रणनीति खरीदें या बेचें

Options Trading: क्या होती है ऑप्शंस ट्रेडिंग? कैसे कमाते हैं इससे मुनाफा और क्या हो आपकी रणनीति
Options Trading: निश्चित ही ऑप्शंस ट्रेडिंग एक जोखिम का सौदा है. हालांकि, अगर आप बाजार के बारे में जानकारी रखते हैं और कुछ खास रणनीति बनाकर चलते हैं तो इससे मुनाफा अर्जित कर सकते हैं.
By: मनीश कुमार मिश्र | Updated at : 18 Oct 2022 03:40 PM (IST)
ऑप्शंस ट्रेडिंग ( Image Source : Getty )
डेरिवेटिव सेगमेंट (Derivative Segment) भारतीय बाजार के दैनिक कारोबार में 97% से अधिक का योगदान देता है, जिसमें ऑप्शंस एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता है. निवेशकों के बीच बाजार की जागरूकता बढ़ने के साथ, ऑप्शंस ट्रेडिंग (Options Trading) जैसे डेरिवेटिव सेगमेंट (Derivative Segment) में रिटेल भागीदारी में उछाल आया है. इसकी मुख्य वजह उच्च संभावित रिटर्न और कम मार्जिन की आवश्यकता है. हालांकि, ऑप्शंस ट्रेडिंग में उच्च जोखिम शामिल है.
क्या है ऑप्शंस ट्रेडिंग?
Options Trading में निवेशक किसी शेयर की कीमत में संभावित गिरावट या तेजी पर दांव लगाते हैं. आपने कॉल और पुष ऑप्शंस सुना ही होगा. जो निवेशक किसी शेयर में तेजी का अनुमान लगाते हैं, वे कॉल ऑप्शंस (Call Options) खरीदते हैं और गिरावट का रुख देखने वाले निवेशक पुट ऑप्शंस (Put Options) में पैसे लगाते हैं. इसमें एक टर्म और इस्तेमाल किया जाता है स्ट्राइक रेट (Strike Rate). यह वह भाव होता है जहां आप किसी शेयर या इंडेक्स को भविष्य में जाता हुआ देखते हैं.
जानकारी के बिना ऑप्शंस ट्रेडिंग मौके का खेल है. ज्यादातर नए निवेशक ऑप्शंस में पैसा खो देते हैं. ऑप्शंस ट्रेडिंग में जाने से पहले कुछ बुनियादी बातों से परिचित होना आवश्यक है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड - इक्विटी स्ट्रैटेजी, ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन हेमांग जानी ने ऑप्शंस ट्रेडिंग को लेकर कुछ दे रहे हैं जो आपके काम आ सकते हैं.
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धन की आवश्यकता: ऑप्शंस की शेल्फ लाइफ बहुत कम होती है, ज्यादातर एक महीने की, इसलिए व्यक्ति को किसी भी समय पूरी राशि का उपयोग नहीं करना चाहिए. किसी विशेष व्यापार के लिए कुल पूंजी का लगभग 5-10% आवंटित करना उचित होगा.
ऑप्शन ट्रेड का मूल्यांकन करें: एक सामान्य नियम के रूप में, कारोबारियों को यह तय करना चाहिए कि वे कितना जोखिम उठाने को तैयार हैं यानी एक एग्जिट स्ट्रेटजी होनी चाहिए. व्यक्ति को अपसाइड एग्जिट पॉइंट और डाउनसाइड एग्जिट पॉइंट को पहले से चुनना होगा. एक योजना के साथ कारोबार करने से व्यापार के अधिक सफल पैटर्न स्थापित करने में मदद मिलती है और आपकी चिंताओं को अधिक नियंत्रण में रखता है.
जानकारी हासिल करें: व्यक्ति को ऑप्शंस और उनके अर्थों में आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ जार्गन्स से परिचित होने का प्रयास करना चाहिए. यह न केवल ऑप्शन ट्रेडिंग से अधिकतम लाभ प्राप्त करने में मदद करेगा बल्कि सही रणनीति और बाजार के समय के बारे में भी निर्णय ले सकता है. जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, सीखना संभव हो जाता है, जो एक ही समय में आपके ज्ञान और अनुभव दोनों को बढ़ाता है.
इलिक्विड स्टॉक में ट्रेडिंग से बचें: लिक्विडिटी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यक्ति को ट्रेड में अधिक आसानी से आने और जाने की अनुमति देता है. सबसे ज्यादा लिक्विड स्टॉक आमतौर पर उच्च मात्रा वाले होते हैं. कम कारोबार वाले स्टॉक अप्रत्याशित होते हैं और बेहद स्पेक्युलेटिव होते हैं, इसलिए यदि संभव हो तो इससे बचना चाहिए.
होल्डिंग पीरियड को परिभाषित करें: वक्त ऑप्शंस के मूल्य निर्धारण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. प्रत्येक बीतता दिन आपके ऑप्शंस के मूल्य को कम करता है. इसलिए व्यक्ति को भी पोजीशन को समय पर कवर करने की आवश्यकता होती है, भले ही पोजीशन प्रॉफिट या लॉस में हो.
मुख्य बात यह जानना है कि कब प्रॉफिट लेना है और कब लॉस उठाना है. इनके अलावा, व्यक्ति को पोजीशन की अत्यधिक लेवरेज और एवरेजिंग से भी बचना चाहिए. स्टॉक ट्रेडिंग की तरह ही, ऑप्शंस ट्रेडिंग में ऑप्शंस खरीदना और बेचना शामिल है या तो कॉल करें या पुट करें.
ऑप्शंस बाइंग के लिए सीमित जोखिम के साथ एक छोटे वित्तीय निवेश की आवश्यकता होती है अर्थात भुगतान किए गए प्रीमियम तक, जबकि एक ऑप्शंस सेलर के रूप में, व्यक्ति बाजार का विपरीत दृष्टिकोण रखता है. ऑप्शंस को बेचते वक्त माना गया जोखिम मतलब नुकसान मूल निवेश से अधिक हो सकता है यदि अंतर्निहित स्टॉक (Underlying Stocks) की कीमत काफी गिरती है या शून्य हो जाती है.
ऑप्शंस खरीदते या बेचते समय कुछ नियमों का पालन करना चाहिए:
- डीप-आउट-ऑफ-द-मनी (OTM) विकल्प केवल इसलिए न खरीदें क्योंकि यह सस्ता है.
- समय ऑप्शन के खरीदार के खिलाफ और ऑप्शन के विक्रेता के पक्ष में काम करता है. इसलिए समाप्ति के करीब ऑप्शन खरीदना बहुत अच्छा विचार नहीं है.
- अस्थिरता ऑप्शन के मूल्य को निर्धारित करने के लिए आवश्यक कारकों में से एक है. इसलिए आम तौर पर यह सलाह दी जाती है कि जब बाजार में अस्थिरता बढ़ने की उम्मीद हो तो ऑप्शंस खरीदें और जब अस्थिरता कम होने की उम्मीद हो तो ऑप्शंस बेचें.
- प्रमुख घटनाओं या प्रमुख भू-राजनीतिक जोखिमों से पहले ऑप्शंस बेचने के बजाय ऑप्शंस खरीदना हमेशा बेहतर होता है.
नियमित अंतराल पर प्रॉफिट की बुकिंग करते रहें या प्रॉफिट का ट्रेलिंग स्टॉप-लॉस रखें. अगर सही तरीके से अभ्यास किया जाए तो ऑप्शंस ट्रेडिंग से कई गुना रिटर्न्स प्राप्त किया जा सकता है.
(डिस्क्लेमर : प्रकाशित विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.)
Published at : 18 Oct 2022 11:42 AM (IST) Tags: Options Trading Derivatives Call Option Put Option Trading in Options Stop loss हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
क्या हो रणनीति, शेयर खरीदें या बेचें!
पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान बाजारों के लिए राह उतार-चढ़ाव भरी रही है। कई प्रयासों के बावजूद, सूचकांक बढ़त कायम रखने में विफल रहे और वैश्विक तथा घरेलू रुझानों से दबाव के शिकार हुए। कई विश्लेषकों को 2022 में बाजारों के अस्थिर बने रहने का अनुमान है, लेकिन उनका मानना है कि पूरे वर्ष शेयर-केंद्रित अवसर बने रहेंगे।
विश्लेषक इसे लेकर सतर्क हैं कि बाजार कब निचले स्तर पर आएंगे, क्योंकि अगले कुछ सप्ताहों के दौरान घरेलू और वैश्विक घटनाक्रम को देखते हुए मौजूदा स्तरों से बाजार का अंदाजा लगाना आसान नहीं होगा। हालांकि रूस-यूक्रेन यूद्घ से संबंधित वैश्विक स्तर पर घटनाक्रम और जिंस बाजारों, खासकर तेल एवं गैस के लिए उनके असर से बाजार अस्थिर बने रहेंगे, वहीं आरबीआई की दर वृद्घि का भी बाजारों में पूरी तरह से प्रभाव नहीं दिखा है।
एमआईबी सिक्योरिटीज इंडिया में मुख्य कार्याधिकारी जिगर शाह ने कहा, 'आरबीआई की प्रतिक्रिया अब तक मुद्रास्फीति में तेजी पर लगाम लगाने के लिहाज से पर्याप्त नहीं है। दरों में 50 आधार अंक की वृद्घि का अनुमान है। 10 वर्षीय बॉन्ड प्रतिफल अब करीब 7.5 प्रतिशत के स्तरों पर पहुंच गया है और इसमें अन्य 50 आधार अंक की तेजी आ सकती है। जून की संभावित वृद्घि का अब तक असर नहीं दिखा है। जून में आरबीआई द्वारा दरें बढ़ाने पर बाजार में गिरावट आ सकती है। मेरा सुझाव है कि निवेशक बाजार में गिरावट पर अच्छे ब्लू-चिप शेयरों को खरीदें। दिसंबर 2022 के लिए निफ्टी का मेरा लक्ष्य 14,660 है, जो सूचकांक के लिए काफी खराब परिवेश है।'
कैलेंडर वर्ष 2022 में अब तक बीएसई के सेंसेक्स और निफ्टी-50 में करीब 7-7 प्रतिशत की कमजोरी आई है। मिडकैप और स्मॉलकैप में भी भारी गिरावट दर्ज की गई और ये दोनों सूचकांक इस अवधि के दौरान बीएसई पर 10 से 11 प्रतिशत के बीच गिरे। हालांकि पिछले एक सप्ताह में कुछ सुधार आया है, क्योंकि सेंसेक्स और निफ्टी-50 में उतार-चढ़ाव के बीच करीब 2.5 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा बिकवाली पिछले एक साल में करीब सभी उभरते बाजारों में दर्ज की गई। चालू कैलेंडर वर्ष में भी भारतीय बाजारों से 22 अरब डॉलर से ज्यादा की निकासी दर्ज की गई है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट में कहा गया है, 'निफ्टी के लिए मौजूदा सुधार 17,000 के स्तरों तक देखा जा सकता है। हालांकि 15,600 उसके लिए बेहद महत्वपूर्ण स्तर बना रहेगा।'
अबैकस ऐसेट मैनेजर के सुनील सिंघानिया का मानना है कि तेल और जिंस कीमतों में गिरावट मुद्रास्फीति की आशंकाओं को कुछ हद तक दूर कर सकती है और इससे बाजारों में तेजी को बढ़ावा मिल सकता है।
ऐंटीक ब्रोकिंग के इंडिया इक्विटी रणनीतिकार एवं अर्थशास्त्री पंकज छाओछरिया को भारतीय इक्विटी बाजार में अब यहां से सीमित गिरावट के आसार हैं, क्योंकि ज्यादातर जोखिमों का असर दिख चुका है।
रियल एस्टेट सेक्टर के किस स्टॉक को खरीदें या बेचें, ICICI Securities से समझिए निवेश रणनीति
ब्रोकरेज का कहना है कि लिस्टेड प्लेयर का मार्केट शेयर लगातार बढ़ रहा है.
घरेलू ब्रोकरेज और रिसर्च फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अपने एक नोट में कहा है कि भारतीय आवासीय बाजार ने वित्त वर्ष 2022 में तेज रिकवरी दर्ज की है. मांग में तेजी देखने को मिल रही और कोरोना के बाद से काफी सुधार आया है.
- News18Hindi
- Last Updated : June 30, 2022, 17:09 IST
नई दिल्ली. भारतीय आवासीय बाजार ने वित्त वर्ष 2022 में तेज रिकवरी दर्ज की है. इंडस्ट्री सेल्स वैल्यूम में तेजी आती देखी जा रही है और ये साल 2020 के स्तर पर पहुंच गई है. साथ ही बिना बिकी इन्वेंट्री वित्त वर्ष 2020-22 में 46 से घटकर 36 महीने पर आ गई है. घरेलू ब्रोकरेज और रिसर्च फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अपने एक नोट में यह बात कही है.
ब्रोकरेज ने नोट में लिखा है कि सुधार के साथ ही कुछ समस्याएं भी आ रही है. ग्लोबल और भारत में ब्याज दरों में बढ़ोतरी से निर्माण की लागत बढ़ गई है. इस रणनीति खरीदें या बेचें वजह से डेवलपर्स की ऑपरेटिंग मार्जिन घट रही है. साथ ही आवासीय मांग की स्थिरता पर भी चिंताएं जताई जा रही हैं.
कौन से टॉप पिक
ब्रोकरेज का मानना है कि हालांकि लिस्टेड कंपनियां इन समस्याओं का पहले ही अनुमान लगा चुकी थीं. कंपनियां अपने बैलेंस शीट को हेल्थी रखने के लिए दूसरे उपाय कर रही थीं. रियल एस्टेट स्पेस में आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की टॉप पिक – डीएलएफ, ओबेरॉय रियल्टी, मैक्रोटेक डेवलपर्स (लोढ़ा) और ब्रिगेड एंटरप्राइजेज (DLF, Oberoi Realty, Macrotech Developers (Lodha), Brigade Enterprises हैं.
मजबूती की वजह
ब्रोकरेज ने कहा कि हमारा मानना है कि लिस्टेड डेवलपर्स को थोड़ा नुकसान होगा लेकिन बहुत बड़ा कोई धक्का नहीं लगेगा. लिस्टेड प्लेयर का मार्केट रणनीति खरीदें या बेचें शेयर लगातार बढ़ रहा है. साथ ही सैलरी और अच्छी वेज हाइक की वजह से डिमांड भी बनी हुई है. साथ ही लिस्टेड कंपनियों का साल 2020-22 के बीच कर्ज 45 फीसदी कम हुआ है. यह काफी अच्छी बात है.
ब्रोकरेज हाउस ने रियल एस्टेट शेयरों डीएलएफ, मैक्रोटेक डेवलपर्स, ओबेरॉय रियल्टी, ब्रिगेड एंटरप्राइजेज, सनटेक रियल्टी, शोभा लिमिटेड, महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स पर बाय रेटिंग दी है. इस बीच, इसने प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स पर एड रेटिंग और गोदरेज प्रॉपर्टीज के शेयरों पर बिकवाली का रुख रखा है.
वहीं, ऑस्ट्रेलिया के आरईए समूह के स्वामित्व वाली प्रॉपटाइगर डॉट कॉम ने अपनी नवीनतम ‘रियल इनसाइट रेजिडेंशियल’ रिपोर्ट में कहा कि अप्रैल-जून, 2022 में सालाना वृद्धि कई गुना रही है क्योंकि पिछले साल की समान अवधि में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण आवासीय मांग गंभीर रूप से प्रभावित हुई थी. लिहाजा अब मांग तेजी से बढ़ रही है.
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कौन से स्टॉक दे सकते हैं अच्छा रिटर्न, पढ़िए आज के लिए क्या हो आपकी ट्रेडिंग रणनीति
गुरुवार के लिए डे ट्रेडिंग गाइड: मंगलवार बाजार में ज्यादा अस्थिरता देखने को मिली थी, इसके बाद बुधवार शेयर बाजार ने एक बार फिर बढ़त का रुख किया। एनएसई निफ्टी 184 अंक बढ़कर 16,955 के स्तर पर बंद हुआ.
गुरुवार के लिए डे ट्रेडिंग गाइड: मंगलवार बाजार में ज्यादा अस्थिरता देखने को मिली थी, इसके बाद बुधवार शेयर बाजार ने एक बार फिर बढ़त का रुख किया। एनएसई निफ्टी 184 अंक बढ़कर 16,955 के स्तर पर बंद हुआ जबकि बीएसई सेंसेक्स 611 अंक बढ़कर 56,930 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 421 अंक ऊपर चढ़कर 35,000 के स्तर पर पहुंच गया और अंत में 35,029 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक, बाजार का मौजूदा पैटर्न तेज गिरावट के बाद बाजार में पुलबैक रैली के जारी रहने का संकेत देता है।
आज शेयर बाजार के लिए दिन की ट्रेडिंग रणनीति: एचडीएफसी सिक्योरिटीज के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट नागराज शेट्टी ने कहा, "बाजार में पुलबैक रैली जारी रहेगी और निफ्टी अब लगभग 17,000 से 17,200 के स्तर के महत्वपूर्ण ओवरहेड रेजिस्टेंस की तरफ जा रहा है। इस बात की अधिक संभावना है कि निफ्टी थोड़ा गिर सकता है। एनएसई निफ्टी के लिए सपोर्ट 16,830 के स्तर पर रखा गया है।"
आज के लिए सुमीत बगड़िया के दिन के कारोबारी शेयर
नेशनल एल्युमीनियम कंपनी या नाल्को: सीएमपी पर खरीदें, ₹106 से ₹110 का लक्ष्य रखें, स्टॉप लॉस ₹99
मणप्पुरम फाइनेंस: सीएमपी पर खरीदें, लक्ष्य ₹168 से ₹170, स्टॉप लॉस ₹157
रवि सिंघल का आज का ट्रेडिंग स्टॉक
हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प या एचडीएफसी: ₹2540 या उससे अधिक पर बेचें, ₹2500 से ₹2470 का लक्ष्य रखें, स्टॉप लॉस ₹2566
एचडीएफसी बैंक: ₹1444 या उससे अधिक पर बेचें, ₹1400 का लक्ष्य रखें, स्टॉप लॉस ₹1466
गुरुवार के लिए मुदित गोयल का दिन का ट्रेडिंग स्टॉक
अरबिंदो फार्मा: सीएमपी पर खरीदें, लक्ष्य ₹735, स्टॉप लॉस ₹708
क्रॉम्पटन ग्रीव्स: सीएमपी पर खरीदें, लक्ष्य ₹429, स्टॉप लॉस ₹409
डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि लाइव मिंट या लाइव हिंदुस्तान के। निवेश के पहले जानकारी को भलीभांति जांच कर लें।
NTPC और Shree Cement में नतीजों के बाद क्या करें निवेशक, खरीदें, बेचें या करें होल्ड
NTPC & Shree Cement Stock: अगर आपके भी पोर्टफोलियो में ये शेयर हैं तो आप यहां पहले ब्रोकरेज की रिपोर्ट जान लें और बाद में अपनी आगे की रणनीति बना सकते हैं.
NTPC & Shree Cement Stock: शेयर बाजार में नतीजों का सीजन चल रहा है. ऐसे में बाजार में लिस्टेड कंपनियां जनवरी-मार्च तिमाही के अपने दमदार नतीजे पेश कर रही हैं. हाल ही में सीमेंट सेक्टर की दमदार कंपनी श्री सीमेंट और पावर सेक्टर की सॉलिड कंपनी एनटीपीसी (NTPC) ने मार्च तिमाही के नतीजे पेश किए. नतीजों के बाद पावर सेक्टर में तो बूम देखने को मिला. वहीं एनटीपीसी ने ज़ी बिजनेस की रिसर्च टीम के अनुमान से बेहतर नतीजे पेश किए. वहीं सीमेंट सेक्टर की कंपनी श्री सीमेंट ने अनुमान से कमजोर नतीजे पेश किए. कंपनी के मुनाफे में तो बढ़ोतरी थी लेकिन मार्जिन और आय में गिरावट देखने को मिली है. अगर आपके भी पोर्टफोलियो में ये शेयर हैं तो आप यहां पहले ब्रोकरेज की रिपोर्ट जान लें और बाद में अपनी आगे की रणनीति बना सकते हैं. नतीजों के बाद अलग-अलग ब्रोकरेज कंपनियों ने इन दोनों शेयरों पर अपनी राय दी है.
NTPC पर क्या है ब्रोकरेज की राय
CLSA ने इस शेयर पर खरीदारी की राय को बरकरार रखा है और यहां 180 रुपए का टारगेट प्राइस दिया है. वहीं मॉर्गन स्टैनली ने इस शेयर पर ओवरवेट की रेटिंग को बरकरार रखा है और 186 रुपए का टारगेट प्राइस दिया है. वहीं जेपी मॉर्गन ने इस शेयर पर न्यूट्रल की रेटिंग को बरकरार रखा है.
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हालांकि टारगेट प्राइस को 148 रुपए से बढ़ाकर 156 रुपए कर दिया है. इसके अलावा जेफरीज ने भी इस शेयर पर खरीदारी की राय को बरकरार रखा है और 165 रुपए का टारगेट प्राइस दिया है.
Shree Cement में क्या करें निवेशक
नतीजों के बाद श्री सीमेंट में भी ब्रोकरेज कंपनियों ने अपनी राय दी है. CLSA ने इस शेयर पर न्यूट्रल की रेटिंग को बरकरार रखा है. हालांकि 22600 रुपए का टारगेट प्राइस दिया है. ब्रोकरेज कंपनी के मुताबिक, चौथी तिमाही में रेवेन्यू, एबिट उम्मीद से कम रहे हैं.
इसके अलावा गोल्डमैन सैक्स ने इस शेयर पर न्यूट्रल की रेटिंग दी है. वहीं 22890 रुपए के टारगेट प्राइस को घटाकर 22600 रुपए कर दिया रणनीति खरीदें या बेचें है. जेफरीज ने इस शेयर पर अंडरपरफॉर्म की रेटिंग को बरकरार रखा है. वहीं 23000 रुपए से टारगेट प्राइस को घटाकर 20000 रुपए कर दिया है.
कैसे रहे दोनों कंपनियों के तिमाही नतीजे?
Shree Cement के नतीजे कमजोर आते दिखाई दिए हैं. कंपनी के मुनाफे में बढ़ोतरी है लेकिन आय में अनुमान के मुताबिक कमी देखने को मिली है. कंपनी के मार्जिन में भी गिरावट है. इसके अलावा कंपनी ने 45 रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया है. इसके अलावा जुबैर अहमद को 5 साल के लिए इंडिपेंडेंट डायरेक्टर नियुक्त किया है. वहीं NTPC के नतीजे अनुमान से बेहतर आए हैं. कंपनी के मुनाफे में 25 फीसदी की तेजी और रणनीति खरीदें या बेचें आय में 24 फीसदी का उछाल देखा गया है. इसके अलावा मार्जिन भी बढ़े हैं. कंपनी ने 3 रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया है.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस/एक्सपर्ट द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)