मुद्रा संकट के उदाहरण

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अमेरिकी डॉलर को रौंद रही रूस-चीन मुद्रा संकट के उदाहरण की स्ट्रैटजी: पुतिन ने सस्ता तेल बेचा, जिनपिंग ने सस्ता कर्ज बांटा; भारत भी अहम किरदार
24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करते ही रूस पर प्रतिबंधों की बाढ़ आ गई। अमेरिकी डॉलर में कारोबार न कर पाने का संकट खड़ा हो गया। रूसी करेंसी रूबल की वैल्यू धड़ाम हो गई। रूस की इकोनॉमी तबाह होने की भविष्यवाणियां होने लगीं, लेकिन पुतिन तो जैसे इसी मौके के इंतजार में थे। उन्होंने जिनपिंग के साथ एक ऐसी स्ट्रैटजी को एक्टिवेट कर दिया, जिसकी तैयारी दोनों पिछले कई सालों से कर रहे थे। ये स्ट्रैटजी दुनिया से अमेरिका डॉलर के दबदबे को खत्म कर सकती है।
भास्कर एक्सप्लेनर में हम रूस-चीन की उसी स्ट्रैटजी को आसान भाषा में जानेंगे, लेकिन उससे पहले 2 सवालों के जवाब जान लेना जरूरी है.
सवाल- 1: अमेरिकी मुद्रा संकट के उदाहरण डॉलर दुनिया की सबसे मजबूत करेंसी कैसे बन गई?
Sri Lanka Crisis: इन 5 कारणों से 'सोने की लंका' कंगाल, महंगाई ले रही है जान
- नई दिल्ली,
- 21 मार्च 2022,
- (अपडेटेड 21 मार्च 2022, 5:20 PM मुद्रा संकट के उदाहरण IST)
- दिवालिया होने की कगार पर पहुंचा मुद्रा संकट के उदाहरण श्रीलंका
- रिकॉर्ड लेवल पर विदेशी कर्ज, जरूरी चीजों की किल्लत
पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) इन दिनों मुश्किल आर्थिक हालातों से जूझ रहा है. स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि खाने-पीने की जरूरी चीजों की भी किल्लत हो चुकी है. यही हाल डीजल-पेट्रोल (Diesel-Petrol) को लेकर भी है. यहां तक कि सरकार के सामने आर्थिक आपातकाल (Economic Emergency) लगाने के साथ ही खाने-पीने की चीजें बांटने के लिए आर्मी लगाने की नौबत आ गई है. श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) समाप्त होने की कगार पर है और करेंसी (Sri Lankan Rupees) की वैल्यू रिकॉर्ड निचले स्तर पर है. आइए पांच प्वाइंट में जानते हैं कि 'सोने की लंका' का इतना बुरा हाल कैसे हो गया.
श्रीलंका के आर्थिक संकट से सबक
हम उम्मीद करें कि हमारे ऐसे राज्य जो लोकलुभावन योजनाओं व ढेर सारी रियायतों के प्रतीक बन गए हैं, वे सबसे बुरे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे श्रीलंका से सबक लेंगे। साथ ही केंद्र सरकार भी किसी नई लोकलुभावन व मुफ्त की सौगातों की योजनाओं पर ध्यान मुद्रा संकट के उदाहरण नहीं देगी…
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वरिष्ठ नौकरशाहों की बैठक में शामिल उच्च अधिकारियों ने देश में कई राज्यों द्वारा घोषित मुद्रा संकट के उदाहरण अति लोकलुभावन योजनाओं और ढेर सारी मुफ्त रियायतों पर चिंताएं जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी योजनाएं और रियायतें आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं हैं। ये लोकलुभावन योजनाएं और रियायतें कई राज्यों को श्रीलंका की तरह आर्थिक मुश्किलों के रास्ते पर ले जा सकती हैं। गौरतलब है कि श्रीलंका में पिछले कुछ समय से लागू की गई लोकलुभावन योजनाओं, करों में भारी कटौती और बढ़ते कर्ज ने श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को सबसे बुरे दौर में पहुंचा दिया है। 2018 में वैट की दर 15 फीसदी से घटाकर 8 फीसदी की गई और विभिन्न वर्गों को दी गई अभूतपूर्व सुविधाओं व छूटों के कारण श्रीलंका दर्दनाक मंदी और चीन के ऋण जाल में फंस गया है। श्रीलंका में इस साल महंगाई दर एक दशक में अपने सर्वाधिक स्तर पर पहुंच चुकी है। आर्थिक तंगी के खिलाफ तेज होते विरोध प्रदर्शनों के बीच सरकार ने एक अप्रैल को श्रीलंका में आपातकाल लागू किया है। श्रीलंका की विपक्षी पार्टियों के द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास मुद्रा संकट के उदाहरण प्रस्ताव और राष्ट्रपति पर महाभियोग की तैयारी की घोषणा की गई है।
______ एक स्थिति है जहाँ एक सक्षम अधिकार क्षेत्र का न्यायालय एक व्यक्ति अथवा अन्य संस्था को दिवालिया घोषित कर चुका हो और इसके निपटान एवं ऋणदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए उपर्युक्त आदेश पारित कर चुका मुद्रा संकट के उदाहरण हो।
Key Points
- दिवालियापन:
- यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें सक्षम क्षेत्राधिकार की अदालत ने किसी व्यक्ति या अन्य संस्था को दिवालिया घोषित कर दिया है, इसे हल करने मुद्रा संकट के उदाहरण और लेनदारों के अधिकारों की रक्षा के लिए मुद्रा संकट के उदाहरण उचित आदेश पारित कर दिया है। अत: विकल्प 1 सही है।
Additional Information
हाइलाइट्स
विश्व मुद्रा भंडार रिकॉर्ड 1 ट्रिलियन डॉलर घट गया है.
अब 7.8% घटकर 12 ट्रिलियन डॉलर रह गया है.
यह उभरती अर्थव्यवस्थाओं के सामने बड़ी समस्या है.
नई दिल्ली. दुनिया भर में ग्लोबल फॉरेन करेंसी रिजर्व में काफी तेजी से गिरावट आ रही है. इस वजह से उभरती एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के सामने बड़ी समस्या खड़ी होती जा रही है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल विश्व मुद्रा भंडार रिकॉर्ड 1 ट्रिलियन डॉलर घट गया है. विश्व मुद्रा भंडार लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर या 7.8% घटकर 12 ट्रिलियन डॉलर रह गया है. यह 2003 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है.
विश्व मुद्रा भंडार में गिरावट की सबसे बड़ी वजह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बाकी देशों की करेंसी का कमजोर होना है. हाल ही में डॉलर अन्य रिजर्व करेंसी जैसे यूरो और येन के मुकाबले दो दशक मुद्रा संकट के उदाहरण के अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है.