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ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है

ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है
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ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग क्या है? ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के कार्य एंव कारण

ट्रेडिंग और डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें? – अब सिर्फ 15 मिनट में अकाउंट खोलें!

ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलना इन दिनों काफी सुविधाजनक है, और अलाइस ब्लू के साथ बहुत आसान है। वह कैसें?

निचे दिए गए विषयो के माध्यम से जानें!

विषय:

ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट कैसे बनाएं?

भारत में, आप ऑनलाइन या ऑफलाइन ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोल ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है सकते हैं। ऑफलाइन प्रक्रिया की तुलना में ऑनलाइन खाता खोलना कहीं अधिक सुविधाजनक और तेज है।

इसके साथ ही, आइए हम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों खाता प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानें।

ट्रेडिंग और डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें।

यदि आपका मोबाइल नंबर आधार से जुड़ा हुआ है, तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोल सकते हैं।

ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले, हमारी वेबसाइट पर जाएँ और Open an Account पर क्लिक करें।
  • अपना नाम, ईमेल, मोबाइल ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है नंबर और राज्य भरें और Open an Account पर क्लिक करें।
  • अपना पैन कार्ड विवरण और जन्म तिथि भरें। (जन्मतिथि पैन कार्ड के अनुसार होनी चाहिए)
  • उन उत्पादों का चयन करें जिनका आप व्यापार करना चाहते हैं और ₹500 का भुगतान करें।
  • अपना स्थायी पता विवरण दर्ज करें।
  • अपने बैंक खाते को ट्रेडिंग खाते से लिंक करें।
  • अपना व्यक्तिगत और वित्तीय विवरण दर्ज करें। अपलोड करें।
  • डीमैट प्रोफाइल और ब्रोकरेज योजना का चयन करें।
  • अपने चेहरे के साथ कैमरे की ओर अपना पैन दिखाकर एक IPV (इन-पर्सन वेरिफिकेशन) प्रदान करें।
  • अपने आधार को अपने मोबाइल नंबर से सत्यापित करके दस्तावेजों पर ई-हस्ताक्षर करें।
  • आपका ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है खाता 24 घंटे के भीतर सक्रिय हो जाएगा।
  • आप यहां खाता सक्रियण स्थिति की जांच कर सकते हैं।

ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलने का शुल्क

  • खाता खोलने का शुल्क: ₹ 0/-
  • एएमसी (AMC) शुल्क: ₹400/- प्रति वर्ष।

एक बार जब आप खाता खोल लेते हैं तो आप शेयर खरीद सकेंगे लेकिन शेयरों को बेचने के लिए आपको पावर ऑफ अटॉर्नी ( POA) नामक एक दस्तावेज जमा करना होगा।

यह क्या है? जानने के लिए पढ़ते रहिये…

खाता खोलने की प्रक्रिया के बाद

पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) एक सीमित स्तर की अनुमति है जो आप हमें (ब्रोकर) डीमैट खाते से शेयर डेबिट करने के लिए देते हैं जब भी आप शेयर बेचते हैं।

यदि ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है आपने POA जमा नहीं किया है, तो आप सीडीएसएल टीपिन मोड (CDSL TPIN Mode) का उपयोग करके शेयर बेच सकेंगे। इस मॉडल में प्रति दिन अधिकतम ₹1 करोड़ की बिक्री और लेनदेन का प्रतिबंध है।

यदि आपके पास ₹ 1 करोड़ से अधिक का पोर्टफोलियो है और आप एक दिन में अपनी होल्डिंग से ₹ 1 करोड़ से अधिक स्टॉक बेचना चाहते हैं, तो आपको हमें POA भेजना होगा।

आपका खाता सक्रिय होने पर आपको डाक द्वारा POA फॉर्म प्राप्त होगा या आप यहां पीओए (POA) फॉर्म पा सकते हैं।

Vinayak Hagargi

Vinayak is Impressively Enthusiastic about Financial Markets, Research & Curating Layman-Friendly Content. He has been Successfully Contributing to ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है the Financial Markets for over 2 years & has written over 100+ articles. He aims to continue sharing his knowledge to empower newbies with Relatable, & ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है Easy to Understand Content.

शेयर बाजार में करनी है एंट्री, ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद, जानें यहां

बाजार की उथल-पुथल को समझते हैं और बाजार की हलचल की समझ रखते हैं तो आप डिस्काउंट ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं.

Share Market Investment: शेयर बाजार इन दिनों गुलजार है, निवेशकों की बहार है. मार्केट की मदमस्त चाल से निवेशक मालामाल हो रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो यह आपके लिए एंट्री का अच्छा मौका है.

अब सवाल उठता है कि शेयर मार्केट में ब्रोकर के जरिए निवेश करना चाहिए या खुद भी इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं. अगर ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है खुद निवेश करते हैं तो ऑनलाइन या ऑफलाइन, कैसे निवेश करना चाहिए. निवेश के दौरान पावर ऑफ अटॉर्नी का क्या महत्व है. इन तमाम बातों के बारे में चर्चा कर रहे हैं Zerodha के सह-संस्थापक निखिल कामथ.

Demat Account नहीं यूज़ कर रहे तो क्लोज करना बेहतर होगा, क्या ऑनलाइन होती है क्लोजिंग? जानें क्या है प्रोसेस

अगर आपके पास भी ऐसा डीमैट अकाउंट है जिसे आप काफी वक्त से यूज नहीं कर रहे हैं और न करने वाले हैं तो सलाह है कि आप इसे जल्द से जल्द क्लोज कर लें. डीमैट अकाउंट पर आपको एनुअल फीस और मेंटेनेंस चार्ज देना होता है.

शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. कोविड-19 के दौरान डीमैट अकाउंट के रजिस्ट्रेशन में बड़ी तेजी आई थी. वहीं, पिछले कुछ सालों में रिटेल निवेशकों की संख्या भी काफी बढ़ी है. हालांकि, ऐसा भी होता है कि बहुत से डीमैट अकाउंट डॉरमेंट पड़े रहते हैं या फिर इनएक्टिव हो जाते हैं. अगर आपके पास भी ऐसा डीमैट अकाउंट है जिसे आप काफी वक्त से यूज नहीं कर रहे हैं और न करने वाले हैं तो सलाह है कि आप इसे जल्द से जल्द क्लोज कर लें. डीमैट अकाउंट पर आपको एनुअल फीस और मेंटेनेंस चार्ज देना होता है. इसमें समझदारी है कि आप अपने इनएक्टिव या जीरो बैलेंस डीमैट अकाउंट को बंद कर दें.

हम यहां तरीका बता रहे हैं-

- इसके लिए आपको या तो NSDL के DP (डिपॉजिट पार्टिसिपेंट) ऑफिस या ब्रांच पर जाना होगा, जहां आपको जरूरी फॉर्म और डॉक्यूमेंट्स सबमिट करने होंगे.

- अकाउंटहोल्डर डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट की वेबसाइट से ऐप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड कर सकता है. आप ऑनलाइन फॉर्म भरकर प्रिंट भी ले सकते हैं.

देनी होंगी ये डिटेल्स-

- आपको अपनी DP ID और क्लाइंट ID देनी होगी.
- नाम और एड्रेस जैसी डिटेल को मेंशन करना होगा. रिकॉर्ड में जो डिटेल है, वही देना होगा.
- आपको अकाउंट क्लोज करने का कारण भी बताना होगा.
- उस अकाउंट के सभी होल्डर्स को क्लोजर रिक्वेस्ट फॉर्म पर साइन करना होगा.

- अब अगर आपके अकाउंट में कोई बैलेंस है, तो उसे ट्रांसफर करना होगा. आपको फॉर्म ये भी बताना होगा कि ये बैलेंस किस अकाउंट में ट्रांसफर किया जाए. ट्रांसफर एक डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप फाइल करके भी करवाया जा सकता है.

फॉर्म जमा होने के सात से 10 दिनों के भीतर अकाउंट क्लोज हो जाता है. डीमैट अकाउंट क्लोज कराने पर कोई चार्ज नहीं लगता है. अगर अकाउंट का बैलेंस निगेटिव में है तो आपको वो अमाउंट भी क्लोजर से पहले सेटल कराना होगा.

स्टॉक ब्रोकर चुनने के कारण (Steps for Selecting a Stock Broker)

(1) सेबी वैधता (SEBI Validity)- सेबी नामांकित ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है दलाल आपके विशेषज्ञ को चुनने के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण कारक हैं। लंबी सेबी वैधता वाले डिस्काउंट ब्रोकर लगातार अधिक आदर्श होते हैं। यह विस्तारित समय के लिए आपके नकदी की भलाई को सुरक्षित करता है। गैर-सेबी पंजीकृत दलाल धोखेबाज हैं। इनसे दूर रहें।

(2) ग्राहक सेवाएँ (Customer Services) – ब्रोकर चुनते समय गुणवत्ता ग्राहक सेवा एक महत्वपूर्ण कारक है। इसमें वह गति शामिल हो सकती है जिस पर आपके ट्रेडिंग अनुरोध निष्पादित किए जाते हैं। लागत एएमसी, कमीशन, ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है आदि, सबसे महत्वपूर्ण कारक – डिस्काउंट ब्रोकरों द्वारा लगाया जाने वाला कमीशन डिस्काउंट ब्रोकर के टैग को सही ठहराने के लिए कम होना चाहिए। उच्च कमीशन दरें लंबे समय में आपके मुनाफे को बढ़ा सकती हैं।

ऑफलाइन मोड में Zerodha ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कौन कौन से फॉर्म्स की जरुरत है?

अपना Zerodha अकाउंट खोलने के लिए नीचे दिए गए फॉर्म्स को प्रिंट और सिग्नेचर करके भेजने की जरुरत है -

  1. ऍप्लिकेशन फ़ॉर्म : ट्रेडिंग अकाउंट & डीमैट अकाउंट - इक्विटी सेगमेंट (यदि इसे ऑनलाइन e-sign नहीं किया गया है )
  2. ऍप्लिकेशन फ़ॉर्म : कमॉडिटी सेगमेंट - यदि आप कमॉडिटी सेगमेंट में भी अकाउंट खोलना चाहते हैं (यदि इसे ऑनलाइन e-sign नहीं किया गया है )
  3. नॉमिनेशन फ़ॉर्म - ( यदि आपने ऑनलाइन अकाउंट खोला है और अपने ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट में नॉमिनी जोड़ना चाहते हैं )
  4. पावर ऑफ़ अटॉर्नी (POA) (PDF) .इसे यदि आप चाहें तो भेज सकते हैं, देखिये पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) और डीमैट डेबिट और प्लेज इंस्ट्रक्शन (DDPI) क्या है?

नोट :

  1. आप सिर्फ कमॉडिटी अकाउंट नहीं खोल सकते हैं, आपको ट्रेडिंग और डीमैट ऍप्लिकेशन फॉर्म के साथ कमॉडिटी ऍप्लिकेशन भेजना होगा या आपके पास Zerodha में पहले से ही कमॉडिटी अकाउंट होना ऑफलाइन ट्रेडिंग क्या है और ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है चाहिए। देखिये क्या हम इक्विटी अकाउंट खोले बिना सिर्फ़ कमोडिटी अकाउंट खोल सकतें हैं?
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