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जस्ट2ट्रेड

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सांकेतिक तस्वीर

'Trade fair'

ट्रेड फेयर में बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र भागीदार राज्य हैं, जबकि उत्तर प्रदेश और केरल को फोकस राज्य का दर्जा दिया गया है. मेले में 29 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल हुए हैं.

Trade Fair 2021: अगर आप अपने घर को एंटीक चीजों से सजाना चाहते हैं, तो ट्रेड फेयर आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है. यहां आपको घर की साज-सजावट से लेकर एंटीक चीजें देखने को मिल जाएंगी

इस साल भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) में आने वाले दर्शकों को पूर्वोत्तर के लज़ीज़ पकवानों का स्वाद चखने को मिला, जिन्हें पूर्वोत्तर क्षेत्र के सुंगधित एवं स्वादिष्ट ऑर्गेनिक मसालों से तैयार किया गया।

दर्शकों की कमजोर प्रतिक्रिया को देखते हुए चालू भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (IITF) में आगन्तुकों के लिए प्रवेश टिकट की राशि में कमी की गई है. 12 साल तक के बच्चों के लिए मुफ्त प्रवेश की अनुमति दी गई है.

सरकार के 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट को बैन करने के फैसले के बाद से मची अफरातफरी के बीच लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है मगर सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया मौजूदा हालात को कम तकलीफदेह बनाने की लगातार कोशिश करते दिख रहे हैं. कुछ नए नियम सोमवार और मंगलवार से लागू किए गए हैं. कैश क्रंच से निपटने के लिए आज नया नियम जारी किया गया.

राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को शुरू हुए 36वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला विमुद्रीकरण से परेशान लोगों के लिए राहत लेकर आया है. मेले में देशी व विदेशी कारोबारी बिना किसी झिझक के 500 व 1000 के नोट स्वीकार कर रहे हैं.

छत्तीसगढ़ की 'गोदना' कला जिसे देखकर आप कह सकते हैं कि आधुनिक ज़माने के टैटू इसी पुरानी कला का नया अंदाज है। गुज़रे ज़माने में आदिवासी तबके के जस्ट2ट्रेड लोग इसे अपने पूरे शरीर में गुदवाते थे।

कुछ दिन बाद तो ये लड्डू भी ख़त्म हो जाते हैं और फिर उन्हें बाज़ार की मिठाई से ही काम चलाना पड़ता है। लेकिन अगर उन्हें यह पता चले कि प्रगति मैदान जस्ट2ट्रेड में चल रहे 35वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में एक ऐसा हलवा मिल रहा है, जिसे वे बिना फ्रिज में रखे 30 से 40 दिन तक इस्तेमाल कर सकते हैं, तो कैसा रहेगा?

कुछ दिन बाद तो ये लड्डू भी ख़त्म हो जाते हैं और फिर उन्हें बाज़ार की मिठाई से ही काम चलाना पड़ता है। लेकिन अगर उन्हें यह पता चले कि प्रगति मैदान में चल रहे 35वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में एक ऐसा हलवा मिल रहा है, जिसे वे बिना फ्रिज में रखे 30 से 40 दिन तक इस्तेमाल कर सकते हैं, तो कैसा रहेगा?

RSS से संबद्ध संगठन समेत 10 ट्रेड यूनियन मोदी सरकार के खिलाफ करेंगे आंदोलन

भारतीय मज़दूर संघ पब्लिक सेक्टर यूनिटों के निजीकरण और विनिवेश के खिलाफ देश भर में 10 जून को विरोध प्रदर्शन करेगा

RSS से संबद्ध संगठन समेत 10 ट्रेड यूनियन मोदी सरकार के खिलाफ करेंगे आंदोलन

पीेएम नरेंद्र मोदी.

संघ परिवार में अहम आर्थिक सुधार के मसले पर अंदरूनी गतिरोध खुलकर सामने आ गया है. भारतीय मज़दूर संघ ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पब्लिक सेक्टर यूनिटों के निजीकरण और विनिवेश के बड़ी घोषणा के खिलाफ देश भर में 10 जून को विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है. भारतीय मज़दूर संघ के नेता नाराज़ हैं कि मोदी सरकार ने श्रमिक संगठनों से बातचीत किए बगैर ही सरकारी उपक्रमों के निजीकरण और विनिवेश का बड़ा ऐलान कर दिया. उन्होंने मोदी सरकार की इस नीति को मज़दूरों के हितों के खिलाफ बताते हुए देशव्यापी आंदोलन छेड़ने का ऐलान कर दिया है.

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भारतीय मज़दूर संघ के जोनल सेक्रेटरी पवन कुमार ने NDTV से कहा- हम पूरे देश में 10 जून को प्रदर्शन करेंगे धरना देंगे. मोदी सरकार रिफॉर्म के नाम पर एंटी वर्कर, एंटी लेबर फैसले कर रही है. यह रिफॉर्म पैकेज देश के हित के खिलाफ है. सरकार सोने का अंडा देने वाली मुर्गी को ही मारना चाहती है.

संघ परिवार में अर्थनीति पर विवाद है. भारतीय मज़दूर संघ के नेताओं ने तय किया है कि वे देश में मोदी सरकार के खिलाफ 'सेव पब्लिक सेक्टर, सेव इंडिया' मुहिम छेड़ेंगे. मुनाफा कमाने वाली कंपनियों को बेचने का देश भर में विरोध होगा. रेलवे और डिफेन्स आर्डिनेंस फैक्ट्रीज बोर्ड के कॉर्पोराइटाइजेशन का फैसला गलत है. कोयला सेक्टर का कॉमर्शियलाइजेशन मज़दूर के हित में नहीं है. डिफेन्स जैसे स्ट्रेटजिक सेक्टर में एफडीआई गलत है.

भारतीय मज़दूर संघ के अलावा देश के 10 बड़े केंद्रीय श्रमिक संगठन भी लामबंद हो गए हैं. वे सरकार को घेरने की रणनीति बनाने में जुट गए जस्ट2ट्रेड हैं. सीटू के महासचिव तपन सेन कहते हैं कि मोदी सरकार ने मज़दूरों के खिलाफ देश में जंग छेड़ दी है. तपन सेन ने NDTV से कहा- 2015 के बाद से प्रधानमंत्री ने श्रमिक संगठनों से बात भी नहीं की है. हमने तय किया है कि 10 केंद्रीय श्रमिक संगठन जुलाई के पहले हफ्ते में 2, 3 या 4 तारीख को देशव्यापी आंदोलन करेंगे.

साफ़ है कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से गिरती अर्थव्यवस्था को संभालने की जद्दोजहद जस्ट2ट्रेड में जुटी सरकार अब एक और मोर्चे पर घिरती नज़र आ रही है.

जस्ट डायल से चलाते थे हाईप्रोफाइल सेक्स ट्रेड, पर्दाफाश

साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने दिल्ली में हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाने की आरोपी सोनू बंगालन को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके साथी गौरव आनंद को भी पकड़ा है, जो फर्राटे से इंग्लिश बोलता है। वह हाईप्रोफाइल क्लाइंट को फंसाने में ऐक्टिव रोल निभाता है.

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नवीन निश्चल, नई दिल्ली
साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने दिल्ली में हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाने की आरोपी सोनू बंगालन को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके साथी गौरव आनंद को भी पकड़ा है, जो फर्राटे से इंग्लिश बोलता है। वह हाईप्रोफाइल क्लाइंट को फंसाने में ऐक्टिव रोल निभाता है। पुलिस का दावा है कि सोनू बंगालन देह व्यापार के धंधे में कुख्यात सोनू बंगालन की अच्छी दोस्त है और उसी से प्रभावित होकर अपना नाम सोनू बंगालन रखा है।

फिलहाल सोनू बंगालन और गौरव आनंद न केवल देह व्यापार के मामले में बल्कि गैंग रेप के मामलों में भी भगोड़े घोषित चल रहे थे। दोनों ईस्ट दिल्ली के मधु विहार इलाके में रेंट पर रह रहे थे और जस्ट डायल के माध्यम से धंधा चला रहे थे।

साउथ डीसीपी रोमिल बानिया ने बताया कि यह गिरफ्तारी एटीएस टीम ने की है। एसीपी केपी सिंह की देखरेख में एएटीएस इंचार्ज इंस्पेक्टर लव अत्रे, एसआई मनोज कुमार की टीम ने दोनों को इस्कॉन टेंपल के पास से उस समय गिरफ्तार किया, जब दोनों एक गैंग मेंबर से मिलने के लिए ईस्ट ऑफ कैलाश आए थे। पूछताछ में पता चला कि सोनू बंगालन और गौरव आनंद को वर्ष 2012 में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था। उस समय इनके साथ चार और साथियों को गिरफ्तार किया गया था। तब भी ये लोग ईस्ट दिल्ली में रहते हुए पूरी दिल्ली में सेक्स रैकेट चला रहे थे।

जमानत पर आने के बाद दोनों बेल जंप कर गए और अदालत में पेशी से गैरहाजिर हो गए। इसके बाद दोनों पर शाहदरा थाने में गैंग रेप का केस रजिस्टर हुआ था, जिसमें एक महिला ने दोनों के खिलाफ जबरन देह व्यापार में धकेलने का आरोप लगाया था। इनके खिलाफ हरियाणा के पंचकुला में भी केस रजिस्टर है। लेकिन सभी मामलों में यह फरार चल रहे हैं।

इन दिनों इनके गैंग में हर प्रोफाइल की लड़कियां हैं। कॉलेज में पढ़ने से लेकर वर्किंग और अनएजुकेट सभी तरह की। लक्ष्मी नगर आदि इलाके में पीजी में रहने वाली कई लड़कियों को भी इन दोनों ने अपने जाल में फंसा कर सेक्स रैकेट में उलझाया हुआ है। ये दोनों जस्ट डायल पर हर महीने मात्र 2 हजार रुपये की दर पर एस्कॉर्ट सर्विस का विज्ञापन देते थे। इसके बाद क्लाइंट से 10 से 20 हजार रुपये के बीच वसूलते थे। गौरव आनंद कई बड़े होटलों में रूम भी बुक करवाकर रखता था। पुलिस इनसे पूछताछ कर और डीटेल्स निकालने में जुटी है।

पारस ट्रेड सेंटर

पारस ट्रेड सेंटर के गैलरी कवर की तस्वीर

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