों में डेब्यू किया था. इसके बाद उन्होंने मिली, अभिमान और चुपके चुपके जैसी कई हिट फिल्में दीं. 1981 में आई सिलसिला में अपने ब्लॉकबस्टर प्रदर्शन के बाद, सफल एक्ट्रेस ने अपने निजी जीवन पर ध्यान देने के लिए एक ब्रेक लिया. इसी ब्रेक के बारे में बोलते हुए, जया बच्चन ने कहा, मुझे याद है जब मैंने काम करना बंद कर दिया था और सभी ने कहा था, ओह, उसने अपनी शादी और बच्चों के लिए अपना करियर का बलिदान कर दिया. ऐसा नहीं था. मैं एक मां और पत्नी बनकर बहुत खुश थी. मुझे जो करने को मिल रहा था, उससे कहीं ज्यादा मुझे उस भूमिका में मजा आया, जो उसी चीज का रिपीट था. ये बिल्कुल भी बलिदान नहीं था.

Mobile Tips: अगर क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं पानी में गिर गया है स्मार्टफोन तो तुरंत करें ये काम, बच सकता है खराब होने से

पानी में गिर गया है मोबाइल तो खराब होने से कैसे बचा सकते हैं?

Mobile Tips and Tricks: आजकल मोबाइल की मदद से घर बैठे-बैठे ही ज्यादातर काम आसानी से हो जाते हैं। बिजली का बिल भरना हो, किसी को पेमेंट करनी हो, बैंक खाता खुलवाना हो, गेम खेलना हो, ऑनलाइन क्लास लेनी हो आदि। ऐसे ही कई काम मोबाइल के जरिए हो जाते हैं। वहीं, मार्केट में क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं नई-नई तकनीक के मोबाइल फोन आते रहते हैं, जिनमें कई फीचर्स के साथ वॉटरप्रूफ और वॉटर रेसिस्टेंट जैसी चीजें होती हैं। लेकिन ऐसा सभी मोबाइल में नहीं होता है। इसलिए अगर कभी किसी का मोबाइल गलती से पानी में गिर जाए या बारिश में भीग जाए, तो लोगों का परेशान होना लाजमी है। इसलिए आज जानेंगे कि जब मोबाइल फोन पानी में गिर जाए, तो ऐसा क्या करना चाहिए जिससे वो खराब होने से बच सके। तो चलिए जानते हैं इस बारे में। आप अगली स्लाइड्स में इसके बारे में जान सकते हैं.

कहीं आप भी तो नहीं खरीद रहे नकली अंडे, जानिए किस तरह की जाती है असली और Fake Eggs की पहचान

कहीं आप भी तो नहीं खरीद रहे नकली अंडे, जानिए किस तरह की जाती है असली और Fake Eggs की पहचान

How To Identify Real Eggs: इस तरह नकली अंडे खरीदने से बच सकेंगे आप.

Real Vs Fake Eggs: अंडों को सुपरफूड की कैटेगरी में रखा गया है क्योंकि ये सेहत से भरपूर होते हैं. अंडे में एक नहीं बल्कि कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं. इनमें ओमेगा -3 की मात्रा अधिक होती है और विटामिन ए और ई से भी ये भरपूर हैं. अंडे के ये सभी पोषक तत्व आपको तभी मिलते हैं जब आप सही अंडे का चुनाव करते हैं. देश के बहुत से शहरों में नकली अंडों का कारोबार खूब फल-फूल रहा है. इन अंडों की चमक के आगे आप भी चकरा सकते हैं कि आखिर असली अंडा कौन सा है और नकली कौन सा. यहां जानिए असली और नकली अंडे पहचानने के तरीके.

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अंडे को हिला कर देखें


आप अंडा खरीदने जा रहे हैं तो सबसे पहले इसे चेक करने के लिए अपने हाथों में उठाकर अंडे को हिलाएं. नकली अंडे को हिलाने से उसके अंदर से आवाज आ सकती है जबकि अंडा अगर असली है तो किसी तरह की आवाज नहीं आएगी.

चमक से न करें पहचान

नकली अंडों में असली अंडे के मुकाबले अधिक चमक (Shine) होती है क्योंकि उन्हें ऐसा ही बनाया जाता है. ऐसे में आप अंडे खरीदते वक्त चमक के आधार पर चयन बिल्कुल भी न करें.

आग से हो सकती है पहचान

नकली अंडे में प्लास्टिक का भी इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में आप आग के जरिए भी अंडे की पहचान कर सकते हैं. अंडे को आग के पास ले जाएं. अगर अंडे से प्लास्टिक (Plastic) के जलने जैसी बदबू आने लगे या अंडा आग पकड़ ले तो समझें कि अंडा नकली है. अगर ऐसा कुछ नहीं होता तो आप अंडा खरीद सकते हैं.

टीथ स्केलिंग (Teeth Scaling) क्यों जरूरी है?

यह प्रक्रिया आपके मुंह को हेल्दी रखती है। अगर आपके मुंह में गंभीर पीरियोडॉन्टल बीमारी के लक्षण हैं, तो डेंटिस्ट दांतों की स्केलिंग और रूट प्लानिंग की सलाह देते हैं। यूं तो हम अपने दांत ब्रश से साफ करते हैं पर टूथब्रश से दांत के हर कोने की सफाई नहीं हो पाती है। स्केलिंग की मदद से दांतों के चारों तरफ जमी हुई सख्त गंदगी को हटाया जाता है और यदि यह गंदगी समय के साथ साफ न की जाए, तो दांतों की अन्य बीमारियां हो ने की आशंका बढ़ जाती है।

दांतों में जमी जिद्दी गंदगी को बाहर निकालने का ‘स्केलिंग’ एक टेक्निकल और साइंटिफिक जरिया है। दांतों की स्केलिंग के लिए दो विधियां अपनाई जाती हैं। एक विधि में डॉक्टर हाथ से उपकरण के द्वारा प्लाक को साफ करता है, दूसरी विधि में डेंटिस्ट एक अल्ट्रासोनिक उपकरण (ultrasonic) के द्वारा दांतों की सफाई करता है। यह एकदम दर्दरहित प्रक्रिया है।

टीथ स्केलिंग (Teeth Scaling) के फायदे

टीथ स्केलिंग से डेंटिस्ट आपके मुंह की अच्छे से जांच कर पाता है क्योंकि ज्यादातर शारीरिक बीमारियों के लक्षण मुंह में दिखाई देते हैं, इसीलिए उन बीमारियों को समय से पहले पता लगाने का मौका भी मिलता है। टीथ स्केलिंग से दांतों और मसूड़ों के बीच गैप भी कम किया जा सकता है। मसूड़े में सूजन और मसूड़ों की बीमारी इंसान के दिल तथा रक्त वाहिकाओं संबंधी (cardiovascular) हेल्थ पर सीधा प्रभाव डालती है। टीथ स्केलिंग की सहायता से दांतों के मैल को हटाकर स्ट्रोक (stroke), हाई बीपी High blood pressure), हार्ट डिजीज, डायबिटीज और कई अन्य स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों के जोखिमों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

हां, अगर कोई व्यक्ति काफी समय से क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं सांस की बदबू (जिसे हैलिटोसिस के नाम से जानते है) या मुंह की दुर्गंध से पीड़ित हैं, तो इससे निजात पाने के लिए भी डेंटल स्केलिंग (dental scaling) प्रभावी है। इस हिसाब से ओरल हाइजीन को मेंटेन करके कई तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं (health problems) के होने की संभावना कम की जा सकती है।

टीथ स्केलिंग (Teeth Scaling) के बाद सावधानियां

टीथ स्केलिंग, रूट प्लानिंग (root planning) के बाद हो सकता है। आप हल्का-सा दर्द मुंह के आसपास महसूस कर सकते हैं। कुछ लोगों में प्रक्रिया के कुछ दिनों बाद तक सूजन या ब्लीडिंग भी देखने को मिलती है, जिसको कम करने के लिए डेंटिस्ट मेडिकेटेड टूथपेस्ट (medicated toothpaste) और माउथवॉश (mouthwash) का उपयोग करने की सलाह देते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि डेंटल स्केलिंग (dental scaling) के बाद दांतों की सफाई के लिए आप डॉक्टर द्वारा बताई गई प्रक्रियाओं का उपयोग करें।

दांतों को बिमारियों से दूर रखने के लिए ओरल केयर (oral care) करना बहुत जरूरी है। इससे सिर्फ दांतों की नहीं क्या आप स्केलिंग से बच सकते हैं बल्कि पूरे स्वास्थ को सही रखा जा सकता है। ओरल हाइजीन को मेंटेन करके दिल की कई तरह की बिमारियों से निपटा जा सकता है। दांतों के स्वास्थ्य के लिए नीचे बताई गई ये टिप्स फॉलो करें-

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