बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है?

बियरिश रिवर्सल पैटर्न
क्रिप्टो चार्ट को कैसे पढ़े?
किसी ने भी जिसने क्रिप्टोकरेंसी में किसी भी तरह का निवेश किया है, वह जानता है कि क्रिप्टोकरेंसी का चार्ट रियल-टाइम में कितनी तेजी से लगातार बदलते रहता है। इस एसेट की विख्यात वोलैटिलिटी के कारण कीमतों में जो भारी उतार-चढ़ाव दिखता है, वह भले ही सांसे थमाने वाला हो, लेकिन अपेक्षाकृत कम ही लोग ऐसे हैं जो वास्तव में समझ पाते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी चार्ट को कैसे पढ़ा जाए और उससे भी कम लोग इस बात को सच में समझ पाते हैं कि चार्ट के आधार पर कैसे काम किया जाए, या उनसे मिलने वाले संकेतों को कैसे मुनाफे में बदला जाए।
चार्ट क्या है?
जो लोग ट्रेडिंग में नए हैं, उनके लिए क्रिप्टो चार्ट लाइन और कैंडलस्टिक पैटर्न का एक ऐसा समूह हैं जो क्रिप्टोकरेंसी का ऐतिहासिक प्राइस परफॉर्मेंस दिखाते हैं। ये बाजार की परिस्थितियों में होने वाले बदलावों और भविष्य के रुझानों का अनुमान लगाने में आपकी मदद कर सकते हैं, जिससे आपको निवेश के बेहतर फैसले लेने में मदद मिल सके।
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यह एक स्नैपशॉट है, सेकेंड से लेकर मिनट, दिन, हफ्ते, बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? महीने और यहां तक कि साल और उससे भी ज्यादा समय के दौरान हुए ऐतिहासिक और मौजूदा प्राइस मूमेंट का। क्रिप्टो चार्ट अप्रशिक्षित आंखों के लिए काफी जटिल मालूम पड़ सकते हैं, इसलिए बेहतर यही होगा कि इसके मूलभूत सिद्धांतों को समझ लिया जाए।
क्रिप्टोकरेंसी चार्ट ट्रेडिंग पेयर, अवधि और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का संकेत करते हैं। अमूमन, चार्ट हर समयावधि में खुलने, बंद होने, उस दौरान छुए गये सबसे ऊंचे और सबसे नीचे के भाव की जानकारी देते हैं। चार्ट के सबसे नीचे और बगल में तारीख और कीमतों में होने वाली वृद्धि दर्शाई जाती है।
क्या है Reliance Jio Coin , कैसे होगा यूज और क्या होंगे फायदे-नुकसान, जानिए खास बातें
रिलायंस जिओ बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? अब अपनी खुद की बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी Jio Coin मुद्रा लाने की तैयारी कर रही है। मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश Reliance Jio Coin प्रोजेक्ट की टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। इस ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करने के लिए 50 युवा प्रोफेशनलों की टीम बनाई जा रही है। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर युवाओं में काफी क्रेज है। एक सर्वे के मुताबिक भारत में Cryptocurrency के 6 लाख से ज्यादा सक्रिय बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? ट्रेडर्स हैं। वहीं, 25 लाख लोगों ने देशभर की 9 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में खुद को पंजीकृत करा रखा है। ऐसे में अब रिलायंस जिओ कॉइन काफी चौंकाने वाला है। हम आपको बता रहे हैं जिओ कॉइन के बारे में कुछ खास बातें.
क्रिप्टो चार्ट को कैसे पढ़े?
किसी ने भी जिसने क्रिप्टोकरेंसी में किसी भी तरह का निवेश किया है, वह जानता है कि क्रिप्टोकरेंसी का चार्ट रियल-टाइम में कितनी तेजी से लगातार बदलते रहता है। इस एसेट की विख्यात वोलैटिलिटी के कारण कीमतों में जो भारी उतार-चढ़ाव दिखता है, वह भले ही सांसे थमाने वाला हो, लेकिन अपेक्षाकृत कम ही लोग ऐसे हैं जो वास्तव में समझ पाते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी चार्ट को कैसे पढ़ा जाए और उससे भी कम लोग इस बात को सच में समझ पाते हैं कि चार्ट के आधार बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? पर कैसे काम किया जाए, या उनसे मिलने वाले संकेतों को कैसे मुनाफे में बदला जाए।
चार्ट क्या है?
जो लोग ट्रेडिंग में नए हैं, उनके लिए क्रिप्टो चार्ट लाइन और कैंडलस्टिक पैटर्न का एक ऐसा समूह हैं जो क्रिप्टोकरेंसी का ऐतिहासिक प्राइस परफॉर्मेंस दिखाते हैं। ये बाजार की परिस्थितियों में होने वाले बदलावों और भविष्य के रुझानों का अनुमान लगाने में आपकी मदद कर सकते हैं, जिससे आपको निवेश के बेहतर फैसले लेने में मदद मिल सके।
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यह एक स्नैपशॉट है, सेकेंड से लेकर मिनट, दिन, हफ्ते, महीने और यहां तक कि साल और उससे भी ज्यादा समय के दौरान हुए ऐतिहासिक और मौजूदा प्राइस मूमेंट का। क्रिप्टो चार्ट अप्रशिक्षित आंखों के लिए काफी जटिल मालूम पड़ सकते हैं, इसलिए बेहतर यही होगा कि इसके मूलभूत सिद्धांतों को समझ लिया जाए।
क्रिप्टोकरेंसी चार्ट ट्रेडिंग पेयर, अवधि और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का संकेत करते हैं। अमूमन, चार्ट हर समयावधि में खुलने, बंद होने, उस दौरान छुए गये सबसे ऊंचे और सबसे नीचे बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? के भाव की जानकारी देते हैं। चार्ट के सबसे नीचे और बगल में तारीख और कीमतों में होने वाली वृद्धि दर्शाई जाती है।
कैसे होता है बिटकॉइन में मुनाफा
बात यदि शुरुआत की की जाए तो शुरू में बिटकॉइन का प्रयोग टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स या फिर फ्रीलांसर ही करते थे। शुरुआत में उनके द्वारा छोटे-मोटे पेमेंट्स बिटकॉइन में किए जाते थे। 2016 17 आते-आते तक यह बिटकॉइन एक निवेश के रूप में परिवर्तित हो गया क्योंकि तब तक इसका दाम लगभग 20 गुना तक बढ़ गया था और हद तो तब हो गई जब दिसंबर 2017 में इसने लगभग $20000 का भाव हासिल कर लिया। बात यदि भारतीय बाजार की की जाए तो जहां दिसंबर 2017 में 1 बिटकॉइन का मूल्य भारत में लगभग 12 लाख था तो वही आज या बढ़कर 23 लाख तक पहुंच गया है।
बिटकॉइन पर भारत का कानून क्या कहता है
आज भी भारत में बिटकॉइन पर स्पष्ट कानून मौजूद नहीं है। यह न तो पूरी तरह से कानून सम्मत है और ना ही पूरी तरह से प्रतिबंधित। आरबीआई ने जहां 2018 में बिटकॉइन पर प्रतिबंध लगा दिया था वही सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को खारिज कर दिया था। मीडिया में ऐसी खबरें भी चली की बहुत जल्द संसद से कानून पास करवा कर सरकार क्रिप्टो करेंसी को रोक सकती है परंतु यह सिर्फ खबरों तक ही सिमट कर रह गया और आज भी क्रिप्टो करेंसी पर कोई कानून भारत में नहीं बनाया जा सका है।
हमारी राय क्या है
हमारी राय बिल्कुल स्पष्ट है। भारतीय कानूनों का पालन करते हुए यदि आप बिटकॉइन की खरीदारी कर सकते हैं तो बिल्कुल करें। यह आपके सपने पूरे करने में आपकी मदद कर सकती है। परंतु अपना निवेश बिल्कुल ठोक बजाकर करें। ऐसा ना हो कि अमीर बनने के चक्कर में आप अपना पैसा गंवा बैठे।
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बिटकॉइन के बारे में समझाया। यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो अपने प्रिय जनों के साथ इसे शेयर भी करें।
बिटकॉइन को लेकर क्या है भारत में कानून
बिटकाइन एक विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा है. यह पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है जिसका अर्थ है की यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती. कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान हेतु इसे निर्मित किया गया है. इसका विकास सातोशी नकामोतो नामक एक अभियंता ने किया है.
यह 2008 में डिजिटल दुनिया के लिए एक क्रिप्टोग्राफिक और डिजिटल प्रयोगात्मक मुद्रा पेश की गई है. पीयर-टू-पीयर इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली बिटकॉइन के रूप में भी जाना जाता है, वर्चुअल रूप में है और इसका उपयोग ऑनलाइन भुगतान के साथ-साथ भौतिक दुकानों में भी किया जाता है. बिटकॉइन का आविष्कार प्राकृतिक रूप से इंटरनेट उपयोग और दुनिया भर में ऑनलाइन लेनदेन में भारी वृद्धि के कारण प्राकृतिक था.