निवेश स्थल

मंत्री ने कहा कि सरकार इस्पात क्षेत्र, सेमीकंडक्टर क्षेत्र, मोबाइल एवं बैटरी क्षेत्र जैसे कुछ विशेष क्षेत्रों पर खास ध्यन दे रही है जिन पर पहले ध्यान नहीं दिया गया था। गोयल ने कहा कि अकेले सेमीकंडक्टर उद्योग के लिये 76 हजार करोड़ रूपये की योजना रखी गई है। उन्होंने कहा कि हम देश में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को प्रोत्साहित कर रहे हैं तब इसके लिये बैटरी की जरूरत होगी और बैटरी विनिर्माण एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर अगर आज कदम नहीं उठाया गया तब विदेशों पर निर्भर रहना पड़ेगा।वाणिज्य मंत्री ने कहा, '' ऐसे में सरकार ने 14 क्षेत्रों को उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत 2 लाख करोड़ रूपये का लाभ देने का निर्णय किया है।’
मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न
"एफ.डी.आई. भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है, साथ ही वित्तीय स्थिरता, विकास और संवृद्धि की एक निश्चित अवस्था प्राप्त करने में भी मदद करता है।" इस वक्तव्य के संदर्भ में विभिन्न सरकारी पहलों की चर्चा कीजिये।
उत्तर की रूपरेखा:
- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से उत्पन्न प्रमुख लाभ और लाभान्वित हुए प्रमुख क्षेत्रों की चर्चा।
- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के क्षेत्र में सरकार द्वारा उठाए गए क़दमों की चर्चा करें।
- निष्कर्ष।
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के बढ़ने से भारत के आर्थिक विकास को बल मिला है। इस संदर्भ में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
- पूंजी प्रवाह में वृद्धि
- बेहतर प्रौद्योगिकी
- प्रबंधन विशेषज्ञता
- अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों तक पहुँच
Investment Opportunities In India भारत निवेश के सर्वश्रेष्ठ अवसर देता है: पीयूष गोयल
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सेन फ्रांसिस्को: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत को सर्वश्रेष्ठ निवेश स्थल बताते हुए कहा कि यह भारत और अमेरिका के पारस्परिक हितों के क्षेत्रों में सहयोग और सरोकार के लिए उपयुक्त समय है। यहां अमेरिका और भारत के उद्योग जगत के अगुआओं को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि दोनों देश वैश्विक सुरक्षा, स्थिरता और जुझारू आपूर्ति श्रृंखलाओं को बढ़ावा दे सकते हैं।
अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी फोरम (यूएसआईएसपीएफ) को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा, ‘‘भारत-अमेरिकी संबंध से अनेक प्रतिस्पर्धी लाभ मिल सकते हैं। हमारी आपूर्ति श्रृंखला का जुझारुपन, अमेरिका को भारत ने जिस प्रकार की प्रतिभाएं दी हैं और अमेरिका ने भारत को जो निवेश दिए हैं, ये सब कारोबार की दृष्टि से बहुत अच्छा है।”
जम्मू-कश्मीर को सबसे खूबसूरत निवेश स्थल बनाएंगे, शिखर सम्मेलन में एलजी मनोज सिन्हा खाड़ी देशों के निवेश
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में व्यवसायों के लिए "वैश्विक मानक एंड-टू-एंड सुविधाओं" का वादा किया। श्रीनगर में एसकेआईसीसी में खाड़ी देशों के निवेश शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए, सिन्हा ने कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) कंपनियों के आर्थिक सहयोग के लिए "इस स्वर्ग निवेश स्थल को दुनिया में सबसे खूबसूरत निवेश गंतव्य के रूप में" बनाने के लिए गुंजाइश पर प्रकाश डाला था।
शिखर सम्मेलन का उद्देश्य विदेशी व्यापार प्रतिनिधियों को केंद्र शासित प्रदेश में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए एक मंच प्रदान करना था। उन्होंने कहा कि शीर्ष कंपनियों के सीईओ, उद्यमियों, स्टार्ट-अप प्रतिनिधियों, जम्मू-कश्मीर में निर्यातकों की यात्रा एक अभिव्यक्ति थी। जम्मू-कश्मीर और खाड़ी देशों के बीच व्यापार सहयोग की संभावना में उद्योग जगत के नेताओं का विश्वास।
पारदर्शी व्यवस्था, परिणामोन्मुखी निवेश स्थल प्रशासन से दुनिया में भारत 'मजबूत निवेश स्थल’ बना:Piyush Goyal
नई दिल्ली: वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि विरासत में मिली 'कमजोर मुद्रा एवं अर्थव्यवस्था’ को पीछे छोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार ने सात वर्ष में पारदर्शी व्यवस्था, परिणामोन्मुखी प्रशासन, भेदभाव रहित कार्यक्रमों तथा नवोन्मेषी वित्त पोषण का मॉडल तैयार किया है जिससे दुनिया में भारत एक 'मजबूत आर्थिक एवं निवेश स्थल’ के रूप में उभरा है । लोकसभा में 'वर्ष 2022-23 के लिए वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों पर चर्चा’ का जवाब देते हुए वाणिज्य मंत्री गोयल ने निवेश स्थल कहा कि वर्ष 2014 में जब सरकार आई तो अर्थव्यवस्था लगातार कमजोर हो रही थी, विदेशी मुद्रा की स्थिति गंभीर थी, लोग निवेश करने में संकोच करते थे तथा छोटे बड़े उद्यमियों को कारोबार को लेकर शंकाएं थीं।
निवेश आकर्षित निवेश स्थल करने में प्रथम स्थान पर कायम: देशपांडे
बेंगलूरु. राज्य के वृहद व मध्यम उद्योग मंत्री आरवी देशपांडे ने दावा किया कि औद्योगिक निवेश आकर्षित करने के मामले में कर्नाटक ने देश में अपना प्रथम स्थान कायम रखा है। राज्य ने देश में कुल निवेश इरादों का 44.3 फीसदी प्राप्त किया है सितंबर 2017 तक राज्य में कुल 1 लाख 47 हजार 625 करोड़ रुपए प्रस्ताव मिले हैं।
देशपांडे ने गुरुवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि डीआईपीपी के एसआईए सूचकांक के मुताबिक पिछले दो दशक में आर्थिक व प्रशासनिक सुधार लागू करने से कर्नाटक वैश्विक बाजार आधारित अर्थव्यवस्था में एक निवेश आकर्षित करने वाली अर्थव्यवस्था में तब्दील हो गया है और अब इसे वैश्विक स्तर पर अत्यंत आकर्षक निवेश स्थल के तौर पर पहचाना जाता है।