ADR क्या है

Edited By: Shailendra Tiwari @@Shailendra_jour
Published on: November 26, 2022 23:54 IST
लिग्नोकैड एडीआर इंजेक्शन (Lignocad Adr Injection)
लिग्नोकैड एडीआर इंजेक्शन (Lignocad Adr Injection) का उपयोग दंत और चिकित्सा प्रक्रियाओं में किया जा सकता है। दंत चिकित्सा में, एमाइड-प्रकार के इंजेक्शन स्थानीय संवेदनाहारी और सामयिक स्थानीय संवेदनाहारी के रूप में या पैच के रूप में: सतही दंत प्रक्रियाओं से पहले मुंह के सुलभ श्लेष्म झिल्ली के हल्के सामयिक संज्ञाहरण का उत्पादन।
चिकित्सकीय रूप से, यह मायोकार्डियल रोधगलन, कार्डियक हेरफेर, डिजिटलिस नशा से वेंट्रिकुलर अतालता का एक स्थानीय संवेदनाहारी और तीव्र उपचार है। यह पोस्टहेरपेटिक न्यूराल्जिया से संबंधित राहत ओड दर्द प्रदान करने के लिए एक सामयिक स्थानीय संवेदनाहारी ADR क्या है के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
लिग्नोकैड एडीआर इंजेक्शन (Lignocad Adr Injection) वेंट्रिकुलर एक्टोपिक, वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया, वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन के लिए पसंद की दवा है। इसका उपयोग पक्षाघात वीटी या वीएफ के लिए अधिमानतः डिफिब्रिलेशन और एपिनेफ्रीन के बाद किया जाता है और समय से पहले वेंट्रिकुलर संकुचन, व्यापक-जटिल पीएसवीटी को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
Delhi MCD Elections : एमसीडी चुनाव में 35 फीसदी उम्मीदवार ग्रेजुएट तो 60 अशिक्षित, जानिए क्या कहती ADR क्या है है ADR की रिपोर्ट
Updated Nov 28, 2022 | 01:13 PM IST
Delhi MCD Elections : एमसीडी चुनाव में 35 फीसदी उम्मीदवार ग्रेजुएट तो 60 अशिक्षित, जानिए क्या कहती है ADR की रिपोर्ट
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दिल्ली एमसीडी चुनाव में इस बार भाजपा ADR क्या है को टक्कर दे रही AAP
Delhi MCD Polls 2022 : दिल्ली नगर निगम के लिए चुनावी शोर तेज चुका है। इस बार भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला देखा जा रहा है। उम्मीदवार वादों और दावों के जरिए मतदाताओं को अपनी तरफ रिझा रहे हैं। चुनावी अखाड़े में इस बार कुल 1,349 प्रत्याशी हैं जिनकी राजनीतिक किस्मत का फैसला मतदाता करेंगे। दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 के लिए 4 दिसंबर को मतदान होगा और 7 दिसंबर को इसका परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। एमसीडी के नए परिसीमन के मुताबिक, इस बार 250 सीटों पर वोटिंग होगी। नगर निगम के एकीकरण के बाद दिल्ली में 272 की जगह अब 250 वार्ड हो गए हैं।
1336 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण
उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण करने के बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने कहा है कि नगर निगम का चुनाव लड़ रहे 35 प्रतिशत से ज्यादा उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके पास कम से कम स्नातक की डिग्री है जबकि चार प्रतिशत उम्मीदवार 'अशिक्षित' हैं। देश के चुनावों एवं उम्मीदवारों का आंकलन करने वाली संस्था एडीआर एवं दिल्ली इलेक्शन वॉच ने 1336 उम्मीदवारों के हलफनामों के विश्लेषण में कई अहम बातें पाई हैं। राज्य चुनाव आयोग की वेबसाइट पर 13 उम्मीदवारों के हलफनामे या तो अच्छी तरह से स्कैन नहीं थे या वे अपूर्ण थे। इसलिए उनका विश्लेषण नहीं हो सका।
ऑनलाइन निगम सेवा और झुग्गीवालों को फ्लैट. MCD Polls से पहले खुला BJP का 'पिटारा', जानें- और क्या है घोषणापत्र में?
752 प्रत्याशियों की शैक्षिक योग्यता 5वीं से 12वीं के बीच
रिपोर्ट के मुताबिक करीब 752 उम्मीदवार (56 प्रतिशत) प्रत्याशी ने घोषणा की है कि उनकी शैक्षिक योग्यता 5वीं से 12वीं के बीच है। जबकि ADR क्या है 487 उम्मीदवार (36 फीसदी) का कहना है कि उनकी शैक्षिक योग्यता स्नातक या उससे अधिक है। 12 उम्मीदवारों के पास डिप्लोमा की डिग्री है। वहीं, 22 प्रत्याशियों ने घोषणा की है कि वे मात्र साक्षर हैं। 60 उम्मीदवारों ने कहा है कि वे अशिक्षित हैं। रिपोर्ट के अनुसार तीन उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में जानकारी नहीं दी है।
रिपोर्ट के अनुसार 55 प्रतिशत उम्मीदवारों की उम्र 41 से 60 साल के बीच है। कम से कम पांच प्रतिशत उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिनकी उम्र 61 से 80 साल के बीच है। 510 उम्मीदवारों की उम्र 21 से 40 साल के बीच है। जबकि 741 प्रत्याशियों का कहना है कि उनकी उम्र 41 से 60 साल के बीच है। 73 उम्मीदवारों ने अपनी उम्र 61 से 80 साल के बीच बताई है। वहीं 12 प्रत्याशी ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी उम्र के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
Delhi MCD Elections : एमसीडी चुनाव में 35 फीसदी उम्मीदवार ग्रेजुएट तो 60 अशिक्षित, जानिए क्या कहती है ADR की रिपोर्ट
Updated Nov 28, 2022 | 01:13 PM IST
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1336 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण
उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण करने के बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने कहा है कि नगर निगम का चुनाव लड़ ADR क्या है रहे 35 प्रतिशत से ज्यादा उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके पास कम से कम स्नातक की डिग्री है जबकि चार प्रतिशत उम्मीदवार 'अशिक्षित' हैं। देश के चुनावों एवं उम्मीदवारों का आंकलन करने वाली संस्था एडीआर एवं दिल्ली इलेक्शन वॉच ने 1336 उम्मीदवारों के हलफनामों के विश्लेषण में कई अहम बातें पाई हैं। राज्य चुनाव आयोग की वेबसाइट पर 13 उम्मीदवारों के हलफनामे या तो अच्छी तरह से स्कैन नहीं थे या वे अपूर्ण थे। इसलिए ADR क्या है उनका विश्लेषण नहीं हो सका।
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752 प्रत्याशियों की शैक्षिक योग्यता 5वीं से 12वीं के बीच
रिपोर्ट के मुताबिक करीब 752 उम्मीदवार (56 प्रतिशत) प्रत्याशी ने घोषणा की है कि उनकी शैक्षिक योग्यता 5वीं से 12वीं के बीच है। जबकि 487 उम्मीदवार (36 फीसदी) का कहना है कि उनकी शैक्षिक योग्यता स्नातक या उससे अधिक है। 12 उम्मीदवारों के पास डिप्लोमा की डिग्री है। वहीं, 22 प्रत्याशियों ने घोषणा की है कि वे मात्र साक्षर हैं। 60 उम्मीदवारों ने कहा है कि वे अशिक्षित हैं। रिपोर्ट के अनुसार तीन उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में जानकारी नहीं दी है।
रिपोर्ट के अनुसार 55 प्रतिशत उम्मीदवारों की उम्र 41 से 60 साल के बीच है। कम से कम पांच प्रतिशत उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिनकी उम्र 61 से 80 साल के बीच है। 510 उम्मीदवारों की उम्र 21 से 40 साल के बीच है। जबकि 741 प्रत्याशियों का कहना है कि उनकी उम्र 41 से 60 साल के बीच है। 73 उम्मीदवारों ने अपनी उम्र 61 से 80 साल के बीच बताई है। वहीं 12 प्रत्याशी ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी उम्र के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
MCD चुनाव में AAP के उम्मीदवारों का आपराधिक रिकॉर्ड सबसे ज्यादा, ADR की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
Edited By: Shailendra Tiwari @@Shailendra_jour
Published on: November 26, 2022 23:54 IST
Image Source : INDIA TV AAP के उम्मीदवारों का आपराधिक रिकॉर्ड सबसे ज्यादा
दिल्ली में जल्द MCD के चुनाव होने हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं नेता एक-दूसरे पर जमकर कटाक्ष कर रहे। इसी बीच, ADR की रिपोर्ट आई है, जिसने राजधानी की राजनीति में खलबली मचा दी है। ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) की एक रिपोर्ट में एक दावा किया गया है कि आप ने MCD चुनाव में इस बार सबसे ज्यादा दागी नेताओं को मैदान में उतारा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (आप) ने इस साल दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनावों में आपराधिक रिकॉर्ड वाले सबसे अधिक 45 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ऐसे उम्मीदवारों की संख्या 27 है।
Gujarat Poll 2022 Phase 1 : दागी उम्मीदवार उतारने में आम आदमी पार्टी सबसे आगे, भाजपा-कांग्रेस का क्या है हाल?
कांग्रेस ने गुजरात के पहले चरण के चुनाव में 31 सीटों पर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है.
ADR Data for Phase 1 of Gujarat Election 2022 : गुजरात में पहले फेज का चुनाव 1 दिसंबर 2022 को ADR क्या है होना है. इस बार राज्य विधानसभा चुनाव के पहले चरण में आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में वृद्धि हुई है. गुजरात चुनाव 2022 के पहले चरण में अपनी दावेदारी पक्की करने के लिए नामांकन के दौरान चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में 21 फीसदी उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलें होने की घोषणा की है. एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रैटिक रिफॉर्म यानी एडीआर (ADR) की एक रिपार्ट से इसका खुलासा हुआ है. राजनीति में अपराधीकरण को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दलों को पहले से ही निर्देश दिया ADR क्या है गया है बावजूद इसके गुजरात चुनाव में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीवारों को संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है. जबकि सुप्रीम कोर्ट अपने निर्देश में कह चुका है कि राजनीतिक पार्टियों को चुनाव के 48 घंटों ADR क्या है के भीतर अपने उम्मीदवारों के आपराधिक रिकार्ड को जनता के सामने सार्वजानिक करना होगा.
दागियों को टिकट देने में AAP सबसे आगे
गुरूवार को जारी रिपोर्ट में एडीआर ने बताया है कि इस बार गुजरात चुनाव में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की संख्या बढ़ी है. सबसे अधिक दागी नेताओं को टिकट देने के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (AAP) है. सत्ताधारी पार्टी भाजपा में 2017 के मुकाबले 2022 के पहले चरण के चुनाव में सुधार देखने को मिला है. बीजेपी ने गुजरात में 1 दिसंबर को 89 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए आपराधिक पृष्ठभूमि वाले कम उम्मीदवारों को टिकट दिया है. वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने पिछली बार की अपेक्षा इस बार भी करीब उतने ही दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है.
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पहले चरण के चुनाव में AAP के 32 उम्मीदवार दागी
गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 के पहले चरण में शामिल हुए उम्मीदवारों में से सिर्फ 15 ADR क्या है फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले सामने आए थे. लेकिन 2022 के गुजरात चुनाव में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की संख्या बढ़ गई है. एडीआर की रिपोर्ट में गुजरात के पहले चरण के चुनाव में अपनी दावेदारी के लिए उतरे 21 फीसदी उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि के बताई गई हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक आम आदमी पार्टी के कुल 88 उम्मीदवारों में से कुल 32 उम्मीदवार आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी के मामले में भी ऐसा ही है, पार्टी के 35 फीसदी उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस गुजरात के पहले चरण के चुनाव में सभी 89 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पार्टी ने 31 सीटों पर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है.