शुरुआती के लिए विदेशी मुद्रा पाठ्यक्रम

Dividend क्या होता है?

Dividend क्या होता है?
Mutual fund investments are subject to market risks. Please read the scheme information and other related documents carefully before investing. Past performance is not indicative of future returns. Please consider your specific investment requirements before choosing a fund, or designing a portfolio that suits your needs.

Reliance Industries के शेयर इसी हफ्ते हो जाएंगे एक्स-डिविडेंड, जानिए अहम बातें

पिछले कारोबारी दिन यानी शुक्रवार 12 अगस्त को RILका शेयर BSE पर 42.45 रुपए यानी 1.64 फीसदी की बढ़त के साथ 2,632.65 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था

आम तौर पर किसी निवेशक को डिवीडेंड की पात्रता के लिए एक्स-डिवीडेंड से पहले किसी कंपनी के शेयरों की होल्डिंग रखनी चाहिए

Share market news: मार्केट कैप (बाजार पूंजी) के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) इसी हफ्ते स्टॉक एक्सचेंजों पर एक्स डिविडेंड हो जाएगी। गौरतलब है कि एक्स-डिविडेंड डेट उस डेट को कहा जाता है जिसके पहले शेयर खरीदने वाले को ही डिविडेंड मिलता है। आमतौर उसके अगले दिन रिकॉर्ड डेट होती है। ये भी ध्यान में रखने की बात है कि डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट भी अलग-अलग होती है।

बता दें की RIL ने वित्त वर्ष 2022 के लिए अपने शेयरधारकों को 80 फीसदी डिविडेंड देने का ऐलान किया है। 6 मई को RIL ने वित्त वर्ष 2022 के लिए 10 रुपए फेस वैल्यू के प्रति शेयर पर 8 रुपए डिविडेंड देने का ये ऐलान किया था। मुकेश अंबानी की लीडरशिप वाली कंपनी ने एजीएम (एनुअल जनरल मीटिंग) में घोषित और अनुमोदित होने पर एक सप्ताह के भीतर इस डिविडेंड के भुगतान की योजना बनाई है। बता दें कि पिछले हफ्ते आरआईएल के शेयरों में तेजी देखी गई है।

Dividend होता क्या है | Dividend meaning in hindi

जब भी हम शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते है तो मुख्य रूप से दो तरीके से मुनाफा कमाई कर सकते हैं। पहला तरीका है स्टॉक Dividend क्या होता है? प्राइस बढ़ने के बजह से और दूसरा जो हमें नियमित रूप से मुनाफा कमाई कर सके वो है Dividend। आज हम जानेंगे Dividend क्या है (dividend meaning in hindi), कैसे कंपनी डिविडेंड देती है इससे जुड़ी और भी बाते।

Dividend होता क्या है Dividend meaning in hindi:-

जब भी कोई कंपनी मुनाफा कमाती है तो उस प्रॉफिट का कुछ हिस्सा कंपनी के Board of Director शेयरहोल्डर के बीज वितरण करते Dividend क्या होता है? है। उसी को Dividend कहते हैं। कंपनी डिविडेंड खर्चों को निकालकर बचे हुए पैसों पर Dividend घोषित करता हैं। आम तौर पर वह कंपनी डिविडेंड सबसे ज्यादा देती हे जो बहुत बड़ा मुनाफा कमाते है और पहले से ही स्थिर कंपनी हैं। क्युकी घाटे में चल रही कंपनी वैसे भी Dividend नहीं दे पाएगी। और जो बढ़ती हुई कंपनी होती है वो ज्यादातर अपना प्रॉफिट को अपनी बिज़नस पे ही Dividend क्या होता है? पुनर्निवेश करता हैं। ताकि वो जल्दी से जल्दी अपना बिज़नस को बिस्तार कर सके।

Table of Contents

Dividend का प्रकार (Types of Dividend):-

मुख्य रूप से कंपनी 2 तरह का डिविडेंड घोषणा करता हैं समय के हिसाब से। एक तो है Interim dividend और दूसरा है Final Dividend. दोनों में फर्क बहुत कम हैं।

ये डिविडेंड कंपनी शेयर होल्डर को कभी भी दे सकती हैं. अगर कभी किसी Quarter में कंपनी अच्छी मुनाफा कमाई कर रहा है। तो हो सकता है कंपनी मुनाफा का कुछ हिस्सा शेयरहोल्डर के साथ Interim Dividend के रूप में घोषणा करे। आम तौर पर अर्ध तिमाही या तिमाही रिजल्ट के बाद ही डिविडेंड घोषित होता हैं। इसे देने के लिए AGM (Annual General Meeting) की भी जरुरत नहीं पड़ती।

जैसा की आपको नाम से ही पता लग गया है अंतिम बार मिलने वाला डिविडेंड। Final Dividend किसी भी शेयर होल्डर को तब मिलता है। जब Financial year ख़तम होने के बाद AGM (Annual General Meeting) में ये घोषित किया जाता है सारे ही इक्विटी शेयरहोल्डर को Dividend मिलने वाला हैं। Dividend क्या होता है? मतलब जब कंपनी को उस साल में कितना मुनाफा हुआ ये पता चल जाता है तब कंपनी Final Dividend की घोषणा करता हैं। इस डिविडेंड को कंपनी साल में एक बार ही दे सकती हैं।

Dividend से जुड़ी 4 महत्वपूर्ण दिन:-

हर स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने वाले लोगो डिविडेंड से जुड़ी इस ४ महत्वपूर्ण दिन को जरुर पता होना चाहिए। ताकि अगर आपको किसी शेयर में डिविडेंड मिलना है तो सरलता समझ सके क्या आप Dividend के लिए योग्य हो या नहीं।

  • Declaration Date:- ये वो दिन है जब Board of Director डिविडेंड को मंजूर और घोषणा करते है की इस साल वो कंपनी Dividend पेमेंट करने वाले हैं। इस दिन ही कितने रुपये का डिविडेंड देंगे, कब देगा बताया जाता हैं।
  • Ex- Dividend Date:- रिकॉर्ड दिन के 2 दिन पहले को Ex Dividend Date कहते हैं। जो शेयरहोल्डर इस दिन के बाद शेयर खरीद लेते है उसको डिविडेंड नहीं मिलता हैं। इसका मतलब आपको Dividend चाहिए तो Ex Dividend Date के पहले ही खरीदना चाहिए।
  • Record Date:- इस दिन कंपनी घोषणा करता है की कौन सा शेयरहोल्डर योग्य है और कौन नहीं। जिस भी Shareholder का नाम रिकॉर्ड दिन तक होता है उसे कंपनी Dividend पेमेंट करता ही हैं। अगर कोई निवेशक रिकॉर्ड दिन ही शेयर खरीदता है तो वो डिविडेंड के लिए योग्य नहीं हैं।
  • Payment Date:- इस दिन कंपनी सारे योग्य इन्वेस्टर को Dividend वितरित करता हैं। ज्यादातर पेमेंट दिन AGM(Annual General Meeting) के 30 दिन बाद आता हैं।

Dividend होता क्या है Dividend meaning in hindi

क्या Dividend देना कंपनी के लिए सही है:-

Dividend पेमेंट करना कंपनी के लिए कही ना कही Equity पर असर डालता हैं। जो पहले ही कहा है की डिविडेंड कंपनी के मुनाफा का कुछ हिस्सा होता हैं। देखा जाए तो कंपनी शेयरहोल्डर को dividend ना देके अपने प्रॉफिट से कंपनी को विस्तार करने में लगा सकते हैं। अगर कंपनी डिविडेंड दे रही है Dividend क्या होता है? तो Reserve & Surplus को कम कर रही हैं। जिसकी वजह से Equity कम हो रहा हैं। जब Dividend पेमेंट करती है तब कंपनी के Value के ऊपर कोई भी फर्क नहीं पड़ता लेकिन उसकी शेयर प्राइस पर जरुर पड़ता हैं।

जैसे ही कंपनी डिविडेंड घोषणा करता है तब शेयर प्राइस बढ़ जाता है क्युकी इन्वेस्टर Dividend के लिए इन्वेस्ट करते हैं। जिसकी बजह से शेयर प्राइस बढ़ जाता है। जब Record Date को ये घोषित होता है कौन कौन इसके लिए योग्य हैं। तब इसके बाद शेयर प्राइस में गिरावट भी आ सकता हैं। जो निवेशक Dividend के लिए आए है अब वो इन्वेस्टर इसे बेचना शुरू करते हैं। ऐसा जरूरी नहीं की हर कंपनी के साथ ऐसा ही होगा। लेकिन ज्यादातर ठीक इसी तरह का होता हैं।

Dividend शेयरहोल्डर को कंपनी क्यों देता है:-

डिविडेंड पेमेंट करना कही ना कही कंपनी के लिए रिस्क भी हो सकता है। लेकिन कंपनी शेयरहोल्डर को Dividend देता ही क्यों? क्या कारण है जिसकी वजह से कंपनी डिविडेंड पेमेंट करता है. चलिए जानते हैं।

  • Shareholder को भरोसा दिखना:- Dividend देने का एक मुख्य कारण है शेयरहोल्डर पर कंपनी का भरोसा दिखाने के लिए। ताकि निवेशक लंबे समय तक इनवेस्टेड रहे और लगातार डिविडेंड मिलने की वजह से भविष्य में और ज्यादा इन्वेस्ट करे।
  • कंपनी अच्छा दिखाने के लिए:- जब कोई कंपनी Dividend पेमेंट करती है. तो ऐसा माना जाता है कि कंपनी अच्छी कमाई कर रही हैं। क्युकी तभी तो शेयरहोल्डर को डिविडेंड दे पा रही है। तो ऐसे में कंपनी बहुत सारे इन्वेस्टर को निवेश करने के लिए आकर्षित करता हैं।

क्या Dividend देनेवाले कंपनी पर निवेश करना सही है:-

जरुरी नहीं की हर डिविडेंड देने वाली कंपनी अच्छी हैं। Dividend देखकर आपको किसी भी शेयर पर आँख बंद करके इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए। आपको एसी शेयर में निवेश करना चाहिए जो कंपनी भबिस्य में बढ़ने की पूरी संभावना हैं। एसी कंपनी का शेयर आपको जबरदस्त रिटर्न कमाके देगा।

आशा करता हु आपको डिविडेंड क्या है (Dividend meaning in hindi) पढ़के अच्छी तरह से समझ आ गया हैं। मन में कोई सवाल या सुझाब है तो कमेंट में जरुर पूछे। Share Market के बारे में बिस्तार से सीखने समझने के लिए आप हमारे और भी पोस्ट को पढ़ सकते।

Dividend क्या है | कौन है सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर?

डिविडेंड क्या होता है | Dividend Meaning in Hindi?

YouTube player

Dividend Meaning in Hindi – Dividend का Hindi Meaning होता है लाभांश यानी अपने लाभ में से थोड़ा सा अंश या टुकड़ा दे देना।

कोई भी लिस्टेड कंपनी जब अपने लाभ यानी प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अपने शेयरहोल्डर्स को बांटती है तब इस हिस्से को ही डिविडेंड कहा जाता है।

आमतौर पर कंपनियां सालाना डिविडेंड देती हैं पर कुछ कंपनियां ऐसी भी है जो तिमाही और छमाही डिविडेंड्स भी देती हैं।

Dividend हमेशा प्रति शेयर और फेस वैल्यू के आधार पर ही दिया जाता है |

उदहारण के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के एक शेयर की फेस वैल्यू है ₹10 |

अब मार्च 2022 समाप्ति वर्ष के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 80% का इक्विटी लाभांश यानि 10 * 80/100 = 8 रुपये प्रति शेयर घोषित किया |

वैसे यह जरूरी नहीं कि dividend देनें के लिए हर तिमाही/सालाना कंपनी को लाभ ही हो, ऐसी कई कंपनियां हैं जिनके पास काफी कैश रहता है वह भी अक्सर लाभांश देती हैं |

यह कोई जरूरी नहीं कि सभी कंपनियां हर साल डिविडेंड दें ही और ऐसी बहुत सी कंपनियां है जिसनें अभी भी कोई भी डिविडेंड नहीं दिया है।

अगर कोई कंपनी साल के बीच में लाभांश दे रही है तब उसे अंतरिम डिविडेंड (interim dividend) और यदि वह साल के अंत में दे रही है तब फाइनल डिविडेंड (final dividend) कहा जाता है।

जब भी कोई कंपनी प्रॉफिट करती है तब वह अपने पैसे को दो तरीके से उपयोग में ला सकती है।

  1. उसी पैसे को अपने बिजनेस में वापस लगा कर के
  2. शेयर होल्डर को डिविडेंड बांट के

आप हमें कमेंट करके बताएं कि आप इन दोनों में से किस प्रकार की कंपनी को चुनना पसंद करेंगे।

डिविडेंड यील्ड क्या होता है। What is Dividend Yield?

डिविडेंड यील्ड के बारे में आपने अधिकतर जगह देखा या पढ़ा होगा जिसे एक प्रतिशत (%) के रूप में दिखाया जाता है।

Dividend Yield का मतलब है कि एक निवेशक को अपने निवेश पर कितना प्रतिशत डिविडेंड मिलता है ।

Dividend Yield = Dividend Declared / Current Stock Price

जैसे मान लें किसी कंपनी का डिविडेंड यील्ड 3% है |

तो इसका मतलब यह Dividend क्या होता है? है कि अगर आप इस वक्त उस कंपनी में ₹100,000 निवेश करते हैं तब आपको कंपनी द्वारा सालाना ₹3000 डिविडेंड मिलेंगे आपके बैंक अकाउंट में।

एक बार फिर से इसे एक उदाहरण से समझे।

माना एक कंपनी की स्टॉक प्राइस ₹100 है जो ₹10 प्रति शेयर डिविडेंड डिक्लेअर कर रही है।

तब डिविडेंड यील्ड हो जाएगा 10 / 100 * 100 = 10% ।

उम्मीद करता हूं आपको समझ में आ गया होगा।

सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले 10 शेयर | Top 10 Stocks in India Paying High Dividends [2022]

money

आइये जानते हैं कि पिछले 3 सालों में सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर कौन कौन से हैं |

ऊपर जितने भी नाम मैंने दिए हैं उनमें निवेश करके आप फिक्स डिपाजिट से अधिक रिटर्न्स डिविडेंड के रूप में कमा सकते हैं।

अब जैसे मान लें कि आपने ₹100000 कोल इंडिया में इन्वेस्ट किए हैं तब आपको हर साल 9600 रुपए केवल डिविडेंड के मिल जाएंगे जो एफडी से अधिक है।

डिविडेंड कैसे मिलता है [Important Dividend Dates]

dividend in stock market

अगर आप पूछेंगे कि डिविडेंड कैसे मिलता है तो इसका सीधा उत्तर है लाभांश देने वाले स्टॉक्स को खरीद के |

यहाँ ध्यान दें कि किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए आप के पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए नहीं तो आप म्यूच्यूअल फण्ड के डिविडेंड आप्शन में निवेश कर सकते हैं |

ऐसा नहीं है कि आपने कभी भी किसी कंपनी के सहरे को खरीद लिया और सोचते रहे कि अब तो आपको डिविडेंड मिल ही जायेगा |

चलिए अब जानते हैं dividend लेने के लिए आपको किन जरूरी तिथियों यानि डेट्स के बारे में जानना आवश्यक है |

डिविडेंड डेक्लरेशन डेट | Dividend Declaration Date

इस दिन कंपनी की वार्षिक आम बैठक (AGM) होती है और इसी में कंपनी का बोर्ड लाभांश देने का निर्णय लेता है |

रिकॉर्ड डेट | Record Date

मैंने आपको बताया था कि ऐसा नहीं है कि डिविडेंड लेने के लिए आप स्टॉक को कभी भी खरीद लें |

यहाँ पर रिकॉर्ड डेट बहुत मायने रखती है जिसका मतलब यह है कि इस दिन कंपनी अपने रिकॉर्ड चेक करती है और उसमें जिनके नाम होते हैं उन्हें ही लाभांश देना तयं किया जाता है।

आमतौर पर देखा गया है कि लाभांश की घोषणा और रिकॉर्ड डेट के बीच कम से कम 30 दिनों का अंतर होता है।

एक्स डिविडेंड डेट | Ex-Date

यह दिन record date के दो कारोबारी दिन पहले आता है और यही सबसे जरूरी तारीख है |

यह जरूरी इसलिए है क्योंकि अगर आपको उस कंपनी का डिविडेंड चाहिए तो आपको वह स्टॉक Ex-Date के पहले खरीदना होगा ।

इसका कारण यह है कि भारत में सौदे के दो दिन बाद ही समझौता होता है जिसे हम लोग शेयर मार्किट की भाषा में T+2 सेटलमेंट कहते हैं |

डिविडेंड पे आउट डेट | Dividend Payout Date

इस दिन शेयरधारकों को डिविडेंड का पेमेंट कर दिया जाता है।

यहाँ ध्यान दें कि जब भी कोई स्टॉक एक्स डिविडेंड हो जाता है यानि जब डिविडेंड मिल जाता है तब उसकी कीमतें dividend के बराबर ही कम हो जाती हैं |

जैसे मान लें किसी शेयर का मौजूदा भाव है ₹1000 और अगर उसनें 10 रु/शेयर का लाभांश दिया है तब ex-date पर उस स्टॉक की मौजूदा कीमत हो जाएगी ₹990 |

डिविडेंड यील्ड अधिक होने का क्या मतलब है?

ऐसे देखने में तो काफी अच्छा लगेगा कि अगर किसी कंपनी का डिविडेंड यील्ड अधिक है।

पर क्या यहां इसका मतलब यह है कि आपको ऐसे ही कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहिए जिसका डिविडेंड यील्ड अधिक से अधिक हो।

यहाँ Dividend yield अधिक हो जाने के दो मतलब हो सकते हैं।

पहला यह कि कंपनी के शेयर की कीमत बहुत ज्यादा गिर चुकी है इसलिए डिविडेंड यील्ड ज्यादा लग रही है।

अच्छी से अच्छी कंपनियां एक परसेंट से ज्यादा डिविडेंड नहीं देती।

दूसरा कारण यह है कि कंपनी पैसे तो कमा रही है लेकिन व्यापार को और ज्यादा बढ़ाना कैसे हैं इसकी कोई प्लानिंग नहीं है कंपनी के पास।

इसलिए वह कमाए हुए पैसों को शेयर होल्डर्स में बांट रही है।

अगर आप ऐसे कंपनी में निवेश करते हैं जिसका डिविडेंड 4-5% से ज्यादा है तो 90% चांस है कि आपके निवेश किए गए पैसे पर आपको डिविडेंड तो अच्छे मिल जाएंगे लेकिन ग्रोथ कुछ ख़ास नहीं रहेगी।

इसलिए आप देखेंगे कि अधिकतर सरकारी कंपनियां अधिक लाभांश देती हैं पर उनकी शेयर प्राइस अधिक नहीं बढती है |

क्या आपको हाई डिविडेंड यील्ड वाली कंपनियों में निवेश करना चाहिए?

देखें डिविडेंड देने वाले स्टॉक्स हमेशा से इन्वेस्टर्स के फेवरेट रहे हैं क्योंकि ठीक-ठाक बढ़ते हैं और इनमें शानदार डिविडेंड्स भी मिलता है।

पर अगर आप हाई ग्रोथ चाहते हैं तब आपको ऐसी कंपनी में थोड़ा निराश होना पड़ेगा।

जैसे कोल इंडिया या पॉवर ग्रिड कैश रिच कंपनी हैं पर इनके शेयर में उतनी ग्रोथ नहीं दिखती |

अब आपको यह सोचना है कि आपको रेगुलर इनकम चाहिए या फिर अधिक ग्रोथ |

अब जब बात आती है हाई डिविडेंड यील्ड वाली कंपनियों में निवेश करने की तो मैंने कुछ कंपनी जैसे कोल इंडिया और आईओसी में निवेश किया हुआ है |

हालांकि मेरे हिसाब से आपके पोर्टफोलियो में 10-15 % हाई डिविडेंड यील्ड वाले स्टॉक भी होने चाहिए जो आपको समय-समय पर रेगुलर इनकम देते रहें।

IRCTC Dividend: इन्वेस्टर्स को तोहफा देने वाली है आईआरसीटीसी, अब मिलेगा 75 फीसदी डिविडेंड

डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट (IRCTC Dividend Payment Date) अलग-अलग होती है. रिकॉर्ड डेट का मतलब उस तारीख से है, जिसके आधार पर डिविडेंड के लिए योग्य शेयरहोल्डर्स की छंटनी की जाती है. वहीं डिविडेंड के पेमेंट डेट का निर्धारण एजीएम में मंजूरी मिलने के बाद होता है. रिकॉर्ड डेट से ठीक एक दिन पहले की तारीख को एक्स-डिविडेंड डेट कहा जाता है.

फाइनल डिविडेंड देने वाली है IRCTC

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 अगस्त 2022,
  • (अपडेटेड 16 अगस्त 2022, 11:12 AM IST)
  • कंपनी ने फरवरी में भी दिया था डिविडेंड
  • एजीएम में लगेगी फाइनल डिविडेंड पर मुहर

इंडियन रेलवे (Indian Railways) को कैटरिंग सर्विसेज देने वाली कंपनी आईआरसीटीसी (IRCTC) के शेयरहोल्डर्स को इस सप्ताह शानदार तोहफा मिलने वाला है. कंपनी इस सप्ताह अपने शेयरहोल्डर्स (IRCTC Shareholders) को 75 फीसदी का फाइनल डिविडेंड (IRCTC Final Dividend) देने वाली है. कंपनी ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 (FY22) के लिए फाइनल डिविडेंड का रिकॉर्ड डेट (IRCTC Dividend Record Date) 19 अगस्त तय किया है.

एजीएम के 30 दिनों के भीतर पेमेंट

रिकॉर्ड डेट के हिसाब से जो शेयरहोल्डर्स पात्र पाए जाएंगे, उन्हें फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के लिए 75 फीसदी फाइनल डिविडेंड का लाभ मिलेगा. आईआरसीटीसी ने पिछले महीने शेयर बाजारों को बताया था कि अगर सालाना आम बैठक (IRCTC AGM) में किसी डिविडेंड को मंजूरी मिली तो बैठक के 30 दिनों के भीतर उसका भुगतान कर दिया जाएगा. आईआरसीटीसी के किन शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड वाला तोहफा मिलेगा, यह रिकॉर्ड डेट के हिसाब से तय किया जाएगा.

सम्बंधित ख़बरें

IRCTC की कमाई में जोरदार उछाल, मुनाफा हुआ तिगुना, आय भी बंपर
ऐसे बुक करें तत्काल टिकट, कभी नहीं होंगे मायूस; जानें पूरा प्रोसेस
एजेंट का झंझट खत्म! IRCTC से ऐसे बुक होगा कन्फर्म तत्काल टिकट
रेलवे ट्रैक पर दौड़ाई बाइक, Video वायरल हुआ तो महंगी पड़ी स्टंटबाजी
यात्री ध्यान दें! इस रूट की 12 ट्रेनें रद्द, रेलवे ने इन ट्रेनों को किया डायवर्ट

सम्बंधित ख़बरें

रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट में ये फर्क

आपको बता दें कि डिविडेंड का रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट (IRCTC Dividend Payment Date) अलग-अलग होता है. रिकॉर्ड डेट का मतलब उस तारीख से है, जिसके आधार पर डिविडेंड के लिए योग्य शेयरहोल्डर्स की छंटनी की जाती है. वहीं डिविडेंड के पेमेंट डेट का निर्धारण एजीएम में मंजूरी मिलने के बाद होता है. रिकॉर्ड डेट से ठीक एक दिन पहले की तारीख को एक्स-डिविडेंड डेट कहा जाता है. आम तौर पर डिविडेंड के लिए उन इन्वेस्टर्स को योग्य माना जाता है, जिन्होंने एक्स-डिविडेंड डेट (IRCTC Ex-Dividend Date) से एक-दो दिन पहले तक कंपनी के शेयर खरीदे होते हैं. एक्स-डिविडेंड डेट के बाद शेयर खरीदने वाले इन्वेस्टर्स को उक्त अवधि के लिए डिविडेंड का लाभ नहीं मिलता है.

इसी महीने होने वाली है बैठक

आईआरसीटीसी की 23वीं सालाना आम बैठक 26 अगस्त को होने वाली है. इससे पहले कंपनी के निदेशक मंडल ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के लिए शेयरहोल्डर्स को 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले हर शेयर पर 1.50 रुपये का फाइनल डिविडेंड देने की सिफारिश की थी. यह डिविडेंड 160 करोड़ रुपये के पेड-अप शेयर कैपिटल का 75 फीसदी है. कंपनी इससे पहले फरवरी 2022 में 2 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश (Interim Dividend) दे चुकी है, जिसका भुगतान भी किया जा चुका है. एजीएम की तारीख के हिसाब से देखें तो आईआरसीटीसी के शेयर होल्डर्स को 26 सितंबर तक फाइनल डिविडेंड का भुगतान भी मिल जाएगा.

जून तिमाही में कंपनी को इतना प्रॉफिट

आज शुरुआती कारोबार में बीएसई (BSE) पर आईआरसीटीसी का शेयर (IRCTC Share Price) करीब 0.50 फीसदी की तेजी के साथ 670 रुपये के पास कारोबार कर रहा था. अभी कंपनी का एमकैप (IRCTC MCap) 53,556 करोड़ रुपये है. कंपनी को जून 2022 तिमाही में 245.52 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट (IRCTC Net Profit) हुआ था, जो ठीक एक साल पहले की तुलना में 198 फीसदी ज्यादा है. इस दौरान कंपनी का राजस्व (IRCTC Revenue) 250.34 फीसदी बढ़कर 852.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था.

भाग प्रतिफल

डिविडेंड यील्ड एक वित्तीय अनुपात है जो इंगित करता है कि कंपनी अपने शेयर की कीमत के सापेक्ष प्रत्येक वर्ष लाभांश में कितना भुगतान करती है। डिविडेंड यील्ड स्टॉक की कीमत के प्रतिशत के रूप में स्टॉक का डिविडेंड है। दूसरे शब्दों में, यह मापता है कि लाभांश से आपको कितना "आपके हिरन के लिए धमाका" हो रहा है। किसी की अनुपस्थिति मेंराजधानी लाभ, लाभांश उपज प्रभावी रूप से हैनिवेश पर प्रतिफल एक स्टॉक के लिए।

dividend-yield

डिविडेंड यील्ड शेयरों का विश्लेषण करते समय और उनके द्वारा दिए जा सकने वाले संभावित रिटर्न पर ध्यान देने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण अनुपात है।

डिविडेंड यील्ड के लिए फॉर्मूला

लाभांश उपज की गणना के लिए सूत्र निम्नानुसार दर्शाया जा सकता है:

= वार्षिक लाभांश प्रति शेयर / मूल्य प्रति शेयर

लाभांश रणनीति

हालांकि लाभांश निवेश पर प्रतिफल का एक बड़ा स्रोत हो सकता है, प्रतिफल की तुलना सीधे निश्चित ब्याज या नकद उत्पादों पर वापसी की दरों से नहीं की जानी चाहिए, क्योंकि शेयरों में हमेशा जोखिम होता है।पूंजी हानि.

यदि आप कर रहे हैंनिवेश विशेष तौर परआय लंबी अवधि में अपने शुरुआती निवेश को जीवित रहने या बढ़ाने के लिए, कंपनी की लाभांश उपज और पूंजी वृद्धि की क्षमता दोनों पर विचार करना आदर्श है।

You Might Also Like

Get it on Google Play

AMFI Registration No. 112358 | CIN: U74999MH2016PTC282153

Mutual fund investments are subject to market risks. Please read the scheme information and other related documents carefully before investing. Past performance is not indicative of future returns. Please consider your specific investment requirements before Dividend क्या होता है? choosing a fund, or designing a portfolio that suits your needs.

Shepard Technologies Pvt. Ltd. (with ARN code 112358) makes no warranties or representations, express or implied, on products offered through the platform. It accepts no liability for any damages or losses, however caused, in connection with the use of, or on the reliance of its product or related services. Terms and conditions of the website are applicable.

रेटिंग: 4.20
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 346
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *