क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान

क्रिप्टोकरेंसी में नुकसान उठाने से कैसे बचें, जानिए क्या हैं एक्सपर्ट्स के सुझाव
कम लिक्विडिटी वाले क्रिप्टो को खरीदने से बचना चाहिए क्योंकि इन्हें बेचने में मुश्किल हो सकती है
क्रिप्टोकरेंसीज में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक होता है। इसके साथ ही इनमें पैसा कमाने और गंवाने के भी मौके रहते हैं। अगर आप किसी सेलेब्रिटी के ट्वीट पर इनवेस्टमेंट कर रहे हैं या खुद को एक्सपर्ट्स बताने वाले किसी व्यक्ति की सलाह पर चल रहे हैं, तो आपको नुकसान हो सकता है। यहां आपको उन गल्तियों के बारे में बताया जा रहा है जिनसे आपको क्रिप्टोकरेंसीज में इनवेस्टमेंट करने पर बचना चाहिए।
एक्सपर्ट्स की सलाह पर पूरा भरोसा न करें, अपनी रिसर्च भी जरूरी
आपको कई ऑनलाइन साइट्स पर क्रिप्टो एक्सपर्ट्स की सलाह मिल जाएगी। आपको शायद यह जानकर हैरानी होगी किसी वास्तव में कोई क्रिप्टो एक्सपर्ट्स नहीं हैं। क्रिप्टोकरेंसीज में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक होता है और इनके प्राइसेज का सही अनुमान नहीं लगाया जा सकता। इस वजह से खुद रिसर्च करनी चाहिए।
कम लिक्विडिटी वाली क्रिप्टोकरेंसीज से बचें
लिक्विडिटी अधिक होने पर ही क्रिप्टोकरेंसीज को क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान आसानी से खरीदा या बेचा जा सकता है। अगर किसी क्रिप्टोकरेंसी में लिक्विडिटी कम है तो आपको उसे बेचने में मुश्किल होगी।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है – इसके फायदे और नुकसान : latest Updated 2022आज विश्व भर में डिजिटल करेंसी या ऑनलाइन मनी को लेकर काफ़ी चर्चा हो रही है। अन्य डिजिटल माध्यमों की तरह डिजिटल करेंसी ने भी विश्व भर में तहलका मचा दिया है। बड़े–बड़े उद्योगपति से लेकर आम आदमी भी डिजिटल मनी की चर्चा करता नज़र आने लगा है। समय के साथ लेनदेन के माध्यमों को हम सब ने परिवर्तित होते हुए देखा है। चीजों से लेकर, नोट और सिक्के और अब डिजिटल करेंसी लेनदेन का आधुनिक और नया माध्यम बनता जा रहा है। आज एक ऐसी ही डिजिटल करेंसी की हम यहां चर्चा करने जा रहे है, वह हैं क्रिप्टोकरेंसी।
वैसे तो आज–कल क्रिप्टोकरेंसी के बारे में हर कोई थोड़ा बहुत जानता ही है। अगर नहीं तो यह शब्द कहीं न कहीं किसी न किसी से सुना जरूर होगा। इस लेख में हम क्रिप्टोकरेंसी क्या है? उसके कितने प्रकार है? क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? जैसी क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी को जानेंगे। आज के डिजिटलाइज्ड और आधुनिक युग में डिजिटलाइज्ड करेंसी,कोई नई बात नहीं हैं। पर जिस तेज़ी से फाइनेंशियल मार्केट में डिजिटल करेंसी ने अपना वर्चस्व स्थापित किया है, वह आश्चर्यजनक है। लोगों का भरोसा जितना और विश्वभर के लोगों को इतने कम समय में आकर्षित करना कोई आसान काम नहीं है. पर क्रिप्टोकरेंसी ने बहुत ही कम समय में फाइनेंशियल मार्केट में तहलका मचा दिया है।
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क्रिप्टोकरेंसी क्या हैजैसा की आप सब जानते ही होंगे। क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल करेंसी या ऑनलाइन मनी है। यह केवल ऑनलाइन ही उपलब्ध है. लेनदेन के लिए इसका केवल ऑनलाइन ही उपयोग किया जा सकता है। यूरो, रूपी, डॉलर, आदि की तरह यह physically उपलब्ध नहीं है। अन्य लेनदेन माध्यमों की तरह क्रिप्टोकरेंसी का दुनिया के किसी भी कोने से प्रयोग किया जा सकता है। डिजिटल करेंसी के रूप में क्रिप्टोकरेंसी को विश्व भर में स्वीकृति और मान्यता मिल गई है।
क्रिप्टोकरेंसी कंप्यूटर एल्गोरिदम पर आधारित है। इस पर किसी एजेंसी, देश या राज्य सरकार का कोई अधिकार या नियंत्रण नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोग्राफ़ी द्वारा सुरक्षित है। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित विकेंद्रीकृत नेटवर्क हैं जिसकी वजह से क्रिप्टोकरेंसी किसी भी अन्य मुद्रा की तरह किसी देश की निजी संपत्ति नहीं है। इसे अपलोड करने में किसी बैंक या सरकार का हाथ नहीं है. नहीं, क्रिप्टोकरेंसी पर उसका कोई नियंत्रण नहीं है। यही कारण है कि इसे कई देशों और जगहों पर वैध नहीं माना जाता है।
दुनिया के कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी का वैधीकरण(legalization) अब तक नहीं हुआ है। हालांकि क्रिप्टोकरेंसी ने भारत में सन 2009 से पैर पसारने शुरू कर दिये थे. अब तक मार्केट में क्रिप्टोकरेंसी ने अपनी खास जगह और पहचान बना ली है। पर यहां भी अन्य देशों की तरह क्रिप्टोकरेंसी वैधिक स्थान नहीं हासिल कर पाया है। भारत सरकार और RBI क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान ने साथ मिलकर क्रिप्टोकरेंसी को मार्केट में रेग्युलेट करने के लिए कुछ नियम और जरूरी सूचना हाल ही में घोषित की है। पर उसे वैधिक स्थान नहीं दिया है. क्रिप्टोकरेंसी से देश को रहे फाय्दे को देखते हुए सरकार और RBI ने लोगो से क्रिप्टोकरेंसी पर निवेश से जुड़े जोखिम की सारी जानकारी प्राप्त करने के बाद सोच समझ कर, निवेश करने को कहा है।
क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार
क्रिप्टोकरेंसी मुख्य १० (10) प्रकार की होती है । इन सब में से बिटकाइन बहुत ही चर्चित और पर्सिध है तो चले एक नरज़ क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार पर डालते है।
बिटकॉइन
बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी मानी जाती है।सामान्यतः इसका प्रयोग बडे-बडे उद्योगपति बडे-बडे सौदों और लेन देन के लिये करते है। इसका आविष्कार 2008 में हुआ था। 2009 तक इसका उपयोग में लाया गया। कुछ ही सालो में यह बिटकॉइन ने दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी का ताज हासिल कर विश्व ख्याति हासिल कर लेंगी ।
एथेरियम
इथेरियम विकास के मामले में बिटकॉइन के बाद दूसरे स्थान पर है। यह स्मार्ट अनुबंध क्षमताओं के साथ एक ब्लॉकचैन-आधारित विकेन्द्रीकृत कार्यक्रम का उपयोग करता है, हालांकि एथेरियम बाजार में डॉगकोइन के बाद आया था। लेकिन कुछ ही समय में, इथेरियम (Ethereum) ने अपनी स्थिति को Dogecoin तक बढ़ा दिया।
डॉगकाइन
डॉगकाइन यह क्रिप्टोकरेंसी का तीसरा प्रकार है। इसका नाम एक जपानिस मिम से प्रेरित है। जो की जापान के एक सिक्के के बारे में थी जिस पर एक कुत्ता बना हुआ था। मार्केट में यह सन 2013 में आया था। आज बिटकॉइन की तरह मार्केट में इसका भी अपना अलग ही दबदबा है।
रिपल (Ripple) का आविष्कार Ripple Labs द्वारा 2012 में एक मनी ट्रांसफर नेटवर्क के रूप में किया गया था, जिसे व्यवसायों और वित्तीय सेवा उद्योग की आवश्यकता के लिए ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से बनाया गया था, रिपल (Ripple) का मुख्य फोकस अपने ग्राहकों को आसान, तेज़, पारदर्शी और सस्ता वित्तीय समाधान प्रदान करना है|
टीथर एक स्थिर क्रिप्टोकरेंसी है जिसे एथेरियम और बिटकॉइन ब्लॉकचेन पर होस्ट किया जाता है। यह बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरह अस्थिर नहीं है, यह डॉलर और यूरो द्वारा समर्थित है। टीथर का मूल्य भी डॉलर और यूरो के समान ही काल्पनिक है। अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में टीथर की कीमत अधिक सुसंगत है, लोग इसकी स्थिरता के लिए टीथर को पसंद करते हैं।
बिनेंसकॉइन
बिनेंस सिक्का एक क्रिप्टोकुरेंसी है जिसे बिनेंस एक्सचेंज द्वारा लॉन्च किया गया था। इसे लॉन्च क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान करने के बाद यह पहले एथेरियम नेटवर्क का उपयोग कर रहा था, लेकिन जैसे-जैसे इसका उपयोग बढ़ता गया, बिनेंस चेन नाम से अपने स्वयं के ब्लॉकचेन का उपयोग कर रहा है। बिनेंस सिक्का बनाने का तर्क शुरू में था एक रियायती दर पर ट्रेडिंग शुल्क प्रदान करने के लिए एक उपयोगिता टोकन, लेकिन जैसे ही उपयोग में वृद्धि हुई।इसे लेनदेन शुल्क के लिए ऑनलाइन सेवा, यात्रा बुकिंग, मनोरंजन आदि के लिए अधिक उपयोग किया गया।
टेरा
टेरा जिसे ओपन-सोर्स ब्लॉकचैन प्रोटोकॉल के रूप में भी जाना जाता है, टेरा को फिएट मुद्रा उदाहरण (डॉलर या यूरो) की कीमत को ट्रैक करने के लिए बनाया गया है, टेरा प्रोटोकॉल में दो क्रिप्टोकुरेंसी टोकन होते हैं जो (टेरा और लूना) हैं, जिसमें टेरा चेक करता है एक फिएट मुद्रा की कीमत और लूना मुख्य रूप से ब्लॉकचेन उद्देश्य के लिए उपयोग की जाती है|
सोलाना
सोलाना का आविष्कार विकेंद्रीकृत अनुप्रयोगों को सशक्त बनाने के लिए किया गया था। यह यूनीक हाइब्रिड प्रूफ-ऑफ-स्टेक और प्रूफ-ऑफ-हिस्ट्री मैकेनिज्म पर चलता है। ये तंत्र सभी काम जल्द से जल्द करने में सक्षम हैं। यानी यह अपने प्रतिस्पर्धी एथेरियम की तुलना में कम लेनदेन शुल्क पर प्रति सेकंड कई लेनदेन कर सकता है।
कार्डानो
कार्डानो को एथेरियम के संस्थापक द्वारा स्केलेबिलिटी, सिस्टम या सॉफ्टवेयर की जानकारी का आदान-प्रदान करने की क्षमता और क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म पर स्थिरता को हल करने के लिए लॉन्च किया गया था। कार्डानो के मालिक ने इसे एथेरियम उदाहरण के उन्नत संस्करण के रूप में विकसित किया है । एथेरियम, कार्डानो कनेक्टेड और विकेन्द्रीकृत प्रणाली के लिए निर्मित हैं, दोनों का उपयोग समान प्रकार के अनुप्रयोगों और स्मार्ट अनुबंधों के लिए किया जाता है।
पोल्का डॉट
पोल्का डॉट सन 2016 में स्थापित हुआ था। यह एक Unique Blockchain Interoperability Protocol है जिसका आविष्कार विभिन्न Blockchain को जोडने के लिये किया गया था। इसकी सहायता और सुरक्षा की सहायता से Developers अपने खुद के Chain बना सकते है|
Bitcoin-Ether नुकसान में, स्टेबलकॉइंस ने कमाया मुनाफा, जानें कैसा है क्रिप्टो मार्केट का हाल
अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों पर बिटकॉइन ने थोड़ी बड़ी गिरावट दर्ज की. यह 24,088 डॉलर (लगभग 19 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा था.
3.88 फीसदी के नुकसान के साथ ETH की कीमत वर्तमान में 2,055 डॉलर (लगभग 1.63 लाख रुपये) है.क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान
खास बातें
- शीबा इनु, पॉलीगॉन, यूनिस्वैप, लाइटकॉइन, चेनलिंक को भी नुकसान
- बिनेंस USD, USD कॉइन और टीथर ने कमाया थोड़ा मुनाफा
- डॉजकॉइन, बिनेंस कॉइन और रिपल भी फायदे में
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की कीमतों में अस्थिरता का दौर जारी है. दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) ने मंगलवार को 1.37 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार शुरू किया. भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार बिटकॉइन की कीमत 25,837 डॉलर (लगभग 20 लाख रुपये) है. अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों पर बिटकॉइन ने थोड़ी बड़ी गिरावट दर्ज की. Binance और CoinMarketCap के अनुसार 3.31 फीसदी की गिरावट के साथ बिटकॉइन 24,088 डॉलर (लगभग 19 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा था.
दुनिया की दूसरी सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी ईथर (Ether) भी बिटकॉइन की राह पर चलती हुई दिखाई दी. गैजेट्स 360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, 3.88 फीसदी के नुकसान के साथ ETH की कीमत वर्तमान में 2,055 डॉलर (लगभग 1.63 लाख रुपये) है.
शीबा इनु, पॉलीगॉन, यूनिस्वैप, लाइटकॉइन, चेनलिंक और कॉसमॉस को भी नुकसान हुआ है. हालांकि बिनेंस USD, USD कॉइन और टीथर जैसे स्टेबलकॉइन थोड़ा मुनाफा देखने में कामयाब रहे हैं. डॉजकॉइन, बिनेंस कॉइन और रिपल को भी मामूली फायदा हुआ है. CoinMarketCap के अनुसार, ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप वर्तमान में 1.14 ट्रिलियन डॉलर है, जो पिछले दिन की तुलना में 3.30 फीसदी कम है.
सोमवार को देश ने 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया, क्रिप्टो कम्युनिटी के अंदरुनी सूत्रों ने सरकार और देश के लोगों से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिमाग खुला रखने का अनुरोध किया. गैजेट्स 360 से बात करते हुए Unocoin के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक और क्रिप्टो-फोकस्ड फिनटेक फर्म GoSats के मौजूदा प्रमुख रोशन मोहम्मद ने कहा कि वह देश में सकारात्मक नियमों का मसौदा तैयार करने के लिए नियामकों में विश्वास करते हैं.
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार तेजी से बढ़ा है. भारत में पिछले वर्ष सात प्रतिशत से अधिक लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी के तौर पर डिजिटल करेंसी थी. संयुक्त राष्ट्र की ट्रेड से जुड़ी संस्था UNCTAD के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान विकासशील देशों सहित दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल बढ़ा है. हालांकि, इस सेगमेंट में टैक्स की चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी समस्याएं भी हैं.
बीते दिनों UNCTAD ने पिछले वर्ष डिजिटल करेंसीज रखने वाले टॉप 20 देशों का डेटा जारी किया है. इसमें यूक्रेन पहले स्थान पर है. यूक्रेन की लगभग 12.7 प्रतिशत जनसंख्या के पास डिजिटल करेंसी थी. भारत इस लिस्ट में सातवें पायदान पर है. हालांकि, UNCTAD का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसीज एक अस्थिर फाइनेंशियल एसेट है और इससे सामाजिक जोखिमों के साथ ही वित्तीय नुकसान भी हो सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी से करते हैं कमाई तो हो जाएं सावधान, ऐसे हुआ करोड़ों का नुकसान
बीते एक हफ्ते की बात करें तो दुनिया की टॉप 50 क्रिप्टो में से 8 करेंसी ऐसी हैं, जिनमें 10 फीसदी या उससे ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Neeraj Patel
Updated on: Nov 23, 2022 | 12:35 PM
भले ही आज क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrencies Market) में तेजी देखने को मिल रही हो, लेकिन बीते कुछ दिन क्रिप्टो मार्केट के लिए अच्छे नहीं रहे हैं. जब से एफटीएक्स मामला (FTX Case) सामने आया है, जब से इस मार्केट में काफी गिरावट आ चुकी है. बीते एक हफ्ते की बात करें तो दुनिया की टॉप 50 क्रिप्टो में से 8 करेंसी ऐसी हैं, जिनमें 10 फीसदी या उससे ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है. इस लिस्ट में पोल्काडॉट, यूनिस्वैप और सोलाना जैसे टोकंस के भी नाम है. वैसे आज क्रिप्टो मार्केट 4 फीसदी से ज्यादा की उछाल के साथ कारोबार कर रहा है और बिटकॉइन, इथेरियम बीएनबी जैसी वर्चुअल करेंसी 5 फीसदी से ज्यादा के उछाल के साथ कारोबार कर रही है.
बीते एक हफ्ते में इन करेंसी डुबाया निवेशकों का रुपया
क्रिप्टो का नाम | मौजूदा कीमत (डॉलर में) | एक हफ्ते में गिरावट (फीसदी में) |
पोल्काडॉट | 5.41 | 10 |
यूनीस्वैप | 5.46 | 12.96 |
सोलाना | 13.03 | 9.84 |
एल्गोरैंड | 0.244 | 15.96 |
क्रोनोस | 0.06556 | 10.44 |
नियर प्रोटोकोल | 1.64 | 17.52 |
चिलिज | 0.183 | 21.59 |
चेन | 0.04202 | 10.54 |
दुनिया की बड़ी क्रिप्टोकरेंसी का हाल
अगर बात दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की करें तो बिटकॉइन के दाम में आज करीब 5 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है, जिसकी वजह से दाम 16,480 डॉलर पर आ गए हैं. जबकि बीते एक हफ्ते में 2.07 फीसदी टूटा है. इथेरियम के दाम में भी 6 फीसदी से ज्यादा की तेजी बनी हुई है, लेकिन एक हफ्ते में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट है. बीएचबी फाइनेंस में 7 फीसदी का इजाफा देखने को मिल रहा है और बीते एक सप्ताह में यह करेंसी करीब 2 फीसदी नीचे आ चुकी है.
डॉगेकॉइन में अच्छी शाइन देखने को मिल रही है और 8 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 0.08137 डॉलर पर कारोबार कर रहा है. वैसे एक सप्ताह में इसमें करीब 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट है. लाइट कॉइन बाकी टोकन के मुकाबले अच्छा रिकवर हुआ है. आज इस करेंसी में 28.32 फीसदी की तेजी आई हुई है और बीते एक सप्ताह में 33.55 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है.
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में 4.60 फीसदी की तेजी
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ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की बात करें तो इसमें बीते 24 घंटों में 4.60 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. जिसकी वजह से ग्लोबल क्रिटोकरेंसी मार्केट कैप 820.14 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. कुछ दिनों में ग्लोबल क्रिप्टोमार्केट में बड़ी गिरावट देखने को मिली है और यह आंकड़ां एक ट्रिलियन डॉलर से नीचे आ गया है. जबकि साल भर पहले ग्लोबल क्रिप्टोमार्केट कैप 2 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा हो गया था.