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बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है?

बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है?
Fixed Deposit पर Tax कटौती लाभ

अगर शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों को खरीदने से 12 महीने के बाद बेचने पर लाभ होता है तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स कहते है.

EXPLAINER: Freelancing से होने वाली कमाई पर कैसे लगता है Tax? जानिए पूरी डिटेल

Tax on Freelancing Income: अगर आप भी फ्रीलांस से कमाई करते हैं तो Tax जरूर जमा करें, नहीं तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की रडार पर आ सकते हैं. फ्रीलांस से होने वाली कमाई आपकी टोटल इनकम में शामिल हो जाती है और फिर टैक्स लगता है. हालांकि, कई तरह के खर्च पर डिडक्शन का भी लाभ मिलता है.

Tax on Freelancing Income: कोरोना महामारी के बाद कामकाज का तरीका पूरी तरह बदल गया है. कोरोना काल से पहले फ्रीलांस को लेकर उतना ज्यादा क्रेज नहीं था. पिछले दो सालों में इसमें भारी बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? उछाल आया है. वर्क फ्रॉम होम का कॉन्सेप्ट शुरू होने से फ्रीलांसिंग को मदद मिली है. फ्रीलांस करने वालों के लिए नई अपॉरच्युनिटी का भी विस्तार हुआ है. अब तक फ्रीलांस से होने वाली कमाई को नजरअंदाज किया जाता था, लेकिन कमाई बढ़ने के कारण इसे नजरअंदाज करना आपको महंगा पड़ सकता बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? है. अगर आप भी फ्रीलांस करते हैं तो इनकम टैक्स रूल्स की सही और पूरी जानकारी जरूरी है. फ्रीलांस बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? इनकम पर किस तरह टैक्स लगता है और कहां डिडक्शन का लाभ उठाया जा सकता है, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.

फ्रीलांस इनकम पर डिडक्शन भी मिलता है


चार्टर्ड अकाउंटेंट और फाइनेंशियल प्लानर गरिमा बाजपेयी (CA Garima Bajpai) ने कहा कि फ्रीलांस से जो कमाई होती है वह ‘Profits and Gains from Business & Profession.’ के तहत आती है. फ्रीलांस की कमाई आपकी टोटल इनकम में शामिल हो जाती है, फिर आप जिस टैक्स स्लैब में आते हैं, उस आधार पर टैक्स का हिसाब होता है. फ्रीलांस इनकम पर कई तरह के डिडक्शन का भी लाभ मिलता है.

फ्रीलांस करने वालों के लिए ग्रॉस टैक्सेबल इनकम में 'Expenses incurred for Business' पर छूट का लाभ मिलता है. एक्सपेंस फॉर बिजनेस की बात करें तो फ्रीलांस काम को लेकर जो आपका खर्च है, उसे क्लेम किया जा सकता है. इसमें फ्रीलांसर का पर्सनल और कैपिटल खर्च शामिल नहीं हो सकता है.

किन खर्च पर मिलता है डिडक्शन?

इसे उदाहरण से समझते हैं. अगर फ्रीलांस संबंधित कामों को लेकर आपको रेंट देना होता है, ऑफिस की रीपेयरिंग करवाते हैं, डेप्रिसिएशन असेट्स रखा हो, प्रोजक्ट्स को लाने में होने वाला खर्च, ऑफिस का खर्च, टेलीफोन और इंटरनेट बिल, ट्रैवलिंग एक्सपेंस, खाने, इंटरटेनमेंट और हॉस्पिटैलिटी के खर्च पर डिडक्शन का लाभ उठाया जा सकता है.

फ्रीलांसिंग एक प्रोफेशनल सर्विस है, इसलिए TDS भी काटा जाता है. अगर पेमेंट 30 हजार से ज्यादा होगा तो सेक्शन 194J के तहत 10 फीसदी का टीडीएस काटा जाएगा. अगर फ्रीलांस इनकम पर 10 हजार से ज्यादा टैक्स जमा करना है तो इसे एडवांस टैक्स करना जरूरी होता है. एडवांस टैक्स हर तिमाही जमा करना होगा.

जानिए भारत में Fixed Deposit पर कैसे लगता है टैक्स

जानिए भारत में Fixed Deposit पर कैसे लगता है टैक्स

आयकर अधिनियम, 1961 के प्रावधानों के तहत FD से ब्याज आय "अन्य स्रोतों से आय" के रूप में टैक्स योग्य है.

Fixed Deposit (सावधि जमा) भारत में बैंकों द्वारा प्रदान की जाने बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? वाली जोखिम रहित मुक्त ब्याज-उपज अवधि की जमा राशि है. इसे सुरक्षित और सबसे आम निवेश विकल्पों में से एक माना जाता है. FD से अर्जित बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? ब्याज आय में कुछ टैक्स भी लगते हैं, आइये जानते हैं.

Fixed Deposit के ब्याज पर कैसे टैक्स लगता है?

आयकर अधिनियम, 1961 के प्रावधानों के तहत FD से ब्याज आय “अन्य स्रोतों से आय” के रूप में टैक्स योग्य है. अगर ब्याज की राशि 10,000 रुपये से अधिक होने की संभावना है तो बैंक ब्याज आय पर 10 फीसदी टैक्स लगा सकते हैं.

Gift पर कब और कैसे टैक्स देनदारी बनती है? जानिए गिफ्ट पर Income Tax का गणित

प्रतीकात्मक तस्वीर

  • hindi.moneycontrol.com
  • Last Updated : बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? November 14, 2020, 19:15 IST

नई दिल्ली. उपहारों (Gifts) के बिना भारतीय त्योहारों की कल्पना की ही नहीं जा सकती. गिफ्ट के रूप में लोग पैसे से लेकर सोना, चांदी, हीरा से लेकर कंपनियों के शेयर से लेकर जमीन जैसे गिफ्ट अपने प्रियजनों को देते हैं. लेकिन ये गिफ्ट हमेशा टैक्स फ्री (Income Tax Free) नहीं होते हैं. रिश्तेदारों से मिलने वाला गिफ्ट तो टैक्स फ्री होता है, लेकिन दोस्तों से मिलने वाले गिफ्ट पर इनकम टैक्स चुकाना होता है. आइए जानते हैं गिफ्ट पर लगने वाले इनकम टैक्स (Income Tax) का पूरा गणित-

शेयर बाजार में आप भी निवेश करते हैं. अगर हां तो आपको टैक्स का नियम समझना जरूरी है. हम आपको बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट . अधिक पढ़ें

    बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है?
  • News18Hindi
  • Last Updated : July 09, 2022, 11:07 IST

नई दिल्ली . शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कई तरह के टैक्स लगते हैं. बहुत सारे लोगों को यह जानकारी कम होती है कि कितना टैक्स लगता है. जब कमाई के बाद पैसा कट कर आता है तो निवेशक सोचते हैं कि पैसा कहां कट गया. आज हम आपको बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट से कमाई पर कितना और कैसे टैक्स देना पड़ता है.

मान लीजिए आपको एक साल में शेयर बाजार से 5 लाख की कमाई हुई. लेकिन आपके अकाउंट में सिर्फ 4.50 लाख रुपए ही आएंगे. दरअसल, इस कमाई पर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स यानी STT और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स यानी LTCG देना पड़ा. इसके साथ ही कुल कमाई पर इनकम टैक्स भी देना होगा. यानी आपको तीन टैक्स देने पड़ रहे हैं.

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