विकल्प के प्रकार

दूसरी ओर, दीर्घकालिक व्यापार उन लोगों के लिए हैं जिन्हें आप अपने हाथों पर कुछ समय देना चाहते हैं और कहानी को प्रकट करना चाहते हैं। लॉन्ग टर्म ट्रेड्स कम दिनों से विकल्प के प्रकार लेकर कई महीनों तक रह सकते हैं।
सादृश्यता परीक्षण शार्ट ट्रिक
सादृश्यता (analogy) का अर्थ समानता होता है. सादृश्यता परीक्षण का उद्देश्य वस्तुओं के बीच समानता या उनमें अन्तर्निहित आन्तरिक संबंधों को समझने एवं विश्लेषण करने की योग्यता को परखना होता है.
इससे संबंधित प्रश्न विभिन्न तत्वों, वस्तुओं, घटनाओं, क्रियाओं इत्यादि के अंतर्संबंधों को समझने और परखने की योग्यता की जांच के लिए होते हैं. यद्यपि ऐसे प्रश्न आसान प्रतीत होते हैं, किन्तु थोड़ी भी असावधानी पर गलत होने की सम्भावना बनी रहती है. अतः ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय पूरी सावधानी बरतनी चाहिए.
सादृश्यता पर प्रश्न प्रत्येक प्रकार के संबंधों पर भी आधारित होते हैं जो हम सोचते हैं या जिसे हम अपने दैनिक जीवन में पाते हैं. ये प्रश्न सामान्यतः अंक, अक्षर तथा शब्द पर आधारित होते हैं. अक्षरों पर आधारित प्रश्नों को हल करने के लिए अंग्रेजी वर्णमाला के प्रत्येक अक्षरों का क्रमांक (बायीं ओर से और दायीं ओर से) याद रखनी चाहिए.
साधित उदाहरण (Solved Examples)
हल (2): जिस प्रकार अक्षर ‘b’ का उच्चारण ‘doubt’ शब्द में नहीं किया जाता है, उसी प्रकार अक्षर ‘h’ का उच्चारण शब्द honest में नहीं किया जाता है.
- झूठ
- विश्वासघात
- बेईमानी
- सत्य
हल (2): जिस प्रकार ‘प्रवेश’ का विपरीत ‘निर्गम’ होता है, उसी प्रकार ‘निष्ठा’ का विपरीत ‘विश्वासघात’ होता है.
- HEART : TRAHE विकल्प के प्रकार
- OPENS : SNEOP
- RISKY : IRSYK
- FIRST : IFRST
हल (3): जिस प्रकार प्रश्न में दिए ‘OFTEN’ के अक्षरों का स्थानान्तरण ‘FOTNE’ में होता है, ठीक उसी प्रकार केवल उत्तर विकल्प ‘3’ में ‘RISKY’ के अक्षरों का स्थानान्तरण ‘IRSYK’ के अक्षरों में होता है.
जिस प्रकार, O1 F2 T3 E4 N5 ⇒ F2 O1 T3 N5 E4
उसी प्रकार, R1 I2 S3 K4 Y5 ⇒ I2 R1 S3 Y5 K4
#1 होम लोन (Home Loan)
घर खरीदने या बनाने के लिए ज़्यादातर लोगों को लोन लेना पड़ता है| होम लोन की ब्याज दर दूसरे लोन के मुकाबले कम भी होती है|
होम लोन के भुगतान पर आपको टैक्स बेनिफिट भी मिलते हैं| होम लोन लेते समय इन कुछ बातों का भी ख्याल रखें| इस पोस्ट में आप भारतीय स्टेट बैंक से मिलने वाले विभिन्न होम लोन के बारे में जान सकते हैं|
होम लोन पर आप प्रधान मंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत ब्याज पर सब्सिडी (subsidy) भी पा सकते हैं|
#2 पर्सनल लोन (Personal Loan)
पर्सनल लोन एक असुरक्षित (Unsecured) लोन होता है| इसीलिए ब्याज दर भी ज्यादा होती है| परन्तु यह लोन आपको काफी जल्दी मिल सकता है| पर हाँ, लोन देने से पहले बैंक आपकी आय और क्रेडिट स्कोर अवश्य चेक करेगा| अगर क्रेडिट स्कोर या CIBIL स्कोर कम है, तो शायद आपको लोन नहीं मिलेगा|
पर्सनल लोन के बारे में पूरी जानकारी पाने के लिए इस पोस्ट को पढ़ें|
#3 इंश्योरेंस पालिसी से लोन (Loan against Insurance Policy)
अगर आपने पारंपरिक जीवन बीमा प्लान लिया है, तो आप उस पालिसी की सहायता से भी लोन ले सकते हैं| ध्यान दें यह लोन आपको टर्म प्लान और यूलिप (ULIP) पर नहीं मिलेगा| केवल ट्रेडिशनल लाइफ इंश्योरेंस प्लान (पारंपरिक जीवन बीमा प्लान) पर ही मिलेगा|
क्योंकि आप अपनी पालिसी से ही लोन लें रहे हैं, आपको लोन आसानी से मिल जाना चाहिए| मैंने एक दूसरी पोस्ट में चर्चा करी है की कैसे आप अपनी एलआईसी पालिसी से लोन ले सकते हैं|
बाइनरी विकल्प प्रकार
जैसा कि नाम से ही पता चलता है, विकल्प के प्रकार द्विआधारी होते हैं अर्थात वे जोड़े में जाते हैं। सेवा मेरे इसे और भी स्पष्ट करें, इसका मतलब है कि केवल दो संभावित परिणाम हैं।
हम सभी (सबसे आम) द्विआधारी विकल्प प्रकारों पर एक नज़र डालेंगे और आपके लिए सब कुछ स्पष्ट कर देंगे।
कम ऊँची
उच्च / निम्न विकल्प द्विआधारी विकल्प का सबसे अक्सर उपयोग किया जाने वाला प्रकार है जिसे आप सभी प्लेटफार्मों पर पा सकते हैं।
मूल रूप से, इस विकल्प का चयन करते समय आपको क्या करने की आवश्यकता है कि क्या परिसंपत्ति की मौजूदा कीमत की तुलना विकल्प के प्रकार में समाप्ति अवधि के अंत तक एक निश्चित संपत्ति की कीमत ऊपर या नीचे जाएगी।
निर्णयन का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, महत्व एवं प्रक्रिया
निर्णयन का शाब्दिक अर्थ, किसी निष्कर्ष पर पहुचने से लगाया जाता है। व्यवसाय में प्रवर्तन से समापन तक निर्णय ही लेने पड़ते हैं। प्रबन्धकों को उपलब्ध विभिन्न विकल्पों में से श्रेष्ठतम विकल्प का चयन करना पड़ता है जिससे न्यूनतम लागत पर, कम समय में, कुशलतापूर्वक कार्यों को सम्पन्न किया जा सके। पीटर एफ. ड्रकर के शब्दों में, ‘‘एक प्रबन्धक जो भी क्रिया करता है वह निर्णय पर आधारित होती है।उसे निर्णय लेकर ही अपने कर्तव्यों का निष्पादन करना पड़ता है। कब व्यवसाय प्रारम्भ करें? कितने लोगों को काम पर लगायें? किस वस्तु का उत्पादन करें? कच्चा माल कहॉं से क्रय करें? निर्मित माल की बिक्री कहाँ करें? आदि निर्णयन ही तो है।
- आर.एस.डाबर के शब्दों में ‘‘निर्णयन को दो या अधिक विकल्पों में से एक आचरण विकल्प का किसी सिद्धान्त के आधार पर चुनाव करने के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।निर्णय लेने का आशय काम समाप्त करना या व्यावहारिक भाषा में किसी निष्कर्ष पर पहुँचना ।
- कून्टज एवं ओडोनेल के अनुसार, ‘‘शब्दों एक क्रिया को करने के विभिन्न विकल्पों में से किसी एक का वास्तविक चयन है। यह नियोजन की आत्मा है।’’
- जी.एल.एस. शेकैल के अनुसार, ‘‘निणर्य लेना रचनात्मक मानसिक क्रिया का वह केन्द्र बिन्दु होता है जहॉं ज्ञान विचार भावना तथा कल्पना कार्यपूर्ति के लिए एकत्र किये जाते हैं।
- अर्नेस्ट डेल - ‘‘प्रबधंकीय निर्णयों से आशय उन निर्णयों से है जो प्रबंध संबंधी प्रत्येक क्रिया नियोजन, संगठन, स्टाकिंग, नियंत्रण, नव प्रवर्तन तथा प्रतिनिधित्व करना आदि के निश्पादन के लिए आवश्यक होते हैं।’’
- जार्ज टैटी - ‘‘निर्णयन मापदण्डों पर आधारित दो या दो से अधिक संभावित विकल्पों में से किसी एक विकल्प का चयन है।’’
- हर्बर्ट साइमन - ‘‘निर्णयन के अन्तर्गत तीन प्रमुख अवस्थायें समाहित होती हैं - कार्य करने के अवसरों का पता लगाना, कार्य के सम्भावित क्रमों का पता लगाना तथा कार्य के सम्भावित क्रमों में से चयन करना।
- हाज एवं जॉनसन -’’उपलब्ध विभिन्न विकल्पों में से एक विशेष विकल्प का चयन करना ही निर्णयन कहलाता है।’’
निर्णयन के प्रकार
- प्रमुख व गौण निर्णय
- अनियोजित एवं नियोजित निर्णय
- संगठनात्मक एवं व्यक्तिगत निर्णय
- नैतिक एवं व्यूह रचना संबंधी निर्णय
- व्यक्तिगत एवं सामूहिक निर्णय
- नीति विषयक निर्णय एवं संचालन संबंधी निर्णय
प्रमुख व गौण निर्णय -
जब किसी महत्वपूर्ण विष्ज्ञय पर निणर्य लिये जाते हैं तो इसे प्रमुख निर्णय कहते हैं। इसे आधारभूत निर्णय या महत्वपूर्ण निर्णय भी कहते हैं। भूमि क्रय करना, संयंत्र क्रय करना, वस्तु का मूल्य निर्धारित करना आदि निर्णय इस वर्ग में आते हैं। ऐसे निर्णयों के लिये अत्यधिक सावधानी की आवश्यकता होती है। जब सामान्य मामलों के संबंध में निर्णय लिये जाते हैं जिसके लिए अधिक सोच विचार करने की आवश्यकता नहीं होती है तो ऐसे निर्णयों को गौण निर्णय कहते हैं। इनमें स्टेशनरी क्रय करना, फोन के बिलों का भुगतान करना आदि आते हैं।
निर्णयन का महत्व
सभी क्षेत्रों में निर्णयन की आवश्यकता पड़ती है। प्रत्येक परिस्थिति में प्रबंधकों द्वारा लिये गये निर्णय सही होने चाहिए तथा जिस उद्देश्य की पूर्ति हेतु निर्णय लिये गये हैं उनकी पूर्ति होनी चाहिए। एक गलत निर्णय जीवन को संकट में ला सकता है। सही निर्णयन क्षमता ही व्यावसायिक सफलता का आधार होती है। लिये गये सटीक निर्णय प्रगति के पथ पर ले जाते हैं ।
- समस्या को परिभाषित करना
- समस्या का विश्लेषण करना
- वैकल्पिक हलों पर विचार करना
- सर्वश्रेष्ठ विकल्प का चयन करना
समस्या को परिभाषित करना -
निर्णयन का प्रथम चरण समस्या को परिभाषित करना है। समस्या की प्रकृति कैसी है? इसका स्वरूप कैसा है? यह कितनी मात्रा में संगठन को प्रभावित करती है? आदि प्रमुख बिन्दु पर विचार किया जाता है। समस्या को परिभाषित करना ठीक उसी प्रकार है जिस प्रकार किसी बीमारी को पता लगाने हेतु चिकित्सकीय परीक्षण किये जाते हैं और बीमारी का सही सही पता लगाया जाता है। इसके पश्चात ही बीमारी के उपचार हेतु औषधि दी जाती है। इसी प्रकार निर्णयन के प्रथम चरण में समस्या को सुपरिभाषित किया जाता है जिससे समस्या के सम्बन्ध में सही सही निर्णय लिये जा सकें।
#6 पीपीएफ खाते से लोन (PPF Loan)
अगर आपके पास पीपीएफ खाता है, तो आप अपने पीपीएफ खाते से भी लोन ले सकते हैं| ध्यान दें आप अपनी जमा राशि के कुछ हिस्से का ही लोन ले सकते हैं| आप तीसरे से छठे साल तक ही लोन सकते हैं| तो बहुत सारे बंधन हैं पीपीएफ लोन में|
आप पीपीएफ खाते से लोन के बार में अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट को पढ़ सकते हैं|
अगर आपको उच्च शिक्षा के लिए पैसे की ज़रुरत है, तो आप शिक्षा लोन या एजुकेशन लोन ले सकते हैं| शिक्षा लोन पर ब्याज दर भी कम होती है और शिक्षा लोन के भुगतान पर आपको टैक्स बेनिफिट भी मिलते हैं|
पढाई के दौरान आपको ब्याज चुकाने की आवश्यकता भी नहीं है| पढाई पूरी होने के बाद आप लोन का भुगतान शुरू कर सकते हैं|
SBI एजुकेशन लोन के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट को पढ़ें|
#9 Loan against Securities
यहाँ अगर आपके पास शेयर, बांड या म्यूच्यूअल फण्ड यूनिट्स हैं, उनको प्लेज (pledge) करके भी आप लोन ले सकते हैं| आपको आपकी सिक्योरिटीज (securities) के मूल्य के 50-60% राशि का लोन ही मिलेगा|
ध्यान दें अगर आपके शेयर का मूल्य गिरने लगा, तो बैंक आपके निवेश को बेच कर अपना पैसा वसूल सकता है| और हाँ, लोन का भुगतान करने से पहले आप अपने निवेश को बेच नहीं सकते|
मेरे अनुसार इस तरह का लोन लेना बेवकूफी है| बेहतर होगा की आप अपने निवेश को बेच कर पैसे का इस्तेमाल करें| अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट (अंग्रेजी) में पढ़ें|
#10 Peer-to-Peer loan (P2P loan)
अगर कहीं लोन की बात नहीं बनी, तो P2P लोन आपका आखिरी विकल्प हो सकता है| P2P लोन में आप किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से पैसा नहीं लेते| परन्तु आप अपने जैसे ही किसी व्यक्ति से उधार लेते हैं|
बहुत सारी वेबसाइट हैं जहाँ पर जा कर आप ऐसे लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं| लोन की ब्याज दर काफी ज्यादा होती है| अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट (अंग्रेजी) को पढ़ें|